बिहार

जब रामजानकी मंदिर बना शराब तस्करी के विरुद्ध रणभूमि, लहेरियासराय थानाध्यक्ष अमित कुमार के आदेश से उठी एक चेतना, काली स्कॉर्पियों की साँसे रुकीं, और दरभंगा की सड़कों पर कानून की लाठी ने नशे की गूंज को किया खामोश अब जो आएगा शराब लेकर, सीधा जेल की खिचड़ी ही उसका स्वागत करेगी!

जब रामजानकी मंदिर बना शराब तस्करी के विरुद्ध रणभूमि, लहेरियासराय...

जहाँ मंदिरों की घंटियों से सुबह होती है और खेतों में हल चलाकर किसान सूरज को सलाम...

जब पद्मभूषण शारदा सिन्हा की संतानें पहुंचीं मां श्यामा के चरणों में चुनरी में लिपटी स्मृतियां, आस्था में भीगी आंखें और दरभंगा की धड़कनों में गूंजती मां की मधुर आवाज़

जब पद्मभूषण शारदा सिन्हा की संतानें पहुंचीं मां श्यामा...

यह शहर सिर्फ ईंट-पत्थरों का नहीं, यह स्मृतियों, संस्कृति और श्रद्धा की हवाओं में...

जब ज़िंदगी ने मुँह मोड़ा और मौत ने भी पहचानने से इनकार किया दरभंगा की गलियों से उठी कबीर सेवा संस्थान की वो चिता, जो इंसानियत की आखिरी लौ बन गई

जब ज़िंदगी ने मुँह मोड़ा और मौत ने भी पहचानने से इनकार...

मिथिला की शान, सांस्कृतिक विरासतों की नगरी, जहाँ की धरती अक्सर कविताओं और संगीत...

जब कानून की चौखट पर वकील ही कटघरे में खड़ा हुआ: दरभंगा कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता अम्बर इमाम हाशमी की गिरफ्तारी पर गूंजा विद्रोह, न्यायिक गरिमा बनाम बार की अस्मिता पर उठे सवाल और वही रिपोर्ट जिसने दरभंगा की दीवारों को हिला दिया

जब कानून की चौखट पर वकील ही कटघरे में खड़ा हुआ: दरभंगा...

दरभंगा की ऐतिहासिक न्यायभूमि ने बहुत से हाई-प्रोफाइल मुकदमों को देखा, सुना और सहा...

दरभंगा की सियासी फिजाओं में गिरा एक और पत्ता: अलीनगर से विधायक मिश्री लाल यादव की सदस्यता समाप्त, जनप्रतिनिधि कानून की धारा 8 और संविधान की गूंज ने किया सत्ता को नतमस्तक

दरभंगा की सियासी फिजाओं में गिरा एक और पत्ता: अलीनगर से...

राजनीति में कब कौन गिर जाए, इसका अंदाज़ा लगाना उतना ही कठिन होता है जितना कि किसी...

दरभंगा के जमालपुर थाने में जब फरियाद बना अपराध दिव्यांग सगीर की हिम्मत को रौंदते हुए दारोगा सूर्यबली यादव ने दिखाई खाकी की हैवानियत… न्याय की तलाश में पहुँचा एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी के दरबार!

दरभंगा के जमालपुर थाने में जब फरियाद बना अपराध दिव्यांग...

दरभंगा के जमालपुर थाने से निकली एक घटना आज पूरे पुलिस महकमे के चेहरे पर सवाल खड़े...

लहेरियासराय की गलियों में घूमता था जो बेखौफ़... वही ललन साह पुणे के खौफ़ का राजा निकला! अलंकार ज्वेलर्स लूटकांड की मेरी रिपोर्ट ने जो कहा था, वो सच निकला!

लहेरियासराय की गलियों में घूमता था जो बेखौफ़... वही ललन...

वर्ष 2020। महामारी की उथल-पुथल के बीच एक खबर ने दरभंगा की शांत दीवारों को चीर डाला...

दरभंगा की वो माँ, जो सिर्फ़ सब्ज़ी लेने निकली थी मगर लौटते वक्त उसकी गोदी में भरोसे की लाश थी: लहेरियासराय के बेलवागंज की सावित्री देवी से 'प्रणाम' कहकर छल करने वालों पर 'मिथिला जन जन की आवाज' की रिपोर्ट ने खोले शहर में मासूमियत को निगलती चालबाज़ी के राज़

दरभंगा की वो माँ, जो सिर्फ़ सब्ज़ी लेने निकली थी मगर लौटते...

कभी लूट हथियारों के बल पर होती थी, अब लूट मानसिकता के धारदार किनारों से की जाती...

जब अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई, तब कोतवाली थाना बना मिशन हेडक्वार्टर थानाध्यक्ष राहुल के शौर्य और आशिष कुमार की लेखनी ने रच दिया इतिहास

जब अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई, तब कोतवाली थाना बना मिशन...

6 जून की रात दरभंगा में दो मेहनतकश गैस पाइप श्रमिकों का अपहरण एक ऐसी घटना जिसने...

जब जेल की दीवारों से रिसा लहू और न्याय घुटता रहा ताले में बंद: कमलेश यादव की गला रेत हत्या पर 'मिथिला जन जन की आवाज़' की रिपोर्ट ने उघाड़ा दरभंगा जेल के भीतर का खूनी षड्यंत्र, बंसल की चाकू जैसी सोच और सिस्टम की सड़ी चुप्पी पर पड़ा कलम का हथौड़ा

जब जेल की दीवारों से रिसा लहू और न्याय घुटता रहा ताले में...

यह कोई सामान्य अपराध कथा नहीं है। यह उस मानसिकता की बानगी है, जहाँ अधिकार, अहंकार...

एक सांसद का बेटा, एक गुमशुदा पहचान, और एक जिले की रात-दिन एक करती पुलिस जब SDPO अमित कुमार और ‘मिथिला जन जन की आवाज’ ने मिलकर लिखा एक वापसी का महाकाव्य!

एक सांसद का बेटा, एक गुमशुदा पहचान, और एक जिले की रात-दिन...

रविवार की वह सुबह सामान्य नहीं थी। दरभंगा की हवाओं में एक अजीब सी खामोशी थी। सियासत...

जब मधुबनी के भाजपा सांसद अशोक कुमार यादव के बेटे विभूति यादव ही दरभंगा के बंगाली टोला से रहस्यमयी ढंग से लापता हो जाएं, तो क्या अब भी कोई कह सकता है कि बिहार सुरक्षित है? यह सिर्फ एक गुमशुदगी नहीं, बल्कि लोकतंत्र की नींव हिला देने वाली ख़ामोशी है... ‘मिथिला जन जन की आवाज़’ की विशेष खोजपरक पड़ताल से उठते वे सवाल जो सत्ता की चुप्पी को चीर रहे हैं!

जब मधुबनी के भाजपा सांसद अशोक कुमार यादव के बेटे विभूति...

दरभंगा का बंगाली टोला उस शाम कुछ ज़्यादा ही चुप था। आम दिनों में जहां बच्चों की...

दरभंगा की ऐतिहासिक सुबह में माँ कांकली की चौखट पर नतमस्तक हुए जिलाधिकारी कौशल कुमार राज परिसर की पवित्र हवाओं में श्रद्धा, शालीनता और प्रशासनिक संवेदना का अद्भुत संगम

दरभंगा की ऐतिहासिक सुबह में माँ कांकली की चौखट पर नतमस्तक...

दरभंगा की सुबह में उस दिन कुछ अलग ही आभा थी। एक सादगीभरा, भावुक और आत्मीय क्षण जिसने...

दरभंगा की रात जब जगी बाघमोड़ से घनश्यामपुर थाने तक पसीना बहाती वर्दियों की बूटध्वनि, SSP-SP की सीधी कमान और SHO सुधीर-अजीत की चौकसी में जाग उठा अपराधमुक्त शहर का सपना!

दरभंगा की रात जब जगी बाघमोड़ से घनश्यामपुर थाने तक पसीना...

मिथिला की आत्मा को समेटे एक नगर जहाँ चाँदनी भी इतिहास के कपोलों पर उतरती है और जहाँ...

14 जून की वो घड़ी जब दरभंगा के बाघमोड़ बना दरभंगा पुलिस की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक जहाँ SHO सुधीर ने मोर्चा संभाला और SSP-SP की उपस्थिति में चलाया गया अपराधियों के विरुद्ध कड़ा समकालीन अभियान!

14 जून की वो घड़ी जब दरभंगा के बाघमोड़ बना दरभंगा पुलिस...

दरभंगा शहर की नब्ज़ को अगर किसी ने करीब से थामा है, तो वह है पुलिस की वो रात जो...

खंडहर की दीवारों से उठती थी साजिश की साँसें, चाबी और चुप्पी के बीच पलता था बाइक चोरों का अंधकार दरभंगा पुलिस की SIT ने जिस अंतरजिला गिरोह को धूल चटाई, उसकी हर चाल, हर गिरफ्तारी, और हर रहस्य की तह तक की सघन पड़ताल इस पूरी रिपोर्ट में पढ़ें!

खंडहर की दीवारों से उठती थी साजिश की साँसें, चाबी और चुप्पी...

एक ऐसा शहर जो किसी ज़माने में मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी कहलाता था, आज अपने शहरी...