Tag: DARBHANGA POLICE

दरभंगा
दरभंगा की गलियों में अब गूंजता है डर, न कि चूड़ियों की खनक विश्वविद्यालय थाना के SHO सुधीर कुमार और लहेरियासराय थाना के SHO अमित कुमार के क्षेत्र में महिलाओं को अब कहना पड़ रहा है: 'मत पहनो चैन... कहीं कोई Apachi बाइक वाले न आ जाए!' पढ़िए एक ऐसी रिपोर्ट जो आपको झकझोर देगी, डर की जड़ तक ले जाएगी और सुरक्षा के खोखले दावों की पोल खोल देगी...

दरभंगा की गलियों में अब गूंजता है डर, न कि चूड़ियों की...

जब चूड़ियों की खनक किसी गली से गुजरती थी, तो लगता था कि दरभंगा ज़िंदा है। अब उन्हीं...

दरभंगा
दरभंगा की उजड़ी उम्मीदें और शिक्षक की बेजुबां मौत एसएसपी साहब, अब वक्त है जनता के भरोसे को फिर से जीता जाए, उतरिए मैदान में, खोजिए और सलटाइए उस दरिंदे को जिसने हमारे गुरु की रूह को गोली मार दी!

दरभंगा की उजड़ी उम्मीदें और शिक्षक की बेजुबां मौत एसएसपी...

बिहार की धरती एक बार फिर अपने ही खून से सींच दी गई है। इस बार किसी बाहुबली के बीच...

दरभंगा
संतोष की गिरफ्तारी नहीं, यह एक साहसी पत्रकार की कलम की विजय है: जब प्रीति की मृत्यु को आत्महत्या कहकर दबाने की हो रही थी साज़िश, और आशिष कुमार की लेखनी ने उसे जनचेतना की चिंगारी बना दिया

संतोष की गिरफ्तारी नहीं, यह एक साहसी पत्रकार की कलम की...

दरभंगा के बलभद्रपुर स्थित एनपी मिश्रा चौक की गली में 12 मई की वह दोपहर आज भी लोगों...

दरभंगा
मटन के नाम पर थाली में परोस दिया गया बीफ! दरभंगा की धरती पर स्वाद और श्रद्धा के साथ पापपूर्ण मज़ाक, स्पार्की होटल बना अपवित्रता का अड्डा! ग्राहक से मारपीट, गाली-गलौज और दो-दो एफआईआर सावधान! इस होटल में जाने से पहले पढ़ लें यह कड़वी सच्चाई…

मटन के नाम पर थाली में परोस दिया गया बीफ! दरभंगा की धरती...

दरभंगा की पवित्र भूमि जहाँ माँ जानकी की स्मृतियाँ गूंजती हैं, जहाँ पान, मखाना और...

दरभंगा
सिमरी थाने की अंधेरी कोठरी में मरा पंकज या मारा गया? बीमारी का बहाना बना 'सिस्टम', लेकिन पोस्टमार्टम की चीत्कारों ने उधेड़ दी इंसाफ की लाश! चार साल आठ महीने बाद जब उठी कानून की गर्दन, तो थानेदार से जवान तक हर चेहरा बेनकाब अब नहीं छुपेगा कोई!

सिमरी थाने की अंधेरी कोठरी में मरा पंकज या मारा गया? बीमारी...

मिथिला की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक राजधानी। जहां साहित्य की आत्मा बसती है, वहीं कुछ...

दरभंगा
प्रीति झा की लाश पलंग पर, गले पर फांसी के निशान, आंखों में अंतिम सिसकियां दस दिन बीत गए, पति अब भी गायब, SDPO बोले 'जांच गंभीर है', पर अमरनाथ झा की आंखें पूछ रही हैं... क्या किसी बेटी की मौत के बाद भी कानून इतना सुस्त हो सकता है? क्या पुलिस का भरोसा सिर्फ बयानों तक सीमित है? क्या एक पिता का टूटा विश्वास कभी फिर से जुड़ पाएगा?

प्रीति झा की लाश पलंग पर, गले पर फांसी के निशान, आंखों...

दरभंगा की शहरी भीड़-भाड़ में शामिल एनपी मिश्रा चौक की एक गली, जो आमतौर पर चाय की...

दरभंगा
दरभंगा की वह सुबह जब सूरज नहीं खून उगा आंखोपुर में मनका तालाब के किनारे गुलजार का कटा गला मिला, बहादुरपुर की हवा भी कांपी, लेकिन सिस्टम ने फिर आंखें बंद कर ली; अब सवाल यह नहीं कि किसकी हत्या हुई… सवाल ये है कि अगला कौन होगा?

दरभंगा की वह सुबह जब सूरज नहीं खून उगा आंखोपुर में मनका...

एक समय था जब यह नाम आते ही बुद्धि, विद्या और विरासत की त्रयी स्मृति में उतरती थी।...

दरभंगा
प्रीति मर गई, पर उसकी आत्मा आज दरभंगा की सड़कों पर भटक रही है… हर दीवार पर लिखा है ‘इसे आत्महत्या मत कहो, ये हत्या है!’ डीजीपी श्री विनय कुमार जी, अब ये आपके निर्णय की घड़ी है…या तो प्रीति को न्याय दीजिए, या यह स्वीकार कीजिए कि सिस्टम अब केवल ताकतवरों का गुलाम है!

प्रीति मर गई, पर उसकी आत्मा आज दरभंगा की सड़कों पर भटक...

प्रीति झा अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी मुस्कान, उसका जीवन, उसकी पहचान सबकुछ एक...

दरभंगा
लहेरियासराय के अपराध के अंधकार में जब बजी सख्ती की सिटी: अमित कुमार के आगमन ने थामे कानून की डोरी, नशा-शराब माफियाओं के पाँव रुकेंगे जनता के उम्मीदों के बीच नए प्रहरी का सख्त इरादा और निष्ठा की नई मिसाल

लहेरियासराय के अपराध के अंधकार में जब बजी सख्ती की सिटी:...

शहर की गलियों में जब अपराध की परछाइयाँ गहराने लगी थीं, तब एक नई रोशनी की आवश्यकता...

दरभंगा
भरवाड़ा मंदिर के बाहर बाइक की ठोकर से उपजा विवाद, समझाने पहुँचे पुजारी प्रशांत भारती पर हुआ हमला; शांति का संदेश देने वाले धर्मसेवक को भीड़ ने खून से लथपथ किया, मंदिर की चौखट पर कराह उठी आस्था प्रशासन अब भी ‘आवेदन’ का कर रहा इंतज़ार!

भरवाड़ा मंदिर के बाहर बाइक की ठोकर से उपजा विवाद, समझाने...

भरवाड़ा... एक छोटा-सा कस्बा, जहां सुबह की शुरुआत मंदिर की घंटियों और शाम की विदाई...

दरभंगा
जवाबदेही की सर्जरी या सुस्त तंत्र पर बिजली की चोट? दरभंगा के तेजतर्रार कप्तान जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बदले थानों के सेनापति; अमित कुमार को मिली लहेरियासराय की कमान, सूरज कुमार गुप्ता अब बहेड़ा के थानेदार क्या अब थानों में उठेगी कार्रवाई की आंधी या चलेगा वही पुराना पंखा?

जवाबदेही की सर्जरी या सुस्त तंत्र पर बिजली की चोट? दरभंगा...

दरभंगा पुलिस प्रशासन एक बार फिर सख्त, सतर्क और सजग मोड में नजर आ रहा है। जिले के...

दरभंगा
बहेड़ी कांड पर DIG मेश्राम का वज्र प्रहार: थानेदार पद से मुक्त, अफसरों पर कार्रवाई; दरभंगा पुलिस को अब मीटिंग नहीं, मैदान में उतरने का हुक्म!

बहेड़ी कांड पर DIG मेश्राम का वज्र प्रहार: थानेदार पद से...

बात बहेड़ी की है… पर गूंज पूरे दरभंगा में सुनाई दी। एक कांड, एक चूक, और एक सख्त...

दरभंगा
मान्यवर डीआईजी मैडम! दरभंगा के थानों में आपकी उपस्थिति आश्वस्त कर गई… अब कृपया इन रातों को भी संभाल लीजिए! जहाँ नींद में हैं रक्षक, वहाँ अपराधी शिकार ढूंढते फिरते हैं… हमें गार्ड ऑफ ऑनर नहीं, सड़कों पर आपकी प्रणाली की गूंज चाहिए!

मान्यवर डीआईजी मैडम! दरभंगा के थानों में आपकी उपस्थिति...

पुलिस विभाग की सुस्ती पर आज एक महिला अफसर की पैनी नज़र और सख्त आवाज़ गूंज उठी। मिथिला...

दरभंगा
प्रेम किया था, पाप नहीं... फिर क्यों झूलना पड़ा दुपट्टे से? दरभंगा के कंसी गांव में प्रेमी की संदिग्ध हत्या ने उठाए कई सवाल क्या अब प्यार की सज़ा मौत है? क्या इज़्ज़त के नाम पर हर संवेदना कुर्बान होगी? और सबसे बड़ा सवाल... आख़िर किसने दरभंगा को नजर लगा दी?

प्रेम किया था, पाप नहीं... फिर क्यों झूलना पड़ा दुपट्टे...

यह वही धरती है जहाँ विद्यापति के गीतों में प्रेम देवता हुआ करता था... जहाँ सीता...

दरभंगा
एसएसपी साहब! नेहरा थाना के थानाध्यक्ष ने दिखा दिया कि आपकी निगरानी में पुलिस सिर्फ माला नहीं जपती, मैदान में उतरकर अपराधियों को हथियार सहित धर दबोचती है यह कार्रवाई नहीं, दरभंगा पुलिस की आत्मा की पुनर्स्थापना है!

एसएसपी साहब! नेहरा थाना के थानाध्यक्ष ने दिखा दिया कि आपकी...

अगर दरभंगा की पुलिस सो जाए तो हथियार बोलते हैं, लेकिन अगर वो जाग जाए, तो अपराध की...

दरभंगा
शादी में गूंजा 'लहंगा उठा देब'... और पड़ोसी का खून बहा देब! भटपोखरा में अश्लील गानों से छिड़ा खूनी महाभारत, दूल्हा सहित चार सलाखों के पीछे

शादी में गूंजा 'लहंगा उठा देब'... और पड़ोसी का खून बहा...

जब शहनाई की जगह डीजे पर गूंजने लगे "लहंगा उठा देब सटर-सटर", "छाती पे चलs नंगीया",...