ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एसपी सिंह ने बेहतर नैक ग्रेड हेतु 4 विभागों- मैथिली, संस्कृत, उर्दू एवं दर्शनशास्त्र के विभागीय प्रोफाइल का किया गहन अवलोकन
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार नैक तैयारी से संबंधित गत 8 फरवरी से प्रारंभ विभागवार प्रस्तुति के क्रम में आज तीसरे दिन कुलपति की अध्यक्षता में चार विभागों- मैथिली, उर्दू , संस्कृत तथा दर्शनशास्त्र की प्रस्तुति हुई. पढ़े पूरी खबर...
दरभंगा :- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार नैक तैयारी से संबंधित गत 8 फरवरी से प्रारंभ विभागवार प्रस्तुति के क्रम में आज तीसरे दिन कुलपति की अध्यक्षता में चार विभागों- मैथिली, उर्दू , संस्कृत तथा दर्शनशास्त्र की प्रस्तुति हुई।
बैठक में प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा, कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद, आइक्यूएसी निदेशक डा मो ज्या हैदर, आइक्यूएसी कोर कमेटी के सदस्य डा अवनि रंजन सिंह एवं प्रो अशोक कुमार मेहता, उक्त चार विभागों के विभागाध्यक्ष- प्रो रमेश झा, डा गुलाम सरवर, डा घनश्याम महतो तथा डा रुद्रकांत अमर के साथ ही उनके विभागीय शिक्षक- प्रो दमन कुमार झा, प्रो आफताब अशरफ, डा आर एन चौरसिया, डा ममता स्नेही, डा मोतीउर रहमान, डा राजीव कुमार, डा प्रियंका राय एवं नसरीन सुरैया आदि ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय आईटी सेल के गणेश कुमार पासवान तथा सचिन शर्मा भी उपस्थित थे।
कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने नैक की दृष्टि से उक्त चार विभागों की प्रस्तुति का गहन अवलोकन कर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये और विभागीय प्रोफाइल में जो कमियां थीं, उन्हें दूर कर पुनः एक सप्ताह के बाद प्रस्तुतिकरण देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रोफाइल में दर्शाए गए सभी अंशों के अलग- अलग फाइल बनाकर सारी सूचनाएं एवं संबंधित नोटिस, ओएमयू ,फोटो आदि को सुरक्षित एवं प्रमाणिक रूप में रखें। इस अवसर पर प्रति कुलपति ने एक्सटेंशन एक्टिविटी के तहत विश्वविद्यालय परिसर से बाहर समाज में कार्य करने का सुझाव दिया।
वहीं उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे अपने विभाग के उन्नयन हेतु शॉर्ट टर्म, मिडिल टर्म तथा लोंग टर्म योजनाएं बनाएं। जबकि कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने सभी विभागाध्यक्षों से छात्रोपयोगी कोर्सों को जारी रखने तथा नए कोर्सों को भी प्रारंभ करने का सुझाव दिया। इस प्रस्तुति का मुख्य उद्देश्य नैक की टीम के आगमन से पूर्व ही विश्वविद्यालय के सभी विभाग अपनी तमाम कमियों को दूर कर अच्छाइयों को प्रस्तुत कर सके। साथ ही नैक द्वारा जो सूचनाएं मांगी गई हैं, वे प्रमाणिकता के साथ दी जा सके। आईक्यूएसी निदेशक डा मो ज्या हैदर सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि इसी प्रकार कल 4 विभागों- इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान तथा भूगोल विषयों के विभागीय प्रोफाइल का कुलपति के द्वारा आगामी 13 फरवरी को अवलोकन किया जाएगा।