Tag: HINDI NEWS CHANNEL

दरभंगा
दरभंगा की सियासी फिजाओं में गिरा एक और पत्ता: अलीनगर से विधायक मिश्री लाल यादव की सदस्यता समाप्त, जनप्रतिनिधि कानून की धारा 8 और संविधान की गूंज ने किया सत्ता को नतमस्तक

दरभंगा की सियासी फिजाओं में गिरा एक और पत्ता: अलीनगर से...

राजनीति में कब कौन गिर जाए, इसका अंदाज़ा लगाना उतना ही कठिन होता है जितना कि किसी...

दरभंगा
दरभंगा की वो माँ, जो सिर्फ़ सब्ज़ी लेने निकली थी मगर लौटते वक्त उसकी गोदी में भरोसे की लाश थी: लहेरियासराय के बेलवागंज की सावित्री देवी से 'प्रणाम' कहकर छल करने वालों पर 'मिथिला जन जन की आवाज' की रिपोर्ट ने खोले शहर में मासूमियत को निगलती चालबाज़ी के राज़

दरभंगा की वो माँ, जो सिर्फ़ सब्ज़ी लेने निकली थी मगर लौटते...

कभी लूट हथियारों के बल पर होती थी, अब लूट मानसिकता के धारदार किनारों से की जाती...

दरभंगा
जब अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई, तब कोतवाली थाना बना मिशन हेडक्वार्टर थानाध्यक्ष राहुल के शौर्य और आशिष कुमार की लेखनी ने रच दिया इतिहास

जब अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई, तब कोतवाली थाना बना मिशन...

6 जून की रात दरभंगा में दो मेहनतकश गैस पाइप श्रमिकों का अपहरण एक ऐसी घटना जिसने...

दरभंगा
जब जेल की दीवारों से रिसा लहू और न्याय घुटता रहा ताले में बंद: कमलेश यादव की गला रेत हत्या पर 'मिथिला जन जन की आवाज़' की रिपोर्ट ने उघाड़ा दरभंगा जेल के भीतर का खूनी षड्यंत्र, बंसल की चाकू जैसी सोच और सिस्टम की सड़ी चुप्पी पर पड़ा कलम का हथौड़ा

जब जेल की दीवारों से रिसा लहू और न्याय घुटता रहा ताले में...

यह कोई सामान्य अपराध कथा नहीं है। यह उस मानसिकता की बानगी है, जहाँ अधिकार, अहंकार...

दरभंगा
14 जून की वो घड़ी जब दरभंगा के बाघमोड़ बना दरभंगा पुलिस की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक जहाँ SHO सुधीर ने मोर्चा संभाला और SSP-SP की उपस्थिति में चलाया गया अपराधियों के विरुद्ध कड़ा समकालीन अभियान!

14 जून की वो घड़ी जब दरभंगा के बाघमोड़ बना दरभंगा पुलिस...

दरभंगा शहर की नब्ज़ को अगर किसी ने करीब से थामा है, तो वह है पुलिस की वो रात जो...

दरभंगा
खंडहर की दीवारों से उठती थी साजिश की साँसें, चाबी और चुप्पी के बीच पलता था बाइक चोरों का अंधकार दरभंगा पुलिस की SIT ने जिस अंतरजिला गिरोह को धूल चटाई, उसकी हर चाल, हर गिरफ्तारी, और हर रहस्य की तह तक की सघन पड़ताल इस पूरी रिपोर्ट में पढ़ें!

खंडहर की दीवारों से उठती थी साजिश की साँसें, चाबी और चुप्पी...

एक ऐसा शहर जो किसी ज़माने में मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी कहलाता था, आज अपने शहरी...

दरभंगा
कागज़ों के कब्रिस्तान और कंप्यूटरों की जमी धूल पर चलती पड़ी कप्तानी नजर : दरभंगा साइबर थाना में जब अचानक पहुंचे एसएसपी तो सन्नाटा बोल उठा 'सर, सब ठीक है!

कागज़ों के कब्रिस्तान और कंप्यूटरों की जमी धूल पर चलती...

जब सिस्टम के भीतर सन्नाटा पसरा हो, अपराध के आंकड़े बेहिसाब बढ़ते जाएं और थाने की...

दरभंगा
जब फेसबुक ने छीना राजू कुमार का सपना और दरभंगा साइबर थाना बना उम्मीद की आख़िरी डोर: ₹8.5 लाख की साइबर ठगी के बाद न्यायालय के आदेश पर ₹2.83 लाख की राशि हुई वापस, शेष की वापसी प्रक्रिया में

जब फेसबुक ने छीना राजू कुमार का सपना और दरभंगा साइबर थाना...

वक़्त बदल रहा है, और बदलते वक़्त के साथ ठगों की चालें भी बदल रही हैं। अब लाठी और...

दरभंगा
जिन्होंने नहीं सुनी वो ‘धाँय!’, वे पढ़ें यह रिपोर्ट ताकि जान सकें कि एक आवाज़ कैसे बदल देती है ज़िंदगियाँ

जिन्होंने नहीं सुनी वो ‘धाँय!’, वे पढ़ें यह रिपोर्ट ताकि...

भरवाड़ा की वह शाम सामान्य नहीं थी। हल्की हवा बह रही थी, बाजार में चूड़ी की खनखनाहट...

दरभंगा
जब दरभंगा की सड़कों पर कानून की परिभाषा खुद चलती मिली: वरीय पुलिस अधीक्षक ने रात के अंधेरों से बात की, थानों के रजिस्टरों में उतरकर सच को टटोला, और उस हर कोने में पहुंचा जहां असमाजिक तत्व सोचते थे कि कोई देख नहीं रहा एक रात्रि गश्ती, जो सिर्फ औचक नहीं, एक चेतना थी

जब दरभंगा की सड़कों पर कानून की परिभाषा खुद चलती मिली:...

यह दरभंगा की वही रात थी वही चांद, वही सड़कें, वही बिजली के खंभों पर थरथराते बल्ब,...

दरभंगा
संजय सरावगी के संकल्प और नितिन नवीन की निगरानी में दरभंगा को जाम से मुक्ति की दिशा: दोनार आरओबी से लेकर दिल्ली मोड़ तक एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण की राह पर 1868.87 करोड़ की ऐतिहासिक स्वीकृति

संजय सरावगी के संकल्प और नितिन नवीन की निगरानी में दरभंगा...

पटना की एक शांत सुबह। लेकिन उस सुबह की एक मीटिंग ने दरभंगा के निवासियों के जीवन...

दरभंगा
हे राम! उस रात दरभंगा के कमतौल में क्या बीता उस अबला माँ पर जब आम के बगान में पिस्तौल की नोक पर नोंच ली गई अस्मिता, चीखें टकराईं अमावस से, और हमारी विशेष रिपोर्ट से हिली संवेदनशील पुलिस महकमा; SSP जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी और SDPO ज्योति कुमारी की तत्परता से चार दरिंदे सलाखों के पीछे, दो अब भी फरार!

हे राम! उस रात दरभंगा के कमतौल में क्या बीता उस अबला माँ...

पांच जून की वह शाम न केवल एक स्त्री की आत्मा के लिए अंत का आरंभ थी, बल्कि बिहार...

बिहार
दरभंगा के टावर चौक पर दिनदहाड़े ₹3.81 लाख की लूट: सेंट्रल बैंक की दहलीज़ पर छलनी हुई सुरक्षा, जैन फार्मा के कर्मचारी से हुई नृशंस छिनैती और ‘मिथिला जन जन की आवाज़’ की इस विशेष रिपोर्ट ने खोली पुलिसिया दावों की परतें

दरभंगा के टावर चौक पर दिनदहाड़े ₹3.81 लाख की लूट: सेंट्रल...

बिहार का एक ऐतिहासिक शहर, जो अपनी सांस्कृतिक विरासत और मिथिला की कला के लिए जाना...

दरभंगा
जब विदाई की तालियों में भीग गईं आंखें और सूटकेस में सिमट गईं वर्षों की निःस्वार्थ तपस्या दरभंगा प्रशासन के मर्म में अमिट छाप छोड़ गए उप विकास आयुक्त चित्रगुप्त कुमार, जिनकी सादगी, संजीदगी और सेवा ने सत्ता को संवेदनाओं से जोड़ा; अब उम्मीदों की नई लौ बनकर स्वप्निल ने संभाला दायित्व वर्तमान उप विकास आयुक्त के रूप में शुरू हो रही है एक नई प्रशासनिक यात्रा, जहां नज़रें अब एक नई संवेदना की खोज में हैं...

जब विदाई की तालियों में भीग गईं आंखें और सूटकेस में सिमट...

मिथिला की ऐतिहासिक धरती, जहां हर मोड़ पर इतिहास सांस लेता है, जहां सरोवरों में जल...

दरभंगा
बकरीद की मिठास के बाद सड़कों पर उतरी पुलिस की सख्ती: दरभंगा में एसएसपी रेड्डी की आंधी, कोतवाली प्रभारी राहुल कुमार की चाय दुकानों तक फैली दबिश बनी चर्चा का केंद्र

बकरीद की मिठास के बाद सड़कों पर उतरी पुलिस की सख्ती: दरभंगा...

बकरीद के दो दिन बाद, जब शहर की गलियों में त्योहार की मिठास बाकी थी, उसी दौरान दरभंगा...

दरभंगा
जब दरभंगा की सड़कों पर बहनों के आँसू अंगार बने, लाठी के घाव क्रांति की चिंगारी बने, और नारियों ने ओढ़ी रक्तरंजित चुनरी तब सत्ता की खामोशी धुएं में घुल गई, नाजिया हसन के पुतले राख हुए, और मिथिला की आत्मा ने कहा: अब हर लाठी का जवाब संकल्प से होगा, हर चुप्पी का हिसाब मांगेंगी बेटियाँ!

जब दरभंगा की सड़कों पर बहनों के आँसू अंगार बने, लाठी के...

कभी शांति और संस्कृति की नगरी रही दरभंगा, अब धीरे-धीरे आंदोलनों की आग में तप रही...