औचक नहीं, चेतावनी थी यह यात्रा जब दरभंगा के एसएसपी ने खामोशी से किया सिमरी थाना का निरीक्षण, और व्यवस्था को आईना दिखाकर लौट आए!

दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा सिमरी थाना का किया गया औचक निरीक्षण एक मात्र "जाँच" नहीं था यह पुलिस प्रशासन को उसके मूल कर्तव्यों की स्मृति दिलाने वाली सजग दस्तक थी. पढ़े पुरी खबर......

औचक नहीं, चेतावनी थी यह यात्रा जब दरभंगा के एसएसपी ने खामोशी से किया सिमरी थाना का निरीक्षण, और व्यवस्था को आईना दिखाकर लौट आए!
औचक नहीं, चेतावनी थी यह यात्रा जब दरभंगा के एसएसपी ने खामोशी से किया सिमरी थाना का निरीक्षण, और व्यवस्था को आईना दिखाकर लौट आए!

दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा सिमरी थाना का किया गया औचक निरीक्षण एक मात्र "जाँच" नहीं था यह पुलिस प्रशासन को उसके मूल कर्तव्यों की स्मृति दिलाने वाली सजग दस्तक थी।

थाना नहीं, संवेदना का केंद्र है यह जिम्मेदारी है, महज दीवारों का ढांचा नहीं: जब वरीय पुलिस अधीक्षक सिमरी थाने के प्रांगण में पहुँचे, तो उनके क़दमों से पहले ही उनकी गंभीरता की परछाई परिसर में उतर चुकी थी। दीवारों पर टंगे कैलेंडर, टेबल पर बिखरे काग़ज़, गार्ड रूम के कोनों में जमीं धूल और थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों की ठंडी निगाहें सब एक-एक कर समीक्षा की कसौटी पर रखे गए। थाने की कार्यप्रणाली, स्वच्छता, रजिस्टरों का रखरखाव, मालखाना, महिला हेल्प डेस्क हर कोना, हर विवरण, हर फ़ाइल अब महज़ वस्तु नहीं, एक प्रश्न बन चुका था।

रजिस्टर के शब्दों में जब लापरवाही टपकती है... वास्तविकता का सबसे कच्चा दस्तावेज़ वही होता है जिसे "रजिस्टर" कहा जाता है। वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा OD रजिस्टर की जाँच के क्रम में यह साफ़ हो गया कि कई पुलिस पदाधिकारियों की ड्यूटी का विवरण अधूरा, अस्पष्ट और असंगत रूप से लिखा गया है। ऐसा प्रतीत हुआ जैसे थाने की ज़िम्मेदारियाँ अब कलम के इशारों पर नहीं, बल्कि आदतन लापरवाही पर चल रही हैं। यह लिपिकीय त्रुटि नहीं, बल्कि प्रशासनिक शिथिलता की पहली सीढ़ी है।

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साफ-सफाई नहीं व्यवस्था की शोभा यह आत्मसंघर्ष का प्रतीक है: थाना परिसर और गार्ड रूम की स्वच्छता की स्थिति पर भी वरीय पुलिस अधीक्षक ने नाराज़गी प्रकट की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिस परिसर में गंदगी पसरी हो, वहाँ विचारों की शुद्धता और कर्तव्य की निष्ठा टिक नहीं सकती।

थानाध्यक्ष को चेतावनी नहीं, चेतना दी गई: एसएसपी ने थानाध्यक्ष को सख़्त हिदायत दी कि भविष्य में ड्यूटी रजिस्टर की अनदेखी, OD पदाधिकारी की अनुपस्थिति और परिसर की उपेक्षा की स्थिति सामने आई, तो न केवल कार्रवाई की जाएगी, बल्कि जवाबदेही सुनिश्चित कर दोषियों को दंडित भी किया जाएगा।

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साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि OD पदाधिकारी की उपस्थिति अनिवार्य रूप से दर्ज हो। ड्यूटी रोस्टर की नियमित जाँच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पुलिसकर्मी अपने दायित्व से विमुख न हो। कर्तव्यनिष्ठ और शिष्ट व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाए। जो लापरवाही करें, उन्हें बख़्शा न जाए।

CCTV की निगाहों में प्रशासन की नज़र: निरीक्षण के दौरान सीसीटीवी कैमरों की निगरानी व्यवस्था की भी गहन जाँच की गई। वरीय पुलिस अधीक्षक ने यह सुनिश्चित किया कि सभी कैमरे सक्रिय हों और हर गतिविधि की निगरानी वास्तविक समय पर हो रही हो।थाने की निगरानी अब केवल मशीनों के भरोसे नहीं, अब मानविक दृष्टिकोण और प्रशासनिक जागरूकता की ज़िम्मेदारी के साथ चलेगी।

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यह केवल निरीक्षण नहीं था, यह एक 'संदेश' था: इस औचक निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया है कि दरभंगा पुलिस प्रशासन अब केवल घटनाओं के बाद एक्शन नहीं लेगा, बल्कि पूर्व तैयारी, सतर्कता और अनुशासन की धार के साथ अपराध और लापरवाही के विरुद्ध मैदान में है। वर्तमान एसएसपी का यह दौरा बताता है कि थाने की दीवारों के बीच यदि निष्क्रियता छिपी हो, तो उसे ढूंढ निकालना ही सच्चे नेतृत्व की पहचान होती है।