दरभंगा:- विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया संविधान दिवस कार्यक्रम।

26 नवंबर 2022 को विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के कौटिल्य कक्ष में सुबह के 10 बजकर 30 मिनट से संविधान दिवस का कार्यक्रम पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पढ़ें पूरी खबर

दरभंगा:- विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया संविधान दिवस कार्यक्रम।

लनामिवि दरभंगा:- दिनांक 26 नवंबर 2022 को विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के कौटिल्य कक्ष में सुबह के 10 बजकर 30 मिनट से संविधान दिवस का कार्यक्रम पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मिथिला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रो० सुरेंद्र प्रताप सिंह, कुलसचिव महोदय प्रो० मुश्ताक अहमद, वित्त परामर्शी श्री कैलाश राम, राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ० विनोद बैठा व सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष सह राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो० जितेंद्र नारायण के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

तदुपरांत कक्ष में सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों के द्वारा सम्मिलित रूप से संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में माननीय कुलपति महोदय प्रो० सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि वृहत राष्ट्र उन्नत विचारों से अनुप्रणित होता है। भारतीय संविधान उदार विचारों का संग्रह है। यह संविधान वसुधैव कुटुंबकम की भावना से ओत-प्रोत है। संविधान व्यक्ति, समाज, समुदाय, देश और राज्य सबों के हितों की रक्षा करता है। कुलसचिव महोदय प्रो० मुश्ताक अहमद ने कहा कि भारतीय संविधान नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों की वृहत व्याख्या करता है। विभागाध्यक्ष प्रो० जितेंद्र नारायण ने कहा कि राज्य अपरिहार्य है, भारतीय संविधान देश के आंतरिक और बाह्य चुनौतियों का सामना करने हेतु संबल प्रदान करता है।

विश्वविद्यालय के वित्त परामर्शी श्री कैलाश राम ने कहा कि कलम तलवार से ज्यादा ताकतवर होती है और निश्चित ही भारतीय संविधान इसे चरितार्थ करता है। राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ० विनोद बैठा ने कहा कि भारतीय संविधान बड़ा और सबसे बड़ा संविधान है। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालय भी संविधान दिवस मनावें। उद्घाटन सत्र में प्रो० अवनी रंजन सिंह व आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो० ज्या हैदर समेत तमाम अधिकारी व विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

तकनीकी सत्र में विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के प्रो० पी० सी० मिश्रा, डॉ० आमिर अली खान, विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक श्री रघुवीर कुमार रंजन, चंद्रधारी मिथिला महाविद्यालय दरभंगा के राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक श्री आलोक रंजन, शोधार्थी श्री राम कृपाल अमर, श्री आशुतोष पांडेय, सुश्री अस्मि व स्नातकोत्तर के छात्र प्रदीप कुमार, नीतीश नायक और सन्नी कुमार ने भी अपने विचार संविधान की अद्वितीयता पर व्यक्त किये। इस अवसर पर विभाग की नीतु कुमारी, डॉ० ज्योति प्रभा एवं हिंदी विभाग के प्रो० आनंद प्रकाश गुप्ता एवं अन्य छात्र-छात्राओं ने अपनी उपस्थिति इस कार्यक्रम में दर्ज करा संविधान दिवस के इस अत्यंत मोहक कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। कार्यक्रम में मंच संचालन पूर्व सीसीडीसी सह विभागीय वरिष्ठ शिक्षक प्रो० मुनेश्वर यादव ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो० मुकुल बिहारी वर्मा ने किया।