भाजपा को उन्माद और संप्रदायिक उन्माद पैदा करने और नफरत फैलाने के सिवा उनके पास में कोई एजेंडा नहीं - धीरेंद्र झा
भाकपा माले का मिथिला स्तरीय अध्ययन शिविर दूसरे दिन के कार्यक्रम में माले पोलित ब्यूरो के सदस्य सह मिथिलांचल के प्रभारी धीरेंद्र झा ने भाग लिया। वही मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर जमकर प्रहार किया. पढ़े पूरी खबर.....
दरभंगा - भाकपा माले का मिथिला स्तरीय अध्ययन शिविर दूसरे दिन के कार्यक्रम में माले पोलित ब्यूरो के सदस्य सह मिथिलांचल के प्रभारी धीरेंद्र झा ने भाग लिया। वही मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर जमकर प्रहार किया। वही उन्होंने कहा कि जिस तरह इंडिया के लोगों ने एकजुट होकर भारत को आजाद किया था। उसी तरह मोदी के फासीवादी, देशबेचू, नफरत फैलाने वाली सरकार को विपक्ष का इंडिया गठबंधन परास्त करेगा। उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्से में चिंतित करने वाली घटनाएं सामने आई है।लोग अब समझने लगे हैं कि मोदी सरकार देश पर बोझ बन गई है। इस बोझ को उतार फेंकना मौजूदा समय का बड़ा राष्ट्रीय कार्यभार बन गया है। उन्होंने कहा कि इंडिया के घोषणा पत्र को जन जन तक ले जाने का काम माले करेगी।
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वहीं धीरेंद्र झा ने कहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी बिलकुल बुरी तरह से फस गई हैं। विपक्षी दलों के महागठबंधन से वो डर गई हैं। अब उनके सामने में उन्माद और संप्रदायिक उन्माद पैदा करने और नफरत फैलाने के सिवा उनके पास में कोई एजेंडा नहीं है। हर जगह ये कोशिश करेंगे कि कुछ संप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो। दंगा की स्थिति पैदा हो। समाज में विभाजन हो, समाज में नफरत की स्थिति बनी रहे। वही उन्होंने कहा कि भाजपा वाले वोट की राजनीति करे और वोट की खेती करे। वही उन्होंने कहा मिथिलांचल और बिहार के लोग सजग हैं सचेत है। जिसका परिणाम है कि लाख कोशिश बाद दंगा भड़काने की इनकी कोशिश नाकाम हुई। हमारे समाज के दोनों समुदाय के लोगों ने जो अमन भाई चारे का मिशाल पेश करते हुए आग लगने से बचा ली।
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वही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है आने वाले दिनों में और सचेत और संगठित होकर के इनका मुकाबला करना होगा। चुकी जब दंगा होता है, उन्माद फैलता है। तो उन्माद और दंगा में वोट की राजनीति जरूर होती है। बड़े लोगों के बेटे तो विदेश में पढ़ रहे हैं। दलित, गरीब, मजदूर, किसान के बेटे बेटियों के माथे पर तलवार देकर, लाठी देकर ये उन्माद की खेती कर रहे हैं। और उनके सारे बड़े नेता है उनके बेटे और बेटियां विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं। वह तो कभी गांव आते भी नहीं है। वह लोग दंगा में एक झलक देखने के लिए भी नहीं आता हैं। यही भाजपा का असली चरित्र हैं। और हिंदुस्तान की जनता धीरे-धीरे उनके चरित्र को समझ रही है और इस बार हिंदुस्तान की जनता एक साथ होकर के इस अमन और भाईचारे के लिए इस नफरत ओर विभाजन ओर राजनीति के खिलाफ अपनी एकता का परिचय देगी।