Tag: DARBHANGA POLICE
डायगर की धार, करमगंज का कैफ और सैदनगर की सन्नाटी बहादुरपुर...
शुक्रवार की शाम बहादुरपुर की हवाओं में कुछ बेचैनी थी। बल्लोपुर की गलियों में एक...
काकोढ़ा में सिर्फ तार नहीं टूटा, टूटी संवेदनशीलता थानाध्यक्ष...
दरभंगा ज़िले के सकतपुर थाना क्षेत्र स्थित काकोढ़ा गाँव में मुहर्रम की संध्या एक...
पिस्तौल की नोक पर मांगा गया इंसाफ, आंख फोड़ी गई, दस्तावेज...
शाम की ढलती रौशनी में जब एक डॉक्टर अपनी दिनभर की सेवाओं से लौट रहा था, तब रास्ते...
दरभंगा के खरथुआ गांव में रात 11 बजे गोलियों की गूंज से...
दरभंगा की गर्म और अपेक्षाकृत शांत मानी जाने वाली रातों में एक रात ऐसी भी आई, जो...
दरभंगा में जब कानून खुद सड़क किनारे बिकने लगा: दरभंगा के...
सड़कें महज़ गंतव्य तक पहुँचने का मार्ग नहीं होतीं। वे साक्षी होती हैं व्यवस्था के...
नशे में चूर गुंडे ने की पत्रकार की हत्या की कोशिश मुहर्रम...
शब्द थरथरा रहे हैं, आत्मा काँप रही है, और लोकतंत्र का चौथा स्तंभ आज लहूलुहान है......
सीएम कॉलेज बना डर और रहस्य का नया पता जहाँ 8:59 पर दाखिल...
27 जून की सुबह थी। मौसम भी कुछ वैसा ही, जैसे कोई अनहोनी दस्तक देने को तैयार हो।...
दरभंगा-मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सरकारी वाहन...
मंगलवार की सुबह थी। सूरज अभी पूरी तरह निकला नहीं था, पर राष्ट्रीय राजमार्ग NH-27...
फुलवारी शरीफ से आये थे दो नकाबपोश दरभंगा को बनाना था अपराध...
रात की स्याही में जब शहर अपने ख्वाबों में खोया था, तब दरभंगा के विश्वविद्यालय थाना...
जब रात की चुप्पी में गूंजने लगी वर्दी की आहट: दरभंगा की...
जब शहर की सड़कों पर चांदनी उतरती है, दुकानें आधी-नीम रौशनी में खुद को समेटने लगती...
एसडीपीओ शुभेन्द्र कुमार सुमन की सधी हुई पदचाप और हमारी...
जब किसी पद की मर्यादा को चरित्र की दृढ़ता से साधा जाए, तब एक अधिकारी सिर्फ कुर्सी...
हे लोकतंत्र! तू अब थाने में कैद है दरभंगा डीएमसीएच की सड़ी...
जब सत्ता के गलियारों में मंत्रियों के काफिले सरपट दौड़ते हैं, तब लोकतंत्र अक्सर किनारे...
हे ईश्वर! मृत्यु और जीवन का विधान तो तेरे ही हाथ था......
जब खून अपना रिश्ता भूल जाए, जब लालच रिश्तों से बड़ा हो जाए… तब बाप के साँस लेने...
दरभंगा पुलिस प्रशासन में वर्दियों का नवगठित संवाद... जब...
24 जून 2025 को दरभंगा पुलिस अधीक्षक कार्यालय से एक प्रेस विज्ञप्ति ने जिले की पुलिस...
जब अनुसंधान बना मज़ाक, न्याय पड़ा मौन और बहेड़ा थानाध्यक्ष...
कभी अपराध का पर्याय रहा बहेड़ा इलाका आज फिर सुर्खियों में है। पर इस बार सुर्ख़ियों...
बड़ी वारदात: जब 15 डकैतों ने बेलही की रात को लहू में डुबो...
बिहार की सांस्कृतिक राजधानी दरभंगा में बीती शनिवार की रात को घटी एक सनसनीखेज वारदात...