दीपावली की रात ड्यूटी से नदारद रहीं दरभंगा बि०वि०स०पु०-13 की आठ महिला सिपाहियाँ विश्वविद्यालय, रैयाम और बहादुरपुर थाना क्षेत्र में नहीं मिलीं अपने कर्तव्य स्थल पर SSP Darbhanga Jagunath Reddy ने दिखाई सख्ती, सभी को किया निलंबित कौन-कौन हैं ये महिला सिपाहियाँ? नाम और पूरी रिपोर्ट पढ़ें नीचे दिए लिंक पर.....

त्योहारों की खुशियों के बीच भी पुलिस बल की जिम्मेदारी कभी थमती नहीं लेकिन इस बार दरभंगा से आई एक खबर ने इस अनुशासन की परंपरा पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया। दीपावली, काली पूजा और छठ जैसे संवेदनशील पर्वों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-13 (दरभंगा) की आठ महिला सिपाहियाँ अपने-अपने कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित पाई गईं। औचक निरीक्षण में हुई इस लापरवाही ने न केवल विभाग को झकझोरा, बल्कि जिले में अनुशासन की रेखा को भी रेखांकित कर दिया है...... पढ़े पूरी खबर.......

दीपावली की रात ड्यूटी से नदारद रहीं दरभंगा बि०वि०स०पु०-13 की आठ महिला सिपाहियाँ विश्वविद्यालय, रैयाम और बहादुरपुर थाना क्षेत्र में नहीं मिलीं अपने कर्तव्य स्थल पर SSP Darbhanga Jagunath Reddy ने दिखाई सख्ती, सभी को किया निलंबित कौन-कौन हैं ये महिला सिपाहियाँ? नाम और पूरी रिपोर्ट पढ़ें नीचे दिए लिंक पर.....
दीपावली की रात ड्यूटी से नदारद रहीं दरभंगा बि०वि०स०पु०-13 की आठ महिला सिपाहियाँ विश्वविद्यालय, रैयाम और बहादुरपुर थाना क्षेत्र में नहीं मिलीं अपने कर्तव्य स्थल पर SSP Darbhanga Jagunath Reddy ने दिखाई सख्ती, सभी को किया निलंबित कौन-कौन हैं ये महिला सिपाहियाँ? नाम और पूरी रिपोर्ट पढ़ें नीचे दिए लिंक पर.....

दरभंगा: त्योहारों की खुशियों के बीच भी पुलिस बल की जिम्मेदारी कभी थमती नहीं लेकिन इस बार दरभंगा से आई एक खबर ने इस अनुशासन की परंपरा पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया। दीपावली, काली पूजा और छठ जैसे संवेदनशील पर्वों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-13 (दरभंगा) की आठ महिला सिपाहियाँ अपने-अपने कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित पाई गईं। औचक निरीक्षण में हुई इस लापरवाही ने न केवल विभाग को झकझोरा, बल्कि जिले में अनुशासन की रेखा को भी रेखांकित कर दिया है।

                                    Advertisement

कौन-कौन थीं ड्यूटी पर और कहाँ हुईं अनुपस्थित: 19 अक्टूबर 2025 को दरभंगा पुलिस द्वारा त्योहारों के दौरान विधि-व्यवस्था संधारण हेतु विभिन्न थानों में महिला पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। इस क्रम में विश्वविद्यालय थाना में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-13 (दरभंगा) की महिला सिपाही- 2023 कंचन कुमारी, महिला सिपाही- 2024 सुरूची कुमारी, महिला सिपाही- 1388 संगीता कुमारी और महिला सिपाही- 2030 बाबुल कुमारी को तैनात किया गया था। रैयाम थाना में महिला सिपाही- 2363 श्वेता, महिला सिपाही- 2361 कोमल कुमारी तथा महिला सिपाही- 1971 नीतु कुमारी की ड्यूटी लगाई गई थी। वहीं बहादुरपुर थाना में महिला सिपाही- 1641 ममता कुमारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी।लेकिन इन सभी के ड्यूटी स्थल पर औचक जांच के दौरान नदारद पाए जाने से थानाध्यक्षों ने तत्काल इसकी रिपोर्ट वरीय पुलिस अधीक्षक दरभंगा को सौंपी।

                                    Advertisement

थानाध्यक्षों की सख्त रिपोर्ट: कर्तव्य में घोर लापरवाही: विश्वविद्यालय थाना, रैयाम थाना और बहादुरपुर थाना के थानाध्यक्षों ने अलग-अलग रिपोर्ट में उल्लेख किया कि त्योहारों के दौरान शहर में सुरक्षा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इन महिला जवानों की मौजूदगी आवश्यक थी। परंतु इन सभी के अनुपस्थित रहने से विधि-व्यवस्था की ड्यूटी प्रभावित हुई, जो सेवा अनुशासन का गंभीर उल्लंघन माना गया। तीनों थानाध्यक्षों ने एक स्वर में अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की।

                                      Advertisement

एसएसपी दरभंगा का आदेश: अनुशासन से कोई समझौता नहीं: थानाध्यक्षों की रिपोर्ट और अनुशंसा पर कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दरभंगा ने समादेष्टा, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-13 (दरभंगा) को निर्देश दिया कि उक्त आठों महिला सिपाहियों को तत्काल निलंबित कर दिया जाए। उन्हें सामान्य जीवन-यापन भत्ता पर रखा गया है और विभागीय जांच प्रारंभ करने का आदेश दिया गया है। सूत्रों के अनुसार एसएसपी ने स्पष्ट कहा है कि:- वर्दी अनुशासन का प्रतीक है। पर्व-त्योहार हो या अवकाश, जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है। जो पुलिसकर्मी अपने कर्तव्य से विमुख होंगे, उनके साथ किसी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी।

                                   Advertisement

दरभंगा पुलिस की ‘Zero Tolerance’ नीति: दरभंगा पुलिस लंबे समय से अनुशासन और जवाबदेही पर सख्त रुख अपनाए हुए है। हाल के महीनों में कई पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही, नशे की स्थिति या देर से उपस्थिति के कारण विभागीय कार्रवाई झेलनी पड़ी है। एसएसपी कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया की दरभंगा पुलिस का मूलमंत्र है कर्तव्य पहले, बाकी बाद में। इस सिद्धांत से विचलन को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

                                  Advertisement

त्योहारों में सुरक्षा का दबाव और जिम्मेदारी का सवाल: दरभंगा जैसे सांस्कृतिक और घनी आबादी वाले जिले में दीपावली, काली पूजा और छठ पर्व के दौरान विधि-व्यवस्था की स्थिति अत्यंत संवेदनशील मानी जाती है। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में बड़े पूजा-पंडालों और छात्रावास इलाकों की निगरानी, रैयाम थाना में ग्रामीण सीमाओं की सुरक्षा और बहादुरपुर थाना में भीड़ नियंत्रण की ड्यूटी सभी को विशेष चौकसी की आवश्यकता होती है। ऐसे में महिला सिपाहियों का ड्यूटी से अनुपस्थित रहना एक बड़ी प्रशासनिक चूक के रूप में देखा जा रहा है।

                                    Advertisement

जनता में चर्चा अगर पुलिस ही गैरहाजिर तो सुरक्षा कौन संभाले?

इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में भी मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र की कुछ महिलाओं ने कहा कि पुलिस का काम सिर्फ त्योहार पर दिखना नहीं, बल्कि हर वक्त तैयार रहना है। अगर वही लोग गायब रहेंगे, जिन पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है, तो आम जनता किस पर भरोसा करे?

                                   Advertisement

निलंबन के बाद अगला कदम विभागीय जांच शुरू: सूत्रों के अनुसार समादेष्टा, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-13, दरभंगा द्वारा प्रारंभिक जांच समिति गठित की जा चुकी है। जांच में यह देखा जाएगा कि अनुपस्थिति का कारण क्या था क्या ये सभी बिना अनुमति गई थीं या किसी प्रकार की सूचना दी गई थी। जांच रिपोर्ट के बाद विभागीय कार्रवाई की अंतिम अनुशंसा पुलिस मुख्यालय को भेजी जाएगी। दरभंगा पुलिस ने इस कार्रवाई के माध्यम से यह संकेत दिया है कि अनुशासन ही बल की असली ताकत है। पर्वों के उल्लास के बीच भी वर्दी का धर्म सबसे ऊपर है और जो उस धर्म से विमुख होगा, उसे दरभंगा पुलिस बख्शने के मूड में नहीं है।