Tag: DARBHANGA POLICE
शिमला से दरभंगा तक पसरे अपराध के धागे: कबाड़ी के चोले में...
8 मई 2025 को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में दर्ज सदर थाना कांड संख्या 36/25,...
छः हज़ार में बिक गया कानून, वर्दी ने बेच दी संविधान की...
बिहार के दरभंगा जिले का एक कोना सिमरी थाना इन दिनों कानून की किताबों से ज्यादा चर्चा...
गले पर उभरे निशान, आंखों में पिता का शोक, और व्यवस्था की...
मिथिला की सांस्कृतिक धरती आज एक बार फिर चीख रही है। एक पिता की लाचार पुकार, एक माँ...
"जब लोकतंत्र के नाम पर पुलिसिया कलम ने लिखा सत्ता की सनक...
15 मई 2025 का दिन दरभंगा के राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक इतिहास में एक अनूठा अध्याय...
"राहुल को रात 11:30 बजे बुलाया गया, आम के बग़ीचे में घना...
ये तस्वीर एक माँ की है, जिसके चेहरे पर हज़ारों प्रश्न हैं, और उत्तर… कोई नहीं। उसके...
"जिन गाड़ियों से कभी चिट्ठियाँ आती थीं, अब उन्हीं से ज़हर...
दरभंगा पुलिस की कार्रवाई, 1719 लीटर विदेशी शराब जब्त, 'डाक पार्सल' की आड़ में चल...
"दिन के उजाले में दरभंगा की सड़कों पर पिस्टल की बटों से...
ये दरभंगा है, मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी। लेकिन सोमवार की सुबह इस शहर ने एक ऐसा...
"दरभंगा में कानून को दी खुली चुनौती: अब या तो विश्वविद्यालय...
समय की गति तेज है, पर थानों की रफ्तार धीमी। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में अपराध...
"दरभंगा पुलिस की ‘ईमानदारी योजना’: आरोपी छोड़वाइए, सोने...
दरभंगा की उपजाऊ माटी से न्याय की खुशबू नहीं, अब बेबसी की बदबू उठती है। ये वो ज़मीन...
"दरभंगा की सड़कों पर घुटती साँसें, चिलचिलाती धूप में बिलखती...
जब किसी शहर की सड़कों पर धूप उतरती है, तो वहां सिर्फ गर्मी नहीं उतरती — उतरती है...
"जब वर्दी ने तोड़ी बाबूगिरी की जंजीरें: डीजीपी का ऐतिहासिक...
कभी लोककथा के वीरों की भांति खाकी वर्दी पहनने वाले नौजवान जब पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों...
"दरभंगा की गलियों में ईमानदारी की मिसाल बने लहेरियासराय...
जहाँ कभी रातों को डर और अशांति के साये गहरे होते थे, वहीं दीपक कुमार के आते ही एक...
“हथकड़ी टूटी नहीं थी, लेकिन शासन की नींव दरक गई थी बेनीपुर...
रविवार की सुबह दरभंगा के डीएमसीएच अस्पताल में कुछ नहीं टूटा ना दरवाज़ा, ना हथकड़ी,...
"दरभंगा के जोगियारा गांव में शादी समारोह के नाम पर चली...
एक बार फिर मिथिला शर्मिंदा हुई है। एक बार फिर दरभंगा की पुलिस व्यवस्था सवालों के...
टनटुनिया टोला की तंग गलियों से टेकरीटी की ठंडी साँसों तक—जब...
शहर वही है... गंध वही... गलियों में उठते धुएं भी वही... पर इस बार फिज़ा में एक सख्त...
"कफन में लिपटा था कोई और, मातम उस पर था जो ज़िंदा था –...
जहाँ न्याय का मंदिर है, वहीं झूठ का घंटा भी बज सकता है — यह किसी व्यंग्य लेखक की...