दरभंगा के कुशेश्वरस्थान का सरपंच निकला शराब तस्कर, पटना में गिरफ्तार; शराब की बड़ी खेप बरामद
दरभंगा के एक सरपंच को शराब तस्करी के मामले में पटना से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार शख्स कुशेश्वर स्थान का सरपंच बताया जाता है. सरपंच के साथ ही एक और युवक को पकड़ा गया है. पत्रकार नगर पुलिस ने गिरफ्तार सरपंच की निशानदेही पर जब छापेमारी की तो भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब जब्त की गयी. पढ़ें पूरी खबर
दरभंगा के एक सरपंच को शराब तस्करी के मामले में पटना से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार शख्स कुशेश्वर स्थान का सरपंच बताया जाता है. सरपंच के साथ ही एक और युवक को पकड़ा गया है. पत्रकार नगर पुलिस ने गिरफ्तार सरपंच की निशानदेही पर जब छापेमारी की तो भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब जब्त की गयी. पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने दरभंगा के सरपंच और बरामद शराब को कंकड़बाग थाना के हवाले कर दिया है.
दरभंगा का सरपंच निकला शराब तस्कर:
पुलिस ने बताया कि पत्रकार नगर थाने के थाना प्रभारी मनोरंजन भारती गश्त कर रहे थे. इसी दौरान 90 फीट इलाके में चार पहिया वाहन सवार कुछ लोग पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी को देखकर भागने लगे. पुलिस ने जब खदेड़कर इस गाड़ी को रुकवाया तो गाड़ी पर सरपंच दरभंगा का स्टीकर चस्पा था.
छापेमारी में भारी मात्रा में शराब बरामद:
हालांकि पुलिस ने गाड़ी से ही 70 बोतल शराब बरामद की और दरभंगा के सरपंच की निशानदेही पर पटना के पत्रकार नगर और कंकड़बाग थाने की पुलिस ने जब छापेमारी शुरू की तो कंकड़बाग थाना क्षेत्र के पोस्टल पार्क इलाके के एक मकान के कमरे से भारी मात्रा में शराब की खेप को भी पुलिस ने बरामद किया है.
सरपंच के पास से मिली डायरी में तस्करी का ब्योरा:
फिलहाल पत्रकार नगर थाना और कंकड़बाग थाने की पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन कर सरपंच की निशानदेही पर कंकड़बाग थाना क्षेत्र के पोस्टल पार्क इलाके से भारी मात्रा में शराब की खेप बरामद करने के साथ-साथ एक अन्य युवक को भी गिरफ्तार किया है. फिलहाल दरभंगा के सरपंच और गिरफ्तार युवक से उसके शराब के अन्य ठिकानों के बाबत पूछताछ पटना के कंकड़बाग थाने में जारी है. हालांकि गिरफ्तारी के बाद सरपंच के पास से एक डायरी बरामद हुई है जिसमें इस अवैध शराब के कारोबार का सारा कच्चा चिट्ठा दर्ज है.
बिहार में शराबबंदी कानून:
बता दें कि 2016 से बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं से शराबबंदी का वादा किया था. इसका एक उद्देश्य घरेलू हिंसा को रोकना था. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपना वादा निभाया. एक अप्रैल 2016 बिहार निषेध एवं आबकारी अधिनियम के तहत बिहार में शराबबंदी लागू कर दी गई. तब से सरकार के दावे के बावजूद शराब की तस्करी और बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. इसका प्रमाण शराब की बरामदगी और इस धंधे से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी है.