दरभंगा की धरती पर प्रशासनिक इतिहास का स्वर्ण अध्याय जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयरपोर्ट, एम्स और कुशेश्वरस्थान के सती घाट में तीन नए थानों के सृजन का प्रस्ताव, अपराध पर अंकुश, कानून-व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और आमजन की सुरक्षा को नई दिशा देने वाली ऐतिहासिक पहल

दरभंगा की प्रशासनिक धरती पर बुधवार, 3 सितंबर 2025 का दिन एक ऐतिहासिक मोड़ लेकर आया। समाहरणालय परिसर स्थित सभा कक्ष में जिलाधिकारी श्री कौशल कुमार की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक ने जिले की कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के नए आयाम खोल दिए। बैठक में वह प्रस्ताव रखा गया, जिसकी चर्चा लंबे समय से हो रही थी दरभंगा जिले में तीन नए थानों के सृजन की प्रक्रिया. पढ़े पुरी खबर........

दरभंगा की धरती पर प्रशासनिक इतिहास का स्वर्ण अध्याय जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयरपोर्ट, एम्स और कुशेश्वरस्थान के सती घाट में तीन नए थानों के सृजन का प्रस्ताव, अपराध पर अंकुश, कानून-व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और आमजन की सुरक्षा को नई दिशा देने वाली ऐतिहासिक पहल
दरभंगा की धरती पर प्रशासनिक इतिहास का स्वर्ण अध्याय जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयरपोर्ट, एम्स और कुशेश्वरस्थान के सती घाट में तीन नए थानों के सृजन का प्रस्ताव, अपराध पर अंकुश, कानून-व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और आमजन की सुरक्षा को नई दिशा देने वाली ऐतिहासिक पहल

दरभंगा की प्रशासनिक धरती पर बुधवार, 3 सितंबर 2025 का दिन एक ऐतिहासिक मोड़ लेकर आया। समाहरणालय परिसर स्थित सभा कक्ष में जिलाधिकारी श्री कौशल कुमार की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक ने जिले की कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के नए आयाम खोल दिए। बैठक में वह प्रस्ताव रखा गया, जिसकी चर्चा लंबे समय से हो रही थी दरभंगा जिले में तीन नए थानों के सृजन की प्रक्रिया। यह प्रस्ताव महज एक कागजी कार्यवाही नहीं, बल्कि जिले के नागरिकों की सुरक्षा, जनविश्वास और प्रशासनिक मजबूती की नई बुनियाद है।

एयरपोर्ट थाना आधुनिक दरभंगा की आवश्यकता: दरभंगा एयरपोर्ट पिछले कुछ वर्षों में मिथिला की पहचान बन चुका है। देश-विदेश से हजारों लोग यहाँ आते-जाते हैं। स्वाभाविक रूप से इस क्षेत्र में गतिविधियों और जनसंख्या का दबाव बढ़ा है। फिलहाल यह इलाका सदर, मब्बी और केवटी थानों में बंटा हुआ है, जिससे अपराध नियंत्रण और विधि-व्यवस्था संधारण में कठिनाई आती है। इसी चुनौती को देखते हुए स्वतंत्र एयरपोर्ट थाना की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया।

प्रस्तावित क्षेत्रफल – लगभग 7 वर्ग किलोमीटर

अनुमानित जनसंख्या – करीब 47,900

सीमाएँ – उत्तर में केवटी, दक्षिण में विश्वविद्यालय थाना, पश्चिम में मब्बी और पूरब में भालपट्टी थाना।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि एयरपोर्ट थाना की स्थापना से न केवल अपराधों पर रोक लगेगी बल्कि यात्रियों और स्थानीय लोगों को सुरक्षा की ठोस गारंटी भी मिलेगी।

एम्स थाना स्वास्थ्य संस्थान के साथ सुरक्षा की गारंटी: दरभंगा में एम्स का निर्माण और संचालन केवल स्वास्थ्य सेवा का ही नहीं बल्कि जनसमूह के आवागमन और भीड़-भाड़ का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। ऐसे क्षेत्र में अपराध और असामाजिक गतिविधियों की संभावना हमेशा बनी रहती है। इसी कारण प्रस्तावित एम्स थाना को भी प्रशासन ने गंभीरता से लिया।

प्रस्तावित क्षेत्रफल – 4,842 हेक्टेयर (लगभग 8 वर्ग किलोमीटर)

अनुमानित जनसंख्या – 72,133

सीमाएँ – बहादुरपुर, सिमरी, मब्बी और विशुनपुर थाना क्षेत्रों से घिरा।

एम्स थाना बनने के बाद दरभंगा न सिर्फ़ स्वास्थ्य सेवा का हब बनेगा, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी एक सशक्त मॉडल के रूप में स्थापित होगा।

सती घाट थाना, कुशेश्वरस्थान सुदूर क्षेत्र के लिए राहत: तीसरा प्रस्ताव कुशेश्वरस्थान अनुमंडल के सती घाट क्षेत्र के लिए आया। यह इलाका जलजमाव और भौगोलिक कठिनाइयों से घिरा रहता है। पुलिस चौकसी और अपराध नियंत्रण में लंबे समय से कठिनाई महसूस की जा रही थी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सती घाट थाना का प्रस्ताव भी तैयार कर शीघ्र भेजा जाए। इस थाने के बनने से वहाँ के लोगों को अपराध नियंत्रण और विधि-व्यवस्था में राहत मिलेगी।

बैठक की मुख्य बातें और निर्देश: बैठक में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने तीनों नए थानों के संबंध में विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए।

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अपर समाहर्ता (राजस्व) श्री मनोज कुमार को निर्देश दिया गया कि तीनों प्रस्तावों को शीघ्रता से उच्च स्तर पर भेजें। अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था संधारण को सुदृढ़ करने के लिए थाना प्रभारी, अंचलाधिकारी, सहायक समाहर्ता, वरीय पुलिस अधीक्षक और जनसंपर्क उपनिदेशक सहित सभी अधिकारियों को समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा गया। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि “तीनों नए थानों का निर्माण जिले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगा।”

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प्रशासनिक इतिहास का नया अध्याय: दरभंगा में लंबे समय से बढ़ती आबादी और अपराध की घटनाओं के मद्देनज़र नए थानों की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। अब एयरपोर्ट, एम्स और सती घाट के रूप में तीन नए थाने प्रस्तावित किए जाने से जिले की पुलिसिंग और विधि-व्यवस्था की दिशा बदल जाएगी। यह निर्णय जनता को सुरक्षा का भरोसा देगा और अपराधियों के लिए भय का माहौल बनाएगा। दरभंगा में तीन नए थानों की यह प्रस्तावना केवल एक प्रशासनिक पहल नहीं, बल्कि बदलते समय और बढ़ती जरूरतों की माँग है। एयरपोर्ट की उड़ान, एम्स की धड़कन और कुशेश्वरस्थान का सुदूर विस्तार अब सबको मिलेगा एक नई सुरक्षा की छतरी।