दरभंगा
"स्वाद की थाली में सजी थी ममता की परछाईं — जब माताओं ने...
शाम की हवा में जब गुलाब की पंखुड़ियाँ महकीं और रसोई से उठती सौंधी महक ने आकाश को...
"जब सिसकियाँ बनीं आवाज़, और कलम ने इतिहास को फिर से जगा...
कभी-कभी कलम तलवार से भी ज़्यादा असर करती है। और जब उस कलम में भावना, दर्द और ज़मीन...
"डीएमसीएच की अधूरी दीवारों को अब मिल गया है अपना शिल्पी—डॉ....
कुछ पद होते हैं, जो सिर्फ कुर्सी नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और जवाबदेही की परिभाषा बन...
"जब वर्दी का नाम बना हथियार, और व्हाट्सएप कॉल बन गया दरभंगा...
यह सिर्फ एक साइबर ठगी नहीं, यह विश्वास की हत्या थी। दरभंगा की गलियों में नहीं, बल्कि...
"धरती पर देवत्व का स्पर्श, और छात्रों की आँखों में भविष्य...
जब सुबह की पहली किरणें दरभंगा पब्लिक स्कूल की प्राचीरों को छूती हैं, तो लगता है...
"स्वर, सृजन और स्मृति की गवाही देता मिथिला महोत्सव 2025...
कभी-कभी कोई क्षण इतिहास नहीं रचता, बल्कि स्मृति बन जाता है — वह स्मृति, जो पीढ़ियों...
"बाल सुधार गृह में मौत या हत्या? अमरजीत की संदिग्ध मौत...
दरभंगा के बाल सुधार गृह में उसकी मौत हुई — मगर यह मौत केवल पेट दर्द बताकर दफ्न नहीं...
"शाम होते ही दीपों की उजास से जगमगाया विश्वविद्यालय परिसर,...
दरभंगा की ऐतिहासिक ज़मीन पर जब शाम ने अपना आँचल फैलाया, तो विश्वविद्यालय परिसर की...
"ज़मीन के नक्शे पर सुस्ती की लकीरें: मंत्री सरावगी का ग़ुस्सा,...
बिहार की ज़मीन इन दिनों करवट बदल रही है—काग़ज़ों में भी और हक़ीक़त में भी। ‘विशेष...
"दरभंगा पुलिस की दृढ़ता ने फिर रचा न्याय का अध्याय: महिला...
जब न्याय की डगर कठिन हो, जब पीड़िता की पुकार अंधेरे में खोने लगे, और जब समाज की...
"बाल सुधार गृह की दीवारों के भीतर गूंजता एक मासूम की चीख…...
दरभंगा की हवाओं में आज एक दर्द तैर रहा है। एक माँ की गोद सूनी हो गई, एक पिता की...
दीयों की लौ में दुआओं का उजाला, नर्सिंग की सेवा में समर्पण...
जहाँ अक्लियत और इल्म की नर्म छाँव में शिक्षा का दीप जलता है, वहीं दरभंगा की ऐतिहासिक...
जब चुप्पी की चादर चीरकर सड़कों पर उतरीं माएं-बहनें: दरभंगा...
"जब चुप्पी की चादर चीरकर सड़कों पर उतरीं माएं-बहनें: दरभंगा की धरती से उठी वक्फ...
"दरभंगा सुधार गृह या नरक का दरवाज़ा? अमरजीत की लाश पूछ...
दरभंगा के तथाकथित “पर्यवेक्षण गृह” में शुक्रवार को जो हुआ, वह न केवल एक 20 वर्षीय...
"जब सवेरा भी शिक्षक से पहले नहीं जागे, तब शिक्षा के प्रहरी...
शिक्षा का सूरज जब क्षितिज से झांकता है, तब उससे पहले विद्यालय का द्वार खुल जाए शायद...
"नई जिम्मेदारी, नई उम्मीद: ट्रैफिक थानाध्यक्ष बने चंद्रोदय...
कभी-कभी प्रशासनिक तबादले महज कागज़ी फेरबदल नहीं होते, वे किसी शहर के भविष्य की दिशा...