ओमेगा प्रतिभा खोज परीक्षा (OTSE) की घोषणा। गाँव से शहर तक के बच्चों को रहता है OTSE का इंतजार।

आई० आई० टी० एवं मेडिकल में बेहतरीन रिजल्ट के लिए सुप्रसिद्ध कोचिंग संस्थान ओमेगा स्टडी सेंटर, सुदूर गाँव से शहर तक के प्रतिभावान बच्चों के भविष्य को सँवारने के लिए लगातार नौ वर्षों से ओमेगा प्रतिभा खोज परीक्षा (OTSE) का आयोजन प्रतिवर्ष करती आ रही है। पढ़ें पूरी खबर...

ओमेगा प्रतिभा खोज परीक्षा (OTSE) की घोषणा। गाँव से शहर तक के बच्चों को रहता है OTSE का इंतजार।

दरभंगा: आई० आई० टी० एवं मेडिकल में बेहतरीन रिजल्ट के लिए सुप्रसिद्ध कोचिंग संस्थान ओमेगा स्टडी सेंटर, सुदूर गाँव से शहर तक के प्रतिभावान बच्चों के भविष्य को सँवारने के लिए लगातार नौ वर्षों से ओमेगा प्रतिभा खोज परीक्षा (OTSE) का आयोजन प्रतिवर्ष करती आ रही है। विगत नौ वर्षों से उत्तर बिहार में इस परीक्षा के माध्यम से सफल हुए सैंकड़ों छात्र-छात्राओं ने संस्थान से शिक्षा हासिल करके डाॅक्टर, इंजीनियर व वैज्ञानिक आदि बनकर मिथिलांचल हीं नहीं अपितु पुरे प्रदेश का नाम देश में गौरवान्वित किया है इनमे से ज्यादातर बच्चे ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े हैं एवं शिक्षा लिए थे।

संस्थान के सार्थक पहल का परिणाम है कि ओमेगा टैलेंट सर्च एग्जाम (OTSE) विगत नौ वर्षों में एक मुकाम हासिल किया है। वहीं संस्थान के चेयरमैन सुमन कुमार ठाकुर ने जानकारी दी की संस्थान के द्वारा हर साल ओमेगा टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन का आयोजन करवाया जाता है इसका मूल उद्देश्य दूर-दराज के गांव में जो काफी मेधावी छात्र छात्राएं हैं और किसी कारण से आर्थिक कारण हो या सामाजिक कारण वैसे मूल रूप से आर्थिक कारण से शहर के पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं जिससे राष्ट्र और समाज का बहुत बड़ा नुकसान होता है हमलोगों का यही प्रयास है कि ऐसे मेधावी बच्चे जो दूरदराज के हो और किसी वजह से बेहतर शिक्षा से वंचित हों उनको स्कॉलरशिप की व्यवस्था हो जिससे वह बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सके और अपने सपने को साकार कर सकें।

इस परीक्षा में सफल हुए विद्यार्थियों को संस्थान के सभी प्रोग्राम जैसे - टारगेट कोर्स, फाउंडेशन कोर्स, प्री-फाउंडेशन कोर्स में 100% तक की छात्रवृत्ति देने का प्रावधान है। वहीं OTSE में सफल हुए छात्रों को कई विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया जायेगा जिसमें- लैपटाॅप, पैड, साइकिल, बैग, वाॅच, स्पोर्ट्स आइटम्स के साथ-साथ अन्य पुरस्कार भी दिये जाते हैं। संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर सुमित कुमार चौबे ने बताया की दूर दराज के गांव के बच्चों में काफी प्रतिभा हैं लेकिन आर्थिक तंगी के कारण शहर के आधुनिक शैक्षणिक व्यवस्था से दूर रह जाते हैं हमारे संस्थान में ऐसे बच्चों को निखारने के लिए विगत नौ वर्षों से पहल कर रही है जिसमें सैकड़ों बच्चों ने देश के जगह जगह अपना परचम लहरा रहे हैं वहीं इस परीक्षा का परिणाम बहुत जल्द हीं सेमिनार के माध्यम से दिया जायेगा साथ ही साथ पुरस्कारों की घोषणा तथा करियर ओरिएंटेड गाईडलाइन सेमिनार का भी आयोजन किया जायेगा।