बिहार

सिमरी थाने की अंधेरी कोठरी में मरा पंकज या मारा गया? बीमारी का बहाना बना 'सिस्टम', लेकिन पोस्टमार्टम की चीत्कारों ने उधेड़ दी इंसाफ की लाश! चार साल आठ महीने बाद जब उठी कानून की गर्दन, तो थानेदार से जवान तक हर चेहरा बेनकाब अब नहीं छुपेगा कोई!

सिमरी थाने की अंधेरी कोठरी में मरा पंकज या मारा गया? बीमारी...

मिथिला की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक राजधानी। जहां साहित्य की आत्मा बसती है, वहीं कुछ...

प्रीति झा की लाश पलंग पर, गले पर फांसी के निशान, आंखों में अंतिम सिसकियां दस दिन बीत गए, पति अब भी गायब, SDPO बोले 'जांच गंभीर है', पर अमरनाथ झा की आंखें पूछ रही हैं... क्या किसी बेटी की मौत के बाद भी कानून इतना सुस्त हो सकता है? क्या पुलिस का भरोसा सिर्फ बयानों तक सीमित है? क्या एक पिता का टूटा विश्वास कभी फिर से जुड़ पाएगा?

प्रीति झा की लाश पलंग पर, गले पर फांसी के निशान, आंखों...

दरभंगा की शहरी भीड़-भाड़ में शामिल एनपी मिश्रा चौक की एक गली, जो आमतौर पर चाय की...

दरभंगा की वह सुबह जब सूरज नहीं खून उगा आंखोपुर में मनका तालाब के किनारे गुलजार का कटा गला मिला, बहादुरपुर की हवा भी कांपी, लेकिन सिस्टम ने फिर आंखें बंद कर ली; अब सवाल यह नहीं कि किसकी हत्या हुई… सवाल ये है कि अगला कौन होगा?

दरभंगा की वह सुबह जब सूरज नहीं खून उगा आंखोपुर में मनका...

एक समय था जब यह नाम आते ही बुद्धि, विद्या और विरासत की त्रयी स्मृति में उतरती थी।...

जब दरभंगा की बेटियों ने मिट्टी से उठाकर सपनों को आसमान तक फेंका... मशाल प्रतियोगिता की लौ बनी हौसले की रौशनी, और खेल प्रभारी श्वेता भारती बनीं उस हर कदम की मूक प्रेरणा, जहाँ पसीने से लिखा गया उम्मीदों का घोषणापत्र

जब दरभंगा की बेटियों ने मिट्टी से उठाकर सपनों को आसमान...

शहर की सुबहें जब ठंडी हवाओं से गुफ्तगू कर रही थीं, उसी दरम्यान विद्यालयों के मैदानों...

प्रीति मर गई, पर उसकी आत्मा आज दरभंगा की सड़कों पर भटक रही है… हर दीवार पर लिखा है ‘इसे आत्महत्या मत कहो, ये हत्या है!’ डीजीपी श्री विनय कुमार जी, अब ये आपके निर्णय की घड़ी है…या तो प्रीति को न्याय दीजिए, या यह स्वीकार कीजिए कि सिस्टम अब केवल ताकतवरों का गुलाम है!

प्रीति मर गई, पर उसकी आत्मा आज दरभंगा की सड़कों पर भटक...

प्रीति झा अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी मुस्कान, उसका जीवन, उसकी पहचान सबकुछ एक...

वाह... वाह राजीव रौशन! जब जनता के आँसू बनें सबूत और फरियादें बनीं फैसला दरभंगा के जिलाधिकारी ने 'जनता दरबार' को बना दिया न्याय की अदालत, जहाँ नारे नहीं, न्याय बोला; और उस न्याय की जुबां से गूंजा 'सत्यमेव जयते

वाह... वाह राजीव रौशन! जब जनता के आँसू बनें सबूत और फरियादें...

शुक्रवार का दिन था, लेकिन जिला समाहरणालय परिसर का माहौल किसी न्यायालय से कम न था।...

लहेरियासराय के अपराध के अंधकार में जब बजी सख्ती की सिटी: अमित कुमार के आगमन ने थामे कानून की डोरी, नशा-शराब माफियाओं के पाँव रुकेंगे जनता के उम्मीदों के बीच नए प्रहरी का सख्त इरादा और निष्ठा की नई मिसाल

लहेरियासराय के अपराध के अंधकार में जब बजी सख्ती की सिटी:...

शहर की गलियों में जब अपराध की परछाइयाँ गहराने लगी थीं, तब एक नई रोशनी की आवश्यकता...

दरभंगा की अदालत से सियासत को बड़ा झटका: भाजपा विधायक मिश्री लाल यादव की जेल यात्रा, विधायकी पर तलवार और चुनावी भाग्य की अनिश्चितता के साए में छह साल पुरानी आपराधिक गुत्थी का नया खुलासा

दरभंगा की अदालत से सियासत को बड़ा झटका: भाजपा विधायक मिश्री...

दरभंगा की न्यायपालिका ने एक बार फिर सियासत के गलियारों को झकझोरा है। दरभंगा कोर्ट...

बदलाव की आँधी: बिहार प्रशासनिक सेवा में 36 अनुमंडलों में नए एसडीओ, 12 IAS और 6 IPS अफसरों का तबादला चुनावी मौसम से पहले प्रशासनिक महाक्रांति!

बदलाव की आँधी: बिहार प्रशासनिक सेवा में 36 अनुमंडलों में...

बिहार सरकार ने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनज़र प्रशासनिक ढांचे...

भरवाड़ा मंदिर के बाहर बाइक की ठोकर से उपजा विवाद, समझाने पहुँचे पुजारी प्रशांत भारती पर हुआ हमला; शांति का संदेश देने वाले धर्मसेवक को भीड़ ने खून से लथपथ किया, मंदिर की चौखट पर कराह उठी आस्था प्रशासन अब भी ‘आवेदन’ का कर रहा इंतज़ार!

भरवाड़ा मंदिर के बाहर बाइक की ठोकर से उपजा विवाद, समझाने...

भरवाड़ा... एक छोटा-सा कस्बा, जहां सुबह की शुरुआत मंदिर की घंटियों और शाम की विदाई...

फरसे की धार, लाठी की चोट और सत्ता के नशे में चूर एक विधायक; 6 साल तक इंसाफ की राह तकती रही दरभंगा की माटी, और अब अदालत ने दिखाया कि लोकतंत्र में चाहे जितना ऊँचा सिंहासन हो, अपराधी को मिलती है जगह सिर्फ जेल में

फरसे की धार, लाठी की चोट और सत्ता के नशे में चूर एक विधायक;...

राजनीति की चमचमाती गाड़ियों के पीछे अगर सच की रफ्तार थम जाए, तो समझ लीजिए अब न्याय...

जवाबदेही की सर्जरी या सुस्त तंत्र पर बिजली की चोट? दरभंगा के तेजतर्रार कप्तान जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बदले थानों के सेनापति; अमित कुमार को मिली लहेरियासराय की कमान, सूरज कुमार गुप्ता अब बहेड़ा के थानेदार क्या अब थानों में उठेगी कार्रवाई की आंधी या चलेगा वही पुराना पंखा?

जवाबदेही की सर्जरी या सुस्त तंत्र पर बिजली की चोट? दरभंगा...

दरभंगा पुलिस प्रशासन एक बार फिर सख्त, सतर्क और सजग मोड में नजर आ रहा है। जिले के...

बहेड़ी कांड पर DIG मेश्राम का वज्र प्रहार: थानेदार पद से मुक्त, अफसरों पर कार्रवाई; दरभंगा पुलिस को अब मीटिंग नहीं, मैदान में उतरने का हुक्म!

बहेड़ी कांड पर DIG मेश्राम का वज्र प्रहार: थानेदार पद से...

बात बहेड़ी की है… पर गूंज पूरे दरभंगा में सुनाई दी। एक कांड, एक चूक, और एक सख्त...

मान्यवर डीआईजी मैडम! दरभंगा के थानों में आपकी उपस्थिति आश्वस्त कर गई… अब कृपया इन रातों को भी संभाल लीजिए! जहाँ नींद में हैं रक्षक, वहाँ अपराधी शिकार ढूंढते फिरते हैं… हमें गार्ड ऑफ ऑनर नहीं, सड़कों पर आपकी प्रणाली की गूंज चाहिए!

मान्यवर डीआईजी मैडम! दरभंगा के थानों में आपकी उपस्थिति...

पुलिस विभाग की सुस्ती पर आज एक महिला अफसर की पैनी नज़र और सख्त आवाज़ गूंज उठी। मिथिला...

प्रेम किया था, पाप नहीं... फिर क्यों झूलना पड़ा दुपट्टे से? दरभंगा के कंसी गांव में प्रेमी की संदिग्ध हत्या ने उठाए कई सवाल क्या अब प्यार की सज़ा मौत है? क्या इज़्ज़त के नाम पर हर संवेदना कुर्बान होगी? और सबसे बड़ा सवाल... आख़िर किसने दरभंगा को नजर लगा दी?

प्रेम किया था, पाप नहीं... फिर क्यों झूलना पड़ा दुपट्टे...

यह वही धरती है जहाँ विद्यापति के गीतों में प्रेम देवता हुआ करता था... जहाँ सीता...

कुलसचिव पद पर उलटफेर : मिथिला विश्वविद्यालय में अवकाश की आड़ में अधिकार का अंत, डॉ. पंडित पदमुक्त, डॉ. हंसदा को कमान

कुलसचिव पद पर उलटफेर : मिथिला विश्वविद्यालय में अवकाश की...

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की बंद गलियों और फाइलों की थकी आवाजों के बीच मंगलवार...