दरभंगा में फेसबुक पर प्यार.. मंदिर में शादी, 17KM साइकिल चलाकर प्रेमिका से मिलने पहुंचा, ग्रामीणों ने लगवाए फेरे
बिहार के दरभंगा में एक लड़की को फेसबुक पर एक लड़के से प्यार हुआ. प्रेमी साइकिल चलाकर अपने घर से 17 किलोमीटर दूर प्रेमिका के घर पहुंचा. फिर दोनों प्रेमी युगल साइकिल पर सवार होकर भाग निकले. कुशेश्वरस्थान पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया. लेकिन परिवार के रजामंदी के बाद दोनों का मंदिर में शादी करा दी गई. ऐसा क्या हुआ पढ़ें पूरी खबर..
दरभंगा:- साइकिल सवार प्रेमी युगल को देर रात पुलिस ने पकड़ कर पूछताछ के लिए थाना पर पहुंची। इसके बाद परिजन के समक्ष दोनों पक्षों के बीच बात-चीत के बाद रविवार को शिवमंदिर में दोनों की शादी करा दी गई। बिरौल थाना क्षेत्र के रसलपुर निवासी अरुण झा के पुत्र विकास झा एवं कुशेश्वरस्थान थाना के हरौली निवासी शंकर कमती की पुत्री चंचल कुमारी की सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती हुई जिसके बाद प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस बात की जानकारी दोनों के परिजनों को हुई, तो घर वालों ने दोनों पर अपने अपने स्तर से सख्ती बढ़ा दी।
लेकिन मोबाइल फोन से दोनों के बीच बातचीत होती रही। परिजनों की ओर से बंदिश लगने पर दोनों ने एक अलग दुनिया बसाने का निर्णय कर घर से भागने का फैसला लिया। दोनों प्रेमी युगल निर्णय की मुताबिक बीती शनिवार की देर रात प्रेमी अपनी प्रेमिका के साथ साइकिल से घर से निकल कर बेर चौक पर पहुंच कर सबेर वाली बस का इंतजार करने लगा। इसी दौरान थाना के एसआई जयप्रकाश साह के नेतृत्व में गश्ती दल ने प्रेमी युगल को संदिग्ध हालात में दोनों को देख कर पूछताछ किया। संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर दोनों को थाना पर लाकर सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने सारी बातें सच सच बताते हुए अपना-अपना पूरा परिचय की जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद थानाध्यक्ष अमित कुमार ने दोनों परिवारों को सूचना देकर थाना पर बुलाया और शादी का प्रस्ताव रखा।
जिसे अंत में दोनों परिवार स्वीकार कर शाम में मंदिर में शादी का रश्म पूरी कर दुल्हन अपने पिया के घर खुशी खुशी विदा हुए। इस दौरान दिन भर थाना एवं मंदिर परिसर में प्रेमी युगल को देखने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। इस दौरान स्थानीय थाना पर प्रेमी युगल और दोनों के परिजनों के बीच रविवार को दिन भर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। प्रेमी-युगल अंतरजातीय होने से इनके परिवार के लोग शादी करने के लिए सहमत नहीं हो रहा था। इस बात को लेकर दिन भर ना-नुकूड़ होता रहा। काफी मान मनौव्वल के बाद अंत में दोनों परिवार शादी के लिए राजी हुआ। दोनों परिवार मिलजुल कर शादी के लिए आवश्यक सामग्री की खरीदारी किया और चट मंगनी पट ब्याह के तर्ज पर स्थानीय शिव मंदिर में बाबा कुशेश्वरस्थान नाथ को साक्षी मानकर विवाह की रश्म पूरी कर प्रेमी युगल चंचल और विकास एक-दूजे का हो गया।