चुनावी माहौल में दरभंगा पुलिस एक्शन मोड में! ग्रामीण एसपी आलोक का Border पर Surprise Inspection बोले ‘जनता का भरोसा ही सबसे बड़ा सिक्योरिटी कवर’ पढ़िए मिथिला जन जन की आवाज की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में हर डिटेल!
दरभंगा की मिट्टी आज फिर पुलिस की सख्त मिज़ाज कार्रवाई की गवाह बनी। सुबह का सूरज जब धान के खेतों के ऊपर सुनहरी किरणें बिखेर रहा था, उसी वक्त दरभंगा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक का काफिला तिलकेश्वर थाना क्षेत्र के दरभंगा-खगड़िया अंतरजिला नाका चेकपोस्ट पर पहुंचा। बिना किसी पूर्व सूचना के किया गया यह औचक निरीक्षण प्रशासनिक चुस्ती और चुनावी सतर्कता का प्रतीक बन गया। सड़क के किनारे खड़ी पुलिस गाड़ी और वर्दीधारी अधिकारियों की सक्रियता ने यह संदेश साफ़ कर दिया कि अब चुनावी मौसम में दरभंगा पुलिस का हर पहरा सख्त होगा, हर सीमा चेकपोस्ट पर निगरानी चौकस होगी. पढ़े पूरी खबर........

दरभंगा, 10 अक्टूबर 2025। दरभंगा की मिट्टी आज फिर पुलिस की सख्त मिज़ाज कार्रवाई की गवाह बनी। सुबह का सूरज जब धान के खेतों के ऊपर सुनहरी किरणें बिखेर रहा था, उसी वक्त दरभंगा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक का काफिला तिलकेश्वर थाना क्षेत्र के दरभंगा-खगड़िया अंतरजिला नाका चेकपोस्ट पर पहुंचा। बिना किसी पूर्व सूचना के किया गया यह औचक निरीक्षण प्रशासनिक चुस्ती और चुनावी सतर्कता का प्रतीक बन गया। सड़क के किनारे खड़ी पुलिस गाड़ी और वर्दीधारी अधिकारियों की सक्रियता ने यह संदेश साफ़ कर दिया कि अब चुनावी मौसम में दरभंगा पुलिस का हर पहरा सख्त होगा, हर सीमा चेकपोस्ट पर निगरानी चौकस होगी।
औचक निरीक्षण का उद्देश्य सुरक्षा और पारदर्शिता दोनों: ग्रामीण एसपी ने नाका चौकी पर पहुंचते ही ड्यूटी में तैनात अधिकारियों से वाहन जांच की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। उन्होंने रजिस्टरों की जांच की, वाहनों के रिकॉर्ड देखे और यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक गाड़ी की तलाशी निष्पक्ष और नियमानुसार हो। उन्होंने सख्त शब्दों में कहा की यह सिर्फ चुनावी औपचारिकता नहीं है, यह जनता के विश्वास को मजबूत करने का दायित्व है। किसी भी प्रकार की लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर वाहन की जांच करें, लेकिन शालीनता और कानून के दायरे में। ग्रामीण एसपी ने चेकपोस्ट पर मौजूद पुलिस पदाधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि किसी भी वाहन या व्यक्ति की जांच के दौरान बॉडी कैमरा का उपयोग करें और जांच की प्रक्रिया को पारदर्शी रखें।
अंतरजिला नाका चेकपोस्ट: सुरक्षा का पहला दरवाज़ा: दरभंगा-खगड़िया सीमा पर स्थित यह नाका चेकपोस्ट कई वर्षों से दोनों जिलों के बीच आने-जाने वाले वाहनों की निगरानी का प्रमुख केंद्र है। चुनावी समय में यही बिंदु सुरक्षा की दृष्टि से सबसे संवेदनशील माने जाते हैं। अवैध शराब, नकदी और हथियारों की तस्करी को रोकने में इन चौकियों की भूमिका अहम होती है। एसपी ने इस बात पर विशेष ज़ोर दिया कि सीमा पर सुरक्षा में चूक का मतलब जिले की शांति में सेंध है। उन्होंने कहा कि हर पुलिसकर्मी को अपने दायित्व की गंभीरता को समझना होगा।
चेकिंग में सख़्ती, लेकिन जनता के प्रति सौम्यता: निरीक्षण के दौरान ग्रामीण एसपी ने पुलिसकर्मियों को यह भी निर्देश दिया कि सख्ती केवल अपराधियों के लिए होनी चाहिए, आम जनता के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि जनता के साथ पुलिस का व्यवहार मर्यादित, शालीन और सहयोगी होना चाहिए, ताकि प्रशासनिक कार्रवाई का असर भय नहीं बल्कि भरोसा पैदा करे। स्थानीय लोगों ने बताया कि एसपी के आने से पहले तक चेकिंग प्रक्रिया सामान्य थी, लेकिन निरीक्षण के बाद जवानों की चौकसी और सतर्कता स्पष्ट रूप से बढ़ गई। एक राहगीर ने कहा आज पहली बार लगा कि पुलिस सच में चुनाव को लेकर पूरी तरह गंभीर है। हर वाहन को ध्यान से देखा जा रहा है, कोई जल्दबाज़ी नहीं।
पुलिस की सघन जांच और संवेदनशील क्षेत्र की निगरानी: निरीक्षण के दौरान कई वाहनों की रैंडम चेकिंग की गई। संदिग्ध नंबर प्लेट या बिना दस्तावेज वाले वाहनों को रोककर जांच की गई। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की अवैध वस्तु चाहे वह शराब हो या चुनावी नकदी जिले में प्रवेश न कर सके। एसपी ने यह भी निर्देश दिया कि नाका चौकी की प्रत्येक ड्यूटी शिफ्ट के अंत में रिपोर्ट तैयार की जाए और उसे थाना प्रभारी के माध्यम से जिला मुख्यालय को भेजा जाए।उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनावी नाका केवल एक चेकपोस्ट नहीं, बल्कि यह लोकतंत्र की निगरानी का बिंदु है। यहां से ही यह तय होता है कि चुनाव निष्पक्ष रहेगा या नहीं।”
जनता में संदेश और पुलिस की नयी ऊर्जा: ग्रामीण एसपी के इस औचक निरीक्षण ने जिले की पुलिस व्यवस्था में एक नई ऊर्जा भर दी है। चेकपोस्ट पर तैनात जवानों ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के इस तरह मौके पर आने से उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और जिम्मेदारी की भावना और मजबूत होती है। एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा की जब एसपी साहब खुद पहुंच जाते हैं, तो हम लोगों में भी यह भावना आती है कि हमें जनता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी है। यह सिर्फ ड्यूटी नहीं, एक जिम्मेदारी है।
चुनाव आयोग की गाइडलाइन और दरभंगा पुलिस की तैयारी: विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र, चुनाव आयोग ने पहले ही सभी जिलों को सख्त दिशा-निर्देश जारी कर रखे हैं। दरभंगा पुलिस ने इन निर्देशों पर पूरी तरह अमल शुरू कर दिया है हर सीमा पर नाका चेकपोस्ट सक्रिय किया गया है। एरिया डोमिनेशन के लिए गश्ती टीमों की संख्या बढ़ाई गई है। संवेदनशील बूथों की पहचान कर CCTV निगरानी की तैयारी चल रही है। सभी थानाध्यक्षों को हर दिन शाम में रिव्यू मीटिंग में शामिल होने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीण एसपी का यह औचक निरीक्षण दरअसल उसी बड़ी रणनीति का हिस्सा है, जो दरभंगा को शांत, निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव की दिशा में आगे बढ़ा रहा है।
दरभंगा की धरती ने कई बार प्रशासनिक सक्रियता के उदाहरण देखे हैं, लेकिन इस बार का निरीक्षण खास था। यह केवल पुलिस की औपचारिकता नहीं थी, बल्कि जनता के प्रति उत्तरदायित्व की एक जीवंत मिसाल थी। जब एसपी खुद नाका चौकी पर खड़े होकर जवानों को निर्देश देते दिखे, तो यह दृश्य प्रशासनिक दृढ़ता का प्रतीक बन गया। दरभंगा की जनता अब यह जान चुकी है की अगर कोई है जो उनकी सुरक्षा के लिए रात-दिन एक कर रहा है, तो वह उनकी अपनी पुलिस है। और यही भरोसा ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी जीत है।