ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में व्याप्त शैक्षणिक अराजकता और भ्रष्टाचार के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने खोला मोर्चा, विश्वविद्यालय परिसर में दिया धरना
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कामेश्वरनगर, दरभंगा में एक दिवसीय धरना दिया। इस मौके पर जिला संयोजक आशुतोष गौरव ने बताया कि मिथिला विश्वविद्यालय को कुलपति एवं कुलसचिव दोनों लूटने का काम कर रहे हैं. पढ़े पूरी खबर...
दरभंगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कामेश्वरनगर, दरभंगा में एक दिवसीय धरना दिया। इस मौके पर जिला संयोजक आशुतोष गौरव ने बताया कि मिथिला विश्वविद्यालय को कुलपति एवं कुलसचिव दोनों लूटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय एक समय बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में अव्वल था, परंतु आज विश्वविद्यालय को दोनो मिलकर रसातल में पहुंचाने का काम कर रहे हैं। नगर सह मंत्री वैष्णवी कुमारी ने बताया कि आज किसी भी प्रकार का रिजल्ट विवि द्वारा जारी होता है, तो आधा से ज्यादा छात्रों का रिजल्ट पेडिंग जान-बूझकर विवि द्वारा कर दिया जाता हैं और उस रिजल्ट को सुधार करने के नाम पर उनसे अवैध उगाही किया जाता है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्राओं के सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है, किसी भी महाविद्यालय में महिलाओं के लिए शौचालय का उचित प्रबंध नहीं है, उनकी साफ-सफाई नहीं होती है। महाविद्यालयों में छात्रों के सुरक्षा के लिए महिला गार्ड नहीं है, आखिर छात्राएं अपनी समस्या भला कैसे एक पुरुष गार्ड को बता सकती हैं। इस मौके पर प्रदेश सह मंत्री उत्सव पराशर, नगर मंत्री अमित शुक्ल, श्रीकांत सहनी, राहुल सिंह, नीली कुमारी, तन्नू कुमारी, रवि यादव, रितेश कुमार, विकास झा, प्रिंस कुमार, सुमित मिश्र, वागीश झा, राकेश कुमार आदि उपस्थित थे। धरना के माध्यम से कुलपति को 13 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया।