दरभंगा में CM नीतीश की समाधान यात्रा:बिहार के दूसरे तारामंडल का किया शुभारंभ, कहा - एम्स को कहीं और शिफ्ट करेंगे
दरभंगा पॉलिटेक्निक परिसर में राज्य के दूसरे तारामंडल का शुभारंभ सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को किया। सीएम निर्धारित समय से करीब एक घंटा बीस मिनट लेट पहुंचे थे। पढ़ें पूरी खबर...
दरभंगा पॉलिटेक्निक परिसर में राज्य के दूसरे तारामंडल का शुभारंभ सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को किया। सीएम निर्धारित समय से करीब एक घंटा बीस मिनट लेट पहुंचे थे। शुभारंभ के बाद सीएम ने तारामंडल के अंदर और बाहर बारीकी से मुआयना किया और संबंधित अधिकारी से कई जानकारी ली। सीएम ने तारामंडल पर लिखे नाम तारामंडल सह विज्ञान संग्रहालय को बदल कर "तारामंडल सह ज्ञान विज्ञान केंद्र संग्रहालय" करने का निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि वे यह सौगात दरभंगा वासियों को बहुत पहले देने का सोचे थे जो सपना आज पूरा हो गया। यह तारामंडल पटना से बड़ा बना है। कुछ और काम होना है जो जल्द पूरा हो जाएगा। सीएम ने एम्स को डीएमसीएच के अलावा कहीं और शिफ्ट करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने सोंचा था कि डीएमसीएच को ही एम्स में अपग्रेट किया जाएगा। किसी का नाम लिए बिना इशारों में कहा कि केंद्र सरकार के जिद के कारण डीएमसीएच अपग्रेड नहीं किया गया। एम्स अलग बनाया जाएगा। हालांकि सीएम ने यह नहीं बताया कि एम्स कहां बनेगा। उनसे जब पूछा गया कि निर्माण कार्य रुका हुआ है तो कहा कि जल्द ही जगह चिन्हित कर शुरु कराया जाएगा। इस तारामंडल को अमेरिका की टीम ने डिजाइन किया है। 88 करोड़ की लागत से तारामंडल और 300 सीटों के ऑडिटोरियम का निर्माण किया गया है। तारामंडल के अंदर एक साथ 150 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। तारामंडल का ट्रायल किया गया जो सफल रहा। साथ ही इसी भवन में 150 सीट के ऑडिटोरियम का निर्माण किया गया है जिसमें मनोरंजन के कई साधन है।
दरभंगा के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इससे पहले सीएम ने कादिराबाद में बने फ्लोटिंग सोलर प्लांट का निरीक्षण किया। प्लांट में कुछ बदलाव का निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि सोलर प्लांट लगाने की योजना को बढ़ावा दिया जाएगा। सीएम के साथ मंत्री विजय कुमार चौधरी, संजय झा, अशोक चौधरी, ललित यादव, मदन सहनी भी मौजूद थे। सीएम को देखने के लिए लोग घरों के छत पर थे जिनका उन्होंने अभिवादन किया। सीएम लहेरियासराय में जीविका दीदियों से संवाद के बाद 3:00 बजे से समाहरणालय स्थित अंबेडकर सभागार में समीक्षा बैठक किये। और बैठक के बाद हेलीकॉप्टर से पटना के लिए प्रस्थान कर चूके।