Tag: BIHAR

दरभंगा
कागज़ों के कब्रिस्तान और कंप्यूटरों की जमी धूल पर चलती पड़ी कप्तानी नजर : दरभंगा साइबर थाना में जब अचानक पहुंचे एसएसपी तो सन्नाटा बोल उठा 'सर, सब ठीक है!

कागज़ों के कब्रिस्तान और कंप्यूटरों की जमी धूल पर चलती...

जब सिस्टम के भीतर सन्नाटा पसरा हो, अपराध के आंकड़े बेहिसाब बढ़ते जाएं और थाने की...

दरभंगा
जिन्होंने नहीं सुनी वो ‘धाँय!’, वे पढ़ें यह रिपोर्ट ताकि जान सकें कि एक आवाज़ कैसे बदल देती है ज़िंदगियाँ

जिन्होंने नहीं सुनी वो ‘धाँय!’, वे पढ़ें यह रिपोर्ट ताकि...

भरवाड़ा की वह शाम सामान्य नहीं थी। हल्की हवा बह रही थी, बाजार में चूड़ी की खनखनाहट...

दरभंगा
मशाल जुलूस पर बरसी लाठियाँ, घायल कार्यकर्ता और मौन प्रशासन विजय सिन्हा की 48 घंटे की घड़ी अब टिक-टिक कर रही है: दरभंगा के डीएम कौशल कुमार और एसएसपी रेड्डी पर सवालों की बौछार!

मशाल जुलूस पर बरसी लाठियाँ, घायल कार्यकर्ता और मौन प्रशासन...

इतिहास की पगडंडियों से निकलती मिथिला की राजधानी दरभंगा आज फिर एक सवाल के घेरे में...

दरभंगा
संजय सरावगी के संकल्प और नितिन नवीन की निगरानी में दरभंगा को जाम से मुक्ति की दिशा: दोनार आरओबी से लेकर दिल्ली मोड़ तक एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण की राह पर 1868.87 करोड़ की ऐतिहासिक स्वीकृति

संजय सरावगी के संकल्प और नितिन नवीन की निगरानी में दरभंगा...

पटना की एक शांत सुबह। लेकिन उस सुबह की एक मीटिंग ने दरभंगा के निवासियों के जीवन...

दरभंगा
हे राम! उस रात दरभंगा के कमतौल में क्या बीता उस अबला माँ पर जब आम के बगान में पिस्तौल की नोक पर नोंच ली गई अस्मिता, चीखें टकराईं अमावस से, और हमारी विशेष रिपोर्ट से हिली संवेदनशील पुलिस महकमा; SSP जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी और SDPO ज्योति कुमारी की तत्परता से चार दरिंदे सलाखों के पीछे, दो अब भी फरार!

हे राम! उस रात दरभंगा के कमतौल में क्या बीता उस अबला माँ...

पांच जून की वह शाम न केवल एक स्त्री की आत्मा के लिए अंत का आरंभ थी, बल्कि बिहार...

दरभंगा
जब विदाई की तालियों में भीग गईं आंखें और सूटकेस में सिमट गईं वर्षों की निःस्वार्थ तपस्या दरभंगा प्रशासन के मर्म में अमिट छाप छोड़ गए उप विकास आयुक्त चित्रगुप्त कुमार, जिनकी सादगी, संजीदगी और सेवा ने सत्ता को संवेदनाओं से जोड़ा; अब उम्मीदों की नई लौ बनकर स्वप्निल ने संभाला दायित्व वर्तमान उप विकास आयुक्त के रूप में शुरू हो रही है एक नई प्रशासनिक यात्रा, जहां नज़रें अब एक नई संवेदना की खोज में हैं...

जब विदाई की तालियों में भीग गईं आंखें और सूटकेस में सिमट...

मिथिला की ऐतिहासिक धरती, जहां हर मोड़ पर इतिहास सांस लेता है, जहां सरोवरों में जल...

दरभंगा
जब दरभंगा की सड़कों पर बहनों के आँसू अंगार बने, लाठी के घाव क्रांति की चिंगारी बने, और नारियों ने ओढ़ी रक्तरंजित चुनरी तब सत्ता की खामोशी धुएं में घुल गई, नाजिया हसन के पुतले राख हुए, और मिथिला की आत्मा ने कहा: अब हर लाठी का जवाब संकल्प से होगा, हर चुप्पी का हिसाब मांगेंगी बेटियाँ!

जब दरभंगा की सड़कों पर बहनों के आँसू अंगार बने, लाठी के...

कभी शांति और संस्कृति की नगरी रही दरभंगा, अब धीरे-धीरे आंदोलनों की आग में तप रही...

दरभंगा
स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में फर्जी एडीआरएम की गूंज: दरभंगा में पकड़ा गया नकली अफसर, वर्दी की धौंस, पहचान की नौटंकी और एक सोती हुई व्यवस्था का आईना जब नाम था आलोक कुमार झा और सच्चाई थी दुर्गा कांत चौधरी!

स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में फर्जी एडीआरएम की गूंज:...

देश की इस धड़कती रेल व्यवस्था में हर रोज़ लाखों लोग चढ़ते हैं, उतरते हैं, मंज़िल...

दरभंगा
शहीद को श्रद्धांजलि और डीएम की खोज: जब दरभंगा के मंच पर नीतीश कुमार ने मंच संचालन, मज़ाक और मर्यादा का कॉकटेल परोसा, और उपमुख्यमंत्री को मुस्कुराहट के साथ उठाकर जनता को राजनीति का रंगमंच दिखाया पढ़ें इस खास रिपोर्ट में वह हर क्षण जब प्रशासनिक अनुशासन बना आम जन की हँसी का कारण!

शहीद को श्रद्धांजलि और डीएम की खोज: जब दरभंगा के मंच पर...

दरभंगा का ऐतिहासिक नेहरू स्टेडियम। मौका था, शहीद सूरज नारायण सिंह की पुण्यतिथि पर...

दरभंगा
जब दरभंगा की सोशल मीडिया पर बजने लगी सरकार की योजनाओं की नगाड़ियां: डीएम राजीव रौशन की डिजिटल दृष्टि, सत्येन्द्र प्रसाद की लेखनी और प्रशंसा-पत्रों की चमक के बीच एक युग का अवसान, और अब कौशल कुमार के कंधों पर नये भरोसे का भार

जब दरभंगा की सोशल मीडिया पर बजने लगी सरकार की योजनाओं की...

कभी राजमहलों की गूंजती पगडंडियों पर गौरवगाथाएं रची जाती थीं, आज उन्हीं धरोहरों की...

दरभंगा
जब दरभंगा की राजनीति में गूंजा 'धर्म' और 'बयान' का विस्फोट: कांग्रेस नेत्री डिप्टी मेयर नाजिया हसन पर एफआईआर की मांग, विदेशी फंडिंग से लेकर मोदी के फोटो पर अशोभनीय टिप्पणी तक, भाजपा पार्षद सोनी पूर्वे के आरोपों ने मचाया सियासी भूचाल

जब दरभंगा की राजनीति में गूंजा 'धर्म' और 'बयान' का विस्फोट:...

मिथिलांचल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक राजधानी दरभंगा, जहाँ कभी विद्यापति की पद्यबद्ध...

दरभंगा
5 जून को दरभंगा की मिट्टी लेगी गर्व से अंगड़ाई जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी देंगे शहीद सूरज नारायण सिंह को वो सम्मान, जो दशकों से इतिहास का कर्ज बनकर चुप था

5 जून को दरभंगा की मिट्टी लेगी गर्व से अंगड़ाई जब मुख्यमंत्री...

इतिहास सिर्फ तारीखों का संकलन नहीं होता। कभी-कभी वह आँसुओं की स्याही से लिखा जाता...

दरभंगा
जब श्रद्धा से जुड़ी भावनाएं डगमगाईं, तब दरभंगा पुलिस बनी विश्वास की दीवार; अफवाहों की आग बुझाई तर्क और साक्ष्य से, और दो घंटे में सच्चाई को सामने लाकर पेश की प्रशासनिक ईमानदारी की मिसाल

जब श्रद्धा से जुड़ी भावनाएं डगमगाईं, तब दरभंगा पुलिस बनी...

मदारपुर भगवती मंदिर… जहां हर मंगलवार और शुक्रवार को सैकड़ों श्रद्धालु आस्था का दीप...

दरभंगा
जब कानून के रक्षक बने कानून के भक्षक: जमालपुर थाना के अजीत कुमार की गिरफ़्तारी नहीं, परंतु निलंबन की पटकथा… SSP दरभंगा की कार्यवाही ने किया एक नई परंपरा का सूत्रपात!

जब कानून के रक्षक बने कानून के भक्षक: जमालपुर थाना के अजीत...

ये महज़ एक निलंबन नहीं है। ये उस सड़े हुए तंत्र के भीतर दबे दर्द की वह चीख़ है,...

दरभंगा
अनुसंधान की चूक ने खोली जेल की सलाखें, और SSP जागुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने निलंबन की स्याही से लिखा जवाब जयश्री राम पर प्रशासनिक एक्शन

अनुसंधान की चूक ने खोली जेल की सलाखें, और SSP जागुनाथ रेड्डी...

समय से न पहुँचा न्याय भी अन्याय होता है। परंतु जब उस अन्याय की ज़मीन कोई अपराधी...

बिहार
जब वर्दी की साख दांव पर थी, तब हरिकिशोर राय बने न्याय की आवाज़: रक्सौल के दलदल में सड़ रही व्यवस्था को चीरता एक साहसी डीआईजी, जिसने दलालों से गिरे डीएसपी की सच्चाई को बेनकाब कर दी

जब वर्दी की साख दांव पर थी, तब हरिकिशोर राय बने न्याय की...

जब देश की सरहदें रक्सौल की मिट्टी को चूमती हैं, तब देशभक्ति का भाव केवल गीतों तक...