दरभंगा में बेखौफ बदमाश और खूनी वारदातः डीलर जयमोल यादव की गोली मारकर हत्या, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप…

केवटी थाना क्षेत्र के हनुमाननगर गांव में अपराधियों ने जयमोल यादव को गोली मार कर घायल कर दिया। वहीं स्थानीय लोगों की सहायता से जयमोल को इलाज के लिए पीएससी में भर्ती कराया गया, जहां बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया. पढ़ें पूरी खबर....

दरभंगा में बेखौफ बदमाश और खूनी वारदातः डीलर जयमोल यादव की गोली मारकर हत्या, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप…

दरभंगा। केवटी थाना क्षेत्र के हनुमाननगर गांव में अपराधियों ने जयमोल यादव को गोली मार कर घायल कर दिया। वहीं स्थानीय लोगों की सहायता से जयमोल को इलाज के लिए पीएससी में भर्ती कराया गया, जहां बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया। वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि जयमोल यादव पर अप्रैल 2022 में भी गोली चली थी, जिसमें वह घायल हो गया था।

बेहतर इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गया था। मृतक जन वितरण प्रणाली का डीलर है, जो उसकी मां के नाम से संचालित है। कुछ माह पूर्व उसके चचेरे भाई विपिन यादव से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था उस दौरान उसके इसारे पर रामबाबू यादव, विशंभर यादव और थापा ने गोली चलाई थी। जिससे वह घायल हो गया था। जयमोल के बड़े भाई ने बताया कि अप्रैल 2022 में गोली लगने के बाद केवटी थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाया गया था, लेकिन थानाध्यक्ष रानी कुमारी के द्वारा किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई थी। गुरूवार की शाम हनुमाननगर स्थित स्कूल के पास अपराधियों ने गोली मारकर बुरी तरह घायल कर दिया। बताया जाता है कि जयमोल के माथे में भी एक गोली लगी है।

क्योंकि थानाध्यक्ष रानी कुमारी ने बताया कि घटनास्थल से 4 खोखा बरामद हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार, सदर एसडीपीओ अमित कुमार सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर जायजा ले रही है। खबर लिखे जाने तक सभी पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर ही मौजूद हैं। इधर परिजनों का कहना है कि यदि उनके भाई को जिस वक्त गोली मारी गई थी और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई होती तो शायद उनके भाई की मौत नहीं होती। ग्रामीण आक्रोशित होकर केवटी थानाध्यक्ष रानी कुमारी पर कारवाई की मांग कर रहे हैं। कुछ वर्ष पूर्व गांव के ही कैलाश यादव के साथ किसी बात को लेकर मारपीट हुई थी, उस दौरान उसके पिता विश्वमोहन यादव को ग्रामीणों ने मारपीट की थी, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि उसी प्रतिशोध में इस घटना को अंजाम दिया गया है।