दरभंगा में छठ पर्व से पहले प्रशासन का लोहे जैसा फरमान! 27 से 28 अक्टूबर तक सड़कों पर थमेगा हर पहिया, गूंजेगी पुलिस की सीटी, हर मोड़ पर खड़ा होगा सायरन लिए पहरेदार गलती से भी गाड़ी बढ़ाई तो सीधे पुलिस के शिकंजे में फँसना तय!
दरभंगा पुलिस ने छठ पूजा के पावन अवसर पर पूरे शहर के ट्रैफिक सिस्टम को लेकर इतनी सख्त योजना बनाई है कि गलती से भी कोई वाहन नियम तोड़ेगा तो सीधे पुलिस के शिकंजे में फँस जाएगा! 27 अक्टूबर दोपहर 12 बजे से लेकर 28 अक्टूबर सुबह 10 बजे तक पूरा दरभंगा शहर मानो एक “क़ैद ज़ोन” में तब्दील हो जाएगा। दरभंगा पुलिस की यह प्रेस विज्ञप्ति किसी साधारण सूचना से ज़्यादा, एक कड़ा अलर्ट और चेतावनी जैसी लगती है. पढ़े पूरी खबर.......
दरभंगा। दरभंगा पुलिस ने छठ पूजा के पावन अवसर पर पूरे शहर के ट्रैफिक सिस्टम को लेकर इतनी सख्त योजना बनाई है कि गलती से भी कोई वाहन नियम तोड़ेगा तो सीधे पुलिस के शिकंजे में फँस जाएगा! 27 अक्टूबर दोपहर 12 बजे से लेकर 28 अक्टूबर सुबह 10 बजे तक पूरा दरभंगा शहर मानो एक “क़ैद ज़ोन” में तब्दील हो जाएगा। दरभंगा पुलिस की यह प्रेस विज्ञप्ति किसी साधारण सूचना से ज़्यादा, एक कड़ा अलर्ट और चेतावनी जैसी लगती है।

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हरी पोखर घाट की तरफ रास्ता बन जाएगा “नो एंट्री”: प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जेएन कॉलेज मोड़ से लेकर रेलवे स्टेशन की दिशा में जाने वाले सभी तीन पहिया, चार पहिया और भारी वाहन पूरी तरह बंद रहेंगे। दोनार से स्टेशन की ओर जाने वाले वाहन स्टेशन के हनुमान मंदिर या दिल्ली मोड़ की ओर डायवर्ट होंगे। दहिंग मोड़ से रेलवे स्टेशन की दिशा में जाने वाले वाहन भी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। शिवधारा से बंबई मोड़ की ओर आने-जाने वाले व्यावसायिक वाहन रोक दिए जाएंगे। यहाँ तक कि छोटे निजी वाहनों तक को पुलिस ने ‘संदेह क्षेत्र’ में शामिल कर दिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भीड़, जाम और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह निर्णय “अत्यावश्यक” है।

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केंदुआ टैंक घाट के आसपास बनेगा सुरक्षा का अभेद कवच: दरभंगा मोड़, एमएस कॉलेज मोड़, हजमा चौक से लेकर लहेरियासराय टावर चौक तक पुलिस की नाकेबंदी होगी। भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी जाएगी। लहेरियासराय टावर से स्वीट होम मोड़ होते हुए जीएन रोड और कर भरी होते हुए तकिया-6 आयकर चौक तक हर वाहन की जाँच होगी। हर मोड़ पर पुलिसकर्मी बैरिकेडिंग के पीछे तैनात रहेंगे। इस दौरान अगर किसी ने गलत दिशा में गाड़ी घुसाने की कोशिश की तो डंडे की आवाज़ से ज़्यादा तेज़ उसकी गलती गूंजेगी।

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गंगा पोखर घाट की ओर न जाएं वरना लौटना मुश्किल: गंगा सागर घाट और उससे जुड़े सभी मार्गों पर भी कठोर रोक: सिटी कार्ड मोड़ से गंगा सागर तक जाने वाले सभी वाहन बंद रहेंगे। एमएलएसएम कॉलेज की दिशा से आने वाले सभी वाहनों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।काली मंदिर की ओर से जाने वाले मार्गों पर भी ट्रैफिक सील रहेगा। यहाँ तक कि समस्तीपुर से आने वाले वाहन भी शोभन मोड़ से पहले ही रोक दिए जाएंगे। यानी अगर किसी ने बिना सोच-समझ के गाड़ी बढ़ाई तो आगे सिर्फ़ पुलिस की सीटी और बैरिकेड्स मिलेंगे।

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पुलिस की तैयारी “वार मोड” पर: दरभंगा पुलिस की यह प्रेस विज्ञप्ति पढ़ते ही साफ़ होता है कि पूरे शहर में पुलिस चौकसी किसी दहशत भरे युद्ध जैसी होगी। हर घाट पर पुलिस जवानों की तैनाती, हर चौक पर सीटी की आवाज़, हर सड़क पर ‘नो एंट्री’ का बोर्ड दरभंगा की फिज़ा में छठ की भक्ति के साथ सुरक्षा की सख्ती भी तैरती दिखेगी।

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पुलिस का सख्त संदेश: जनता से अपील है कि अनावश्यक रूप से वाहन लेकर सड़कों पर न निकलें। ट्रैफिक प्लान का उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह बयान जितना विनम्र दिखता है, उतना ही सख्त अर्थ छिपाए हुए है। दरभंगा पुलिस इस बार किसी को चेतावनी देने नहीं, सीधे कार्रवाई करने के मूड में है।

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संभावित भयावह दृश्य: 27 की दोपहर से शहर की सड़कों पर सिर्फ़ पुलिस की वर्दी और भक्तों की भीड़ होगी। वाहनों की आवाजाही थम जाएगी। हर चौक पर बैरिकेड्स, हर मोड़ पर फ्लैशलाइट और सायरन, और हर घाट के आसपास लाल झिलमिलती बत्ती के नीचे तैयार खड़ी पुलिस टीम। शहर मानो एक ऐसे किले में बदल जाएगा जहाँ सिर्फ़ श्रद्धा और अनुशासन की एंट्री होगी।

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प्रशासन का अनुरोध और हमारी अपील: दरभंगा के डीएम व एसएसपी से भी आग्रह है कि वे स्वयं अपने परिवार संग रामबाग हरि मंदिर तालाब और प्रमुख घाटों का निरीक्षण करें, ताकि भक्तों में विश्वास बना रहे और प्रशासनिक सख्ती के बीच भक्ति का माहौल भी जीवित रहे।

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नोट: पुलिस ने स्पष्ट किया है कि “वन-वे” व्यवस्था पूर्ववत बनी रहेगी और किसी भी आपात स्थिति में ट्रैफिक में तात्कालिक बदलाव किया जा सकता है।

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संक्षेप में यह छठ पूजा दरभंगा के लिए सिर्फ़ धार्मिक नहीं, प्रशासनिक परीक्षा भी है। जहाँ सूरज अस्त और उदय के बीच श्रद्धा झुकेगी, वहीं दरभंगा पुलिस अपनी ड्यूटी की तपस्या करेगी। इस बार गलती से भी अगर किसी ने नियम तोड़ा तो छठ घाट पहुँचने से पहले ही पुलिस की हुकूमत से टकराना तय है!
