भोला यादव और हृदयानंद चौधरी को 5 अगस्त तक CBI हिरासत
भोला यादव और हृदयानंद चौधरी को 5 अगस्त तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया है. अब सीबीआई अधिकारी अब इस मामले में पूछताछ करेंगे. आगे पढ़ें पूरी खबर..
दिल्ली/पटना : रेलवे भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार राजद नेता भोला यादव (RJD Leader Bhola Yadav) और हृदयानंद चौधरी को 5 अगस्त तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया है. राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के बाद यहा फैसला आया. 6 अगस्त को फिर से अगली सुनवाई होगी. दरअसल, गत 27 जुलाई को सीबीआई ने आरजेडी नेता भोला यादव को दिल्ली से गिरफ्तार किया था. उनको लैंड फॉर जॉब घोटाले में गिरफ्तार किया गया था.
वह 2004 से 2009 तक लालू प्रसाद यादव के OSD रहे थे, लालू उस दौरान रेल मंत्री थे. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते जॉब लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. भोला यादव के 4 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. आयकर विभाग ने उनके पैतृक घर कपछाही और बहादुरपुर स्थित आवास पर और पटना में भी छापा मारा था. इसके अलावा, 27 जुलाई को ही सीबीआई ने हृदयानंद चौधरी को गिरफ्तार किया था. हृदयानंद चौधरी पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर कार्यरत थे. गोपालगंज के इटवा गांव से हृदयानंद का संबंध रहा है. गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के इटवा गांव निवासी रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी ने राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी हेमा यादव को अपनी भावनात्मक बहन बताकर उन्हें जमीन गिफ्ट की (Hema Yadav Name In RRB Scam) थी. यह बयान खुद रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी के बड़े भाई देवेंद्र चौधरी का ने दिया था.
भोला यादव लालू यादव के बेहद करीबी हैं. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में वह बहादुरपुर सीट विधायक चुने गए थे. हालांकि हालिया 2020 चुनाव में वे हायाघाट सीट से चुनाव हार गए हैं. उनको लालू का हनुमान कहा जाता है और तेजस्वी के भी काफी नजदीकी माने जाते हैं. लालू की बीमारी से लेकर जेल और कोर्ट-कचहरी हर जगह वो साया की तरह उनके साथ रहते हैं. अभी हाल में पारस अस्पताल से लेकर दिल्ली एम्स तक उनके साथ थे. भोला यादव को लालू प्रसाद यादव का बड़ा राजदार माना जाता है. उनकी पहुंच लालू यादव के रसोईं घर तक मानी जाती है. पिछले लगभग 20 सालों से वह लालू के निजी सहायक रहे हैं. लालू के वफादार माने जाने वाले भोला यादव मैथमेटिक्स से ग्रेज्युएट हैं और लालू प्रसाद यादव की हर पसंद और नापसंद को समझते हैं.