Tag: DARBHANGA NEWS
सिमरी थाने की अंधेरी कोठरी में मरा पंकज या मारा गया? बीमारी...
मिथिला की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक राजधानी। जहां साहित्य की आत्मा बसती है, वहीं कुछ...
प्रीति झा की लाश पलंग पर, गले पर फांसी के निशान, आंखों...
दरभंगा की शहरी भीड़-भाड़ में शामिल एनपी मिश्रा चौक की एक गली, जो आमतौर पर चाय की...
दरभंगा की वह सुबह जब सूरज नहीं खून उगा आंखोपुर में मनका...
एक समय था जब यह नाम आते ही बुद्धि, विद्या और विरासत की त्रयी स्मृति में उतरती थी।...
जब दरभंगा की बेटियों ने मिट्टी से उठाकर सपनों को आसमान...
शहर की सुबहें जब ठंडी हवाओं से गुफ्तगू कर रही थीं, उसी दरम्यान विद्यालयों के मैदानों...
प्रीति मर गई, पर उसकी आत्मा आज दरभंगा की सड़कों पर भटक...
प्रीति झा अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी मुस्कान, उसका जीवन, उसकी पहचान सबकुछ एक...
वाह... वाह राजीव रौशन! जब जनता के आँसू बनें सबूत और फरियादें...
शुक्रवार का दिन था, लेकिन जिला समाहरणालय परिसर का माहौल किसी न्यायालय से कम न था।...
लहेरियासराय के अपराध के अंधकार में जब बजी सख्ती की सिटी:...
शहर की गलियों में जब अपराध की परछाइयाँ गहराने लगी थीं, तब एक नई रोशनी की आवश्यकता...
भरवाड़ा मंदिर के बाहर बाइक की ठोकर से उपजा विवाद, समझाने...
भरवाड़ा... एक छोटा-सा कस्बा, जहां सुबह की शुरुआत मंदिर की घंटियों और शाम की विदाई...
जवाबदेही की सर्जरी या सुस्त तंत्र पर बिजली की चोट? दरभंगा...
दरभंगा पुलिस प्रशासन एक बार फिर सख्त, सतर्क और सजग मोड में नजर आ रहा है। जिले के...
बहेड़ी कांड पर DIG मेश्राम का वज्र प्रहार: थानेदार पद से...
बात बहेड़ी की है… पर गूंज पूरे दरभंगा में सुनाई दी। एक कांड, एक चूक, और एक सख्त...
मान्यवर डीआईजी मैडम! दरभंगा के थानों में आपकी उपस्थिति...
पुलिस विभाग की सुस्ती पर आज एक महिला अफसर की पैनी नज़र और सख्त आवाज़ गूंज उठी। मिथिला...
प्रेम किया था, पाप नहीं... फिर क्यों झूलना पड़ा दुपट्टे...
यह वही धरती है जहाँ विद्यापति के गीतों में प्रेम देवता हुआ करता था... जहाँ सीता...
कुलसचिव पद पर उलटफेर : मिथिला विश्वविद्यालय में अवकाश की...
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की बंद गलियों और फाइलों की थकी आवाजों के बीच मंगलवार...
एसएसपी साहब! नेहरा थाना के थानाध्यक्ष ने दिखा दिया कि आपकी...
अगर दरभंगा की पुलिस सो जाए तो हथियार बोलते हैं, लेकिन अगर वो जाग जाए, तो अपराध की...
शादी में गूंजा 'लहंगा उठा देब'... और पड़ोसी का खून बहा...
जब शहनाई की जगह डीजे पर गूंजने लगे "लहंगा उठा देब सटर-सटर", "छाती पे चलs नंगीया",...
अनुसंधान की अलमारी में धूल, कर्तव्य की किताबें बंद: लहेरियासराय...
दरभंगा की मिट्टी में गूंजती मिथिला की मर्यादा, और प्रशासन की आंखों में उतरती जवाबदेही...