Tag: BIHAR POLICE
बिरौल थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह पर गिरी गाज नाबालिग बेटी...
बिहार की पुलिस व्यवस्था में अनुशासन और जवाबदेही के किस्से अक्सर कागज़ों में ही दर्ज...
नशे में धुत प्रहरी, कलंकित वर्दी! बहेड़ी थाना परिसर में...
मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी, जहाँ समाज और प्रशासन की जिम्मेदारियों का बोझ एक साथ...
दरभंगा पुलिस के मानचित्र में बड़ा मंथन एसएसपी जगुनाथ रेड्डी...
आज की तारीख़ दरभंगा पुलिस के इतिहास में उन दिनों में दर्ज होगी, जब एक ही आदेश ने...
फुलवारी शरीफ से आये थे दो नकाबपोश दरभंगा को बनाना था अपराध...
रात की स्याही में जब शहर अपने ख्वाबों में खोया था, तब दरभंगा के विश्वविद्यालय थाना...
एसडीपीओ शुभेन्द्र कुमार सुमन की सधी हुई पदचाप और हमारी...
जब किसी पद की मर्यादा को चरित्र की दृढ़ता से साधा जाए, तब एक अधिकारी सिर्फ कुर्सी...
बड़ी वारदात: जब 15 डकैतों ने बेलही की रात को लहू में डुबो...
बिहार की सांस्कृतिक राजधानी दरभंगा में बीती शनिवार की रात को घटी एक सनसनीखेज वारदात...
जब रामजानकी मंदिर बना शराब तस्करी के विरुद्ध रणभूमि, लहेरियासराय...
जहाँ मंदिरों की घंटियों से सुबह होती है और खेतों में हल चलाकर किसान सूरज को सलाम...
जब अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई, तब कोतवाली थाना बना मिशन...
6 जून की रात दरभंगा में दो मेहनतकश गैस पाइप श्रमिकों का अपहरण एक ऐसी घटना जिसने...
दरभंगा के टावर चौक पर दिनदहाड़े ₹3.81 लाख की लूट: सेंट्रल...
बिहार का एक ऐतिहासिक शहर, जो अपनी सांस्कृतिक विरासत और मिथिला की कला के लिए जाना...
दरभंगा में आम की कैरेट अब सिर्फ़ फल नहीं ढोते, अब वो शराबबंदी...
जब समाज सो रहा था, तब पुलिस जाग रही थी यह वाक्य अब पोस्टरों का सौंदर्यशास्त्र भर...
जब एक बेटे के सिर में गोली उतारी गई और पिता की आंखों में...
उस रात आसमान चुप था, लेकिन ज़मीन पर ज़ुल्म की नंगी परछाईं चल रही थी। 30 दिसंबर 2018...
जब वर्दी की साख दांव पर थी, तब हरिकिशोर राय बने न्याय की...
जब देश की सरहदें रक्सौल की मिट्टी को चूमती हैं, तब देशभक्ति का भाव केवल गीतों तक...
दरभंगा की उजड़ी उम्मीदें और शिक्षक की बेजुबां मौत एसएसपी...
बिहार की धरती एक बार फिर अपने ही खून से सींच दी गई है। इस बार किसी बाहुबली के बीच...
संतोष की गिरफ्तारी नहीं, यह एक साहसी पत्रकार की कलम की...
दरभंगा के बलभद्रपुर स्थित एनपी मिश्रा चौक की गली में 12 मई की वह दोपहर आज भी लोगों...
प्रीति मर गई, पर उसकी आत्मा आज दरभंगा की सड़कों पर भटक...
प्रीति झा अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी मुस्कान, उसका जीवन, उसकी पहचान सबकुछ एक...
लहेरियासराय के अपराध के अंधकार में जब बजी सख्ती की सिटी:...
शहर की गलियों में जब अपराध की परछाइयाँ गहराने लगी थीं, तब एक नई रोशनी की आवश्यकता...