दरभंगा के दरबार हॉल में गूँजेगी शिक्षा और परंपरा की ध्वनि महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह की जयंती पर राज हाई स्कूल का मेधावी छात्र पाएगा मेडल, प्रशस्ति पत्र और छात्रवृत्ति, बनेगा आने वाली पीढ़ी का प्रेरणास्रोत

मिथिला की धरती को अनगिनत रत्न मिले हैं, लेकिन उनमें से सबसे चमकते सितारे, दानवीर और जनसेवा की अद्भुत परंपरा के वाहक रहे महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह। उनका नाम सुनते ही मिथिला का इतिहास अपने पूरे गौरव के साथ आँखों के सामने उभर आता है। शिक्षा, साहित्य, समाजसेवा और दानशीलता के क्षेत्र में उनका योगदान सिर्फ दरभंगा या बिहार तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने समूचे भारत की सामाजिक चेतना को दिशा दी। उनकी 167वीं जयंती के अवसर पर इस वर्ष भी राज हाई स्कूल, दरभंगा के दसवीं कक्षा के टॉपर छात्र को डॉ. सुधीर झा एवं शंकर मिश्र मेमोरियल स्कॉलरशिप से सम्मानित किया जाएगा. पढ़े पुरी खबर......

दरभंगा के दरबार हॉल में गूँजेगी शिक्षा और परंपरा की ध्वनि महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह की जयंती पर राज हाई स्कूल का मेधावी छात्र पाएगा मेडल, प्रशस्ति पत्र और छात्रवृत्ति, बनेगा आने वाली पीढ़ी का प्रेरणास्रोत
दरभंगा के दरबार हॉल में गूँजेगी शिक्षा और परंपरा की ध्वनि महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह की जयंती पर राज हाई स्कूल का मेधावी छात्र पाएगा मेडल, प्रशस्ति पत्र और छात्रवृत्ति, बनेगा आने वाली पीढ़ी का प्रेरणास्रोत

दरभंगा: मिथिला की धरती को अनगिनत रत्न मिले हैं, लेकिन उनमें से सबसे चमकते सितारे, दानवीर और जनसेवा की अद्भुत परंपरा के वाहक रहे महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह। उनका नाम सुनते ही मिथिला का इतिहास अपने पूरे गौरव के साथ आँखों के सामने उभर आता है। शिक्षा, साहित्य, समाजसेवा और दानशीलता के क्षेत्र में उनका योगदान सिर्फ दरभंगा या बिहार तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने समूचे भारत की सामाजिक चेतना को दिशा दी। उनकी 167वीं जयंती के अवसर पर इस वर्ष भी राज हाई स्कूल, दरभंगा के दसवीं कक्षा के टॉपर छात्र को डॉ. सुधीर झा एवं शंकर मिश्र मेमोरियल स्कॉलरशिप से सम्मानित किया जाएगा। यह आयोजन न केवल एक छात्र को प्रोत्साहन देने का प्रतीक है, बल्कि उस सुवर्ण परंपरा को भी जीवित रखता है, जिसमें शिक्षा और समाजसेवा को एक-दूसरे का पूरक माना जाता रहा है।

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आयोजन का विशेष परिप्रेक्ष्य: यह भव्य समारोह 25 सितंबर को अपराह्न 12 बजे कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में आयोजित होगा। समारोह की विशेषता यह होगी कि इसमें दरभंगा की शैक्षिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ पत्रकारिता जगत का भी संगम देखने को मिलेगा। इस अवसर पर कुमार कपिलेश्वर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप तिवारी विशिष्ट अतिथि होंगे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार गंगेश मिश्र करेंगे, जिन्होंने दिल्ली जागरण, भास्कर और हिंदुस्तान जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में पत्रकारिता की पहचान बनाई है।

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छात्रवृत्ति का स्वरूप और महत्व: कार्यक्रम संयोजक संतोष चौधरी ने बताया कि इस सम्मान समारोह का आयोजन इसमाद फाउंडेशन और राज हाई स्कूल पूर्ववर्ती छात्र संगठन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। समारोह के अंतर्गत विद्यालय के टॉपर छात्र को नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा। इसमाद फाउंडेशन के दरभंगा प्रभारी राहुल कुमार का कहना है कि यह स्कॉलरशिप केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि राज हाई स्कूल की शिक्षा परंपरा और गौरवशाली इतिहास का जीवंत प्रतीक है। गौर करने वाली बात यह है कि जिन महान विभूतियों की स्मृति में यह छात्रवृत्ति दी जाती है, वे स्वयं कभी इसी ऐतिहासिक विद्यालय के मेधावी छात्र रहे थे।

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नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा: कार्यक्रम समन्वयक अभिनव कुमार ने कहा कि यह सम्मान न केवल एक छात्र को आगे बढ़ने का अवसर देगा, बल्कि विद्यालय के अन्य छात्रों को भी और अधिक मेहनत करने और उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देगा। दरभंगा और मिथिला के लोग भलीभांति जानते हैं कि राज हाई स्कूल सिर्फ एक विद्यालय नहीं, बल्कि वह धरोहर है, जिसने समाज को अनेक प्रतिभाएँ दी हैं। यहाँ की दीवारें शिक्षा के साथ-साथ संघर्ष और सफलता की कहानियों को भी सहेजे हुए हैं। ऐसे में जब इस विद्यालय के किसी छात्र को महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह की जयंती पर सम्मानित किया जाता है, तो यह केवल एक छात्र का नहीं, बल्कि संपूर्ण मिथिला की शिक्षा परंपरा का सम्मान होता है।

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इतिहास से वर्तमान तक: महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह की जयंती पर आयोजित यह छात्रवृत्ति समारोह इतिहास और वर्तमान के बीच सेतु का काम करता है। एक ओर यह आयोजन दानवीर महाराज की महान परंपरा को जीवित रखता है, वहीं दूसरी ओर यह नई पीढ़ी को यह संदेश देता है कि शिक्षा ही सच्ची विरासत है। महाराज का जीवन इस बात का प्रमाण है कि जब शिक्षा और सेवा साथ-साथ चलते हैं, तो समाज को एक नई दिशा और शक्ति मिलती है। आज उनकी स्मृति में दी जाने वाली यह छात्रवृत्ति उसी दिशा को आगे बढ़ाने का प्रयास है।

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दरभंगा के सांस्कृतिक और शैक्षिक परिदृश्य में यह आयोजन एक मील का पत्थर साबित होगा। यह सिर्फ एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि वह अवसर है, जब अतीत की महान विभूतियाँ और वर्तमान की प्रतिभाएँ एक मंच पर जुड़ती हैं। महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह की जयंती पर राज हाई स्कूल के टॉपर का सम्मान वास्तव में उस विश्वास को पुनः स्थापित करता है कि मिथिला की धरती शिक्षा और संस्कृति की जननी रही है और आगे भी यह परंपरा युगों तक जीवित रहेगी।