अफवाह की आंच में सुलगती सच्चाई: दरभंगा में हिमाचल के चोर, लूट के जेवरात और पुलिस की परत-दर-परत छानबीन के बीच ‘कार्बाइन और बम’ की कहानी निकली फुस्स…!
एक तरफ़ हिमाचल प्रदेश की पुलिस की कार्रवाई, दूसरी तरफ दरभंगा की गलियों में दबी हुई फुसफुसाहट“दो कार्बाइन बरामद हुआ है… बम मिला है…!” अफवाहों की इस चादर में एकबार फिर सच्चाई तलाशने निकली मिथिला की पत्रकारिता की कलम, और सामने आया पुलिस के शब्दों में "सिर्फ़ अफवाह" साफ़, सपाट और सधे लहजे में. पढ़े पुरी खबर......

दरभंगा। एक तरफ़ हिमाचल प्रदेश की पुलिस की कार्रवाई, दूसरी तरफ दरभंगा की गलियों में दबी हुई फुसफुसाहट“दो कार्बाइन बरामद हुआ है… बम मिला है…!” अफवाहों की इस चादर में एकबार फिर सच्चाई तलाशने निकली मिथिला की पत्रकारिता की कलम, और सामने आया पुलिस के शब्दों में "सिर्फ़ अफवाह" साफ़, सपाट और सधे लहजे में।
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11 मई 2025, तारीख दर्ज है हिमाचल प्रदेश पुलिस की एक सटीक कार्रवाई के लिए। चोरी, वह भी कोई मामूली नहीं सोना, चांदी, हीरे के जेवरात और लाखों की नकदी लेकर चोरों की टोली भागकर दरभंगा की धरती पर आ छुपी थी। मगर शिमला पुलिस ने दरभंगा पुलिस के सहयोग से इन्हें धर दबोचा। तीनों चोर अजय सहनी उर्फ लालटून, अमर सहनी और सेंटी मूल रूप से बिहार के ही विभिन्न थाना क्षेत्रों के निवासी निकले।
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इनकी गिरफ्तारी के साथ एक महिला और दो बच्चों को भी हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में पीआर बाउंड पर छोड़ दिया गया। चोरों की गिरफ्तारी हॉस्पिटल रोड स्थित चमन श्रीवास्तव के मकान से हुई। इसी घर को किराए पर लेने में एक स्थानीय कंपाउंडर की भूमिका बताई जा रही है, जो छापेमारी के दौरान लापता मिला।
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जब दरभंगा में गूंजा “कार्बाइन की खबर”… इसी कार्रवाई के बाद, दरभंगा की फिजाओं में एक और अफवाह तैरने लगी "घर से दो कार्बाइन बरामद हुए हैं… साथ में बम भी!" खबर जंगल की आग की तरह फैल गई। कई स्थानीय चैनलों और सोशल मीडिया पेजों पर इसे सनसनीखेज अंदाज में परोसा जाने लगा। परंतु, जब पत्रकारों ने गहराई से पड़ताल की, तो मामला कुछ और ही निकला।
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इस अफवाह ने दरभंगा पुलिस को सक्रिय कर दिया। डीआईजी डॉ. स्वप्ना गौतम मेश्राम, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलरेड्डी, सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी, सदर एसडीपीओ अमित कुमार, बिशनपुर और लहेरियासराय थाना के थानाध्यक्ष खुद हॉस्पिटल रोड पहुंचे। मामले की हर कड़ी की जांच की गई मकान मालिक से पूछताछ, दारोगाओं की बारी-बारी से बयान, सीसीटीवी फुटेज की खंगाल, सब कुछ किया गया।
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एसएसपी बोले “कार्बाइन और बम महज़ अफवाह, कोई बरामदगी नहीं” ख़बर लिखे जाने तक दरभंगा पुलिस इस तथाकथित कार्बाइन और बम की बरामदगी की पुष्टि नहीं कर सकी। एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलरेड्डी ने साफ तौर पर कहा
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“कार्बाइन और बम की जो बातें चल रही हैं, वो सिर्फ़ अफवाह है। हमारे स्तर से जो भी जांच हुई, उसमें कहीं भी ऐसी कोई बरामदगी की पुष्टि नहीं हुई। सभी दारोगा और सिपाही से पूछताछ की गई, किसी ने भी ऐसा कुछ नहीं बताया है।” इस बीच कुछ चैनल और यूट्यूब पेज पर ‘बड़े खुलासे’ के नाम पर जो खबरें तैर रही थीं, उनकी स्याही खुद ही सूख गई।
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मिथिला जन जन की आवाज का सवाल क्या अफवाह फैलाने वाले होंगे चिह्नित? अब सवाल उठता है क्या दरभंगा पुलिस उन लोगों की पहचान करेगी, जिन्होंने झूठी खबरें फैला कर माहौल को अस्थिर किया? एक तरफ तीन चोरों की गिरफ्तारी की बड़ी सफलता, दूसरी तरफ बिना पुष्टि किए कार्बाइन-बम की दहशत आखिर इसका जवाब कौन देगा? क्या पुलिस महज अफवाह बोलकर मामले को शांत कर देगी, या उन ‘सूत्रों’ की भी तलाश करेगी जो जनमानस की सोच को दिग्भ्रमित करते हैं?
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स्थानीय सूत्र vs पुलिस वास्तविकता के बीच झूलता जनविश्वास: स्थानीय लोगों में अब भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कुछ का कहना है कि पुलिस सब कुछ उजागर नहीं कर रही, तो कुछ लोग मानते हैं कि यह मीडिया की सनसनी फैलाने की चाल है। ऐसे में जनविश्वास का सवाल सबसे ऊपर है। पत्रकारिता की भूमिका सिर्फ खबर देने की नहीं, खबर के सच और झूठ के बीच फर्क करने की भी होती है।
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फिलहाल सच्चाई यही है "कार्बाइन नहीं मिला, अफवाह मिली": दरभंगा पुलिस ने जो कहा, उसे शब्दश: दोहराएं तो यही सच्चाई उभरती है “कार्बाइन या बम की कोई बरामदगी नहीं हुई है।” बाकी, जांच जारी है और दरभंगा पुलिस के अनुसार सीसीटीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से गहन पड़ताल की जा रही है।