पूर्णिया: राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में DNB को लेकर प्राचार्य डॉ. हरिशंकर मिश्रा की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक, छात्रों में जगी नई उम्मीद
राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पूर्णिया में आज एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ, जब DNB (डिप्लोमा नेशनल बोर्ड) को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता स्वयं प्राचार्य डॉ. हरिशंकर मिश्रा ने की, जिसमें विभिन्न विभागों के प्रमुख, वरिष्ठ चिकित्सकगण और तकनीकी विशेषज्ञों की उपस्थिति रही. पढ़े पुरी खबर.......

पूर्णिया | रिपोर्ट: मिथिला जन जन की आवाज़ ब्यूरो: राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पूर्णिया में आज एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ, जब DNB (डिप्लोमा नेशनल बोर्ड) को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता स्वयं प्राचार्य डॉ. हरिशंकर मिश्रा ने की, जिसमें विभिन्न विभागों के प्रमुख, वरिष्ठ चिकित्सकगण और तकनीकी विशेषज्ञों की उपस्थिति रही।
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बैठक में मेडिकल कॉलेज में DNB कोर्स की शुरुआत को लेकर विस्तृत समीक्षा की गई। प्राचार्य डॉ. मिश्रा ने कहा कि “DNB का आगमन न केवल मेडिकल एजुकेशन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि इससे स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर भी ऊंचा उठेगा। यह केवल एक शैक्षणिक विस्तार नहीं, बल्कि बिहार के सुदूर कोनों में चिकित्सा की नई रोशनी फैलाने की तैयारी है।”
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छात्रों में जागी नई उम्मीदें: DNB से जुड़े कई पूर्व छात्रों और इच्छुक मेडिकल स्नातकों ने इस पहल को "स्वर्णिम अवसर" बताया। वही एक छात्र, डॉ. अक्षत आनंद ने कहा “हमें बड़े शहरों की ओर पलायन करना पड़ता था DNB के लिए। यदि पूर्णिया में यह सुविधा शुरू होती है, तो हम अपने क्षेत्र में रहकर ही उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे और समाज की सेवा कर पाएंगे।”
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वहीं, पूर्णिया के स्थानीय छात्रा डॉ. साक्षी मिश्रा ने कहा “इस मेडिकल कॉलेज की बुनियादी सुविधाएं और शिक्षकों का अनुभव पहले से ही बेहतरीन है। DNB की शुरुआत से यहां का नाम राष्ट्रीय स्तर पर और ऊँचाई छुएगा।”
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मरीजों को भी होगा लाभ: DNB कोर्स से प्रशिक्षित डॉक्टरों की उपलब्धता से अस्पताल में विशेषज्ञ सेवाओं की भरमार होगी। ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीजों को अब बेहतर इलाज, कम समय में, कम खर्च में और अपने ही जिले में मिलने की संभावना प्रबल हो गई है।
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प्राचार्य डॉ. मिश्रा ने यह भी संकेत दिया कि विभागवार आधार पर रिक्तियों का आंकलन किया जा रहा है, जिससे NBE (नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन) को प्रस्ताव भेजा जा सके। संभावनाओं की दिशा में बढ़ते कदम: बैठक के अंत में यह स्पष्ट किया गया कि आगामी सप्ताहों में एक निरीक्षण समिति कॉलेज का दौरा करेगी। साथ ही, बुनियादी ढांचे को और मजबूत बनाने के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित की गई है। पूर्णिया अब सिर्फ सीमांचल का शहर नहीं, बल्कि शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में एक उभरता हुआ केंद्र बनता जा रहा है। DNB कोर्स की पहल इसका साक्षात प्रमाण है।