राजबन्नी में मिस्त्री की हत्या का खुलासा: पूर्व से हत्या मामले में शामिल रहे राज कुमार मुखिया ने मात्र एक हजार रुपए के लिए की अरविंद की हत्या
बिरौल थाना काण्ड संख्या 427/22 के हत्या काण्ड का उद्भेदन चार दिन में बेनीपुर एसडीपीओ सह बिरौल के प्रभारी एसडीपीओ डॉ. कुमार सुमित के नेतृत्व में गुरूवार के दिन बेनीपुर अनुमंडल पुलिस कार्यालय में कर दिया गया। पढ़ें पूरी खबर
बेनीपुर। बिरौल थाना काण्ड संख्या 427/22 के हत्या काण्ड का उद्भेदन चार दिन में बेनीपुर एसडीपीओ सह बिरौल के प्रभारी एसडीपीओ डॉ. कुमार सुमित के नेतृत्व में गुरूवार के दिन बेनीपुर अनुमंडल पुलिस कार्यालय में कर दिया गया। राजमनी गांव के अरविन्द शर्मा उर्फ कैला का 28/11/22 को गला काटकर हत्या कर दिया गया था। घटना के संबंध में एसडीपीओ ने बेनीपुर में पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने घटना का अंजाम देने वाले राजमनी गांव के वार्ड नम्बर-12 के खरपुचन मुखिया के पुत्र राजकुमार मुखिया को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ कर रही है।
जिसमें राजकुमार मुखिया द्वारा बताया गया कि मृतक अरविन्द शर्मा उर्फ कैला ने चौकी बनाने के नाम पर उनसे 1000 रुपया कुछ दिन पहले लिया था। चौकी नहीं बनाकर दिया इसी बात को लेकर अभियुक्त व मृतक के बीच घटना के दिन तू-तू-मै-मैं हुआ था। इस बात से आक्रोशित होकर राजकुमार मुखिया ने सुनसान जगह पर मौका पाकर मृतक अरविन्द शर्मा के गला पर चाकू से दो वार कर जख्मी कर हत्या कर दिया और घटनास्थल पर ही छोड़कर चला गया। अभियुक्त राजकुमार मुखिया के निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल किये गये चाकू बरामद किया गया है। बताया कि इस घटना का उद्भेदन करने में एफएसएल टीम व डॉग स्कॉट ने भी मदद किया।
अभियुक्त राजकुमार मुखिया विरौल थाना कांड संख्या 205/09 में भी हत्या के मामले का अभियुक्त हैं। छापामारी दल में शामिल बिरौल थानाध्यक्ष एस.एन. सारंग, पु.अ.नि. ब्रज बिहारी राय व अन्य पुलिस पदाधिकारी व कर्मी को पुरस्कृत करने हेतु वरीय पुलिस अधीक्षक को अलग से प्रतिवेदन भेजा जा रहा है।