Tag: DARBHANGA POLICE
दरभंगा की वह सुबह जब सूरज नहीं खून उगा आंखोपुर में मनका...
एक समय था जब यह नाम आते ही बुद्धि, विद्या और विरासत की त्रयी स्मृति में उतरती थी।...
प्रीति मर गई, पर उसकी आत्मा आज दरभंगा की सड़कों पर भटक...
प्रीति झा अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी मुस्कान, उसका जीवन, उसकी पहचान सबकुछ एक...
लहेरियासराय के अपराध के अंधकार में जब बजी सख्ती की सिटी:...
शहर की गलियों में जब अपराध की परछाइयाँ गहराने लगी थीं, तब एक नई रोशनी की आवश्यकता...
भरवाड़ा मंदिर के बाहर बाइक की ठोकर से उपजा विवाद, समझाने...
भरवाड़ा... एक छोटा-सा कस्बा, जहां सुबह की शुरुआत मंदिर की घंटियों और शाम की विदाई...
जवाबदेही की सर्जरी या सुस्त तंत्र पर बिजली की चोट? दरभंगा...
दरभंगा पुलिस प्रशासन एक बार फिर सख्त, सतर्क और सजग मोड में नजर आ रहा है। जिले के...
बहेड़ी कांड पर DIG मेश्राम का वज्र प्रहार: थानेदार पद से...
बात बहेड़ी की है… पर गूंज पूरे दरभंगा में सुनाई दी। एक कांड, एक चूक, और एक सख्त...
मान्यवर डीआईजी मैडम! दरभंगा के थानों में आपकी उपस्थिति...
पुलिस विभाग की सुस्ती पर आज एक महिला अफसर की पैनी नज़र और सख्त आवाज़ गूंज उठी। मिथिला...
प्रेम किया था, पाप नहीं... फिर क्यों झूलना पड़ा दुपट्टे...
यह वही धरती है जहाँ विद्यापति के गीतों में प्रेम देवता हुआ करता था... जहाँ सीता...
एसएसपी साहब! नेहरा थाना के थानाध्यक्ष ने दिखा दिया कि आपकी...
अगर दरभंगा की पुलिस सो जाए तो हथियार बोलते हैं, लेकिन अगर वो जाग जाए, तो अपराध की...
शादी में गूंजा 'लहंगा उठा देब'... और पड़ोसी का खून बहा...
जब शहनाई की जगह डीजे पर गूंजने लगे "लहंगा उठा देब सटर-सटर", "छाती पे चलs नंगीया",...
अफवाह की आंच में सुलगती सच्चाई: दरभंगा में हिमाचल के चोर,...
एक तरफ़ हिमाचल प्रदेश की पुलिस की कार्रवाई, दूसरी तरफ दरभंगा की गलियों में दबी हुई...
शिमला से दरभंगा तक पसरे अपराध के धागे: कबाड़ी के चोले में...
8 मई 2025 को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में दर्ज सदर थाना कांड संख्या 36/25,...
छः हज़ार में बिक गया कानून, वर्दी ने बेच दी संविधान की...
बिहार के दरभंगा जिले का एक कोना सिमरी थाना इन दिनों कानून की किताबों से ज्यादा चर्चा...
गले पर उभरे निशान, आंखों में पिता का शोक, और व्यवस्था की...
मिथिला की सांस्कृतिक धरती आज एक बार फिर चीख रही है। एक पिता की लाचार पुकार, एक माँ...
"जब लोकतंत्र के नाम पर पुलिसिया कलम ने लिखा सत्ता की सनक...
15 मई 2025 का दिन दरभंगा के राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक इतिहास में एक अनूठा अध्याय...
"राहुल को रात 11:30 बजे बुलाया गया, आम के बग़ीचे में घना...
ये तस्वीर एक माँ की है, जिसके चेहरे पर हज़ारों प्रश्न हैं, और उत्तर… कोई नहीं। उसके...