बड़ी खबर: गुजरात से गिरफ्तार हुआ ‘डिजिटल अभद्रता’ का फरार आरोपी; पढ़े कौन है ये युवक, जिसने विधायक मैथिली ठाकुर, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की छेड़छाड़ की गई तस्वीर पोस्ट कर पूरे प्रशासन को हिला दिया
इंटरनेट की मायावी दुनिया में अराजकता फैलाने, जनप्रतिनिधियों की मर्यादा भंग करने और समाज को दिग्भ्रमित करने की नीयत से पोस्ट की गई एक अभद्र, कुत्सित और आपत्तिजनक रील दरभंगा पुलिस के संज्ञान में क्या आई पूरे जिले की साइबर यूनिट मानो ताड़ित वेग से सक्रिय हो उठी। अलीनगर की नव-निर्वाचित भाजपा विधायक मैथिली ठाकुर, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ छेड़छाड़ कर बनाई गई उस रील ने कानून-व्यवस्था को चुनौती देने का जो दुस्साहस किया वह पल भर में ही आरोपी के लिए विनाशसूचक संकेत बन गया. पढ़े पूरी खबर.......
दरभंगा। इंटरनेट की मायावी दुनिया में अराजकता फैलाने, जनप्रतिनिधियों की मर्यादा भंग करने और समाज को दिग्भ्रमित करने की नीयत से पोस्ट की गई एक अभद्र, कुत्सित और आपत्तिजनक रील दरभंगा पुलिस के संज्ञान में क्या आई पूरे जिले की साइबर यूनिट मानो ताड़ित वेग से सक्रिय हो उठी। अलीनगर की नव-निर्वाचित भाजपा विधायक मैथिली ठाकुर, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ छेड़छाड़ कर बनाई गई उस रील ने कानून-व्यवस्था को चुनौती देने का जो दुस्साहस किया वह पल भर में ही आरोपी के लिए विनाशसूचक संकेत बन गया।

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हो जाइए सावधान डिजिटल अवमानना की ‘एक क्लिक’ भी अब विध्वंसकारी परिणाम दे सकती है!
जिन लोगों को लगता है कि इंस्टाग्राम आईडी बनाकर, नकली नाम रखकर, किसी सुदूर प्रदेश में जाकर, मोबाइल की स्क्रीन पीछे छुपकर वे कुछ भी पोस्ट कर सकते हैं वे कान खोलकर सुन लें… कानून की पहुँच अब आकाश-जैसी व्यापक और अग्निशिखा-जैसी तीव्र हो चुकी है। आज नहीं तो कल उसकी लोहे की मुट्ठी आपके दरवाज़े पर दस्तक दे ही देगी।

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घटना और कार्रवाई लोमहर्षक पुलिस पीछा, जिसने डिजिटल अपराधियों की नींद छीन दी: शुक्रवार सुबह ठीक 10 बजे ‘पंकज यादव ऑफिशियल’ नामक इंस्टाग्राम आईडी पर एक वीडियो और तस्वीर अपलोड की जाती है। तस्वीर में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और विधायक मैथिली ठाकुर को अत्यंत आपत्तिजनक रूप में दिखाया गया था जो न सिर्फ डिजिटल विकृति बल्कि लोकतांत्रिक शिष्टाचार पर प्रहार था।

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संज्ञान में आते ही पुलिस कप्तान जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने बिजली-सी तीक्ष्णता से आदेश दिया। साइबर थाना में इंस्पेक्टर संतोष कुमार मंडल ने तत्काल प्राथमिकी दर्ज की। डीएसपी साइबर विपिन बिहारी ने लोकेशन ट्रेस करवाया। लोकेशन मिला जामनगर, गुजरात! और फिर क्या था इतनी दूर कि अपराधी को लगे कि बच गया… लेकिन कानून की आँखें अब ठहरती कहाँ हैं?जामनगर पुलिस ने पंकज को अभिरक्षा में लिया और अब दरभंगा साइबर थाना की टीम उसे लेकर लौट रही है। कानून की गिरफ्त में। कठोर दंड प्रक्रिया की ओर।

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डराने वाला सच छिप मतिये, भाग मतिये, डिजिटल दुनिया अब ‘अपराधियों की कब्रगाह’ बन चुकी है: आज की साइबर टेक्नोलॉजी आपकी लोकेशन, आपका डिवाइस नंबर, आपकी पुरानी पोस्ट, आपका डेटा फुटप्रिंट, आपका सिम इतिहास सब कुछ ऐसे पकड़ लेती है जैसे अग्निज्वाला सूखे तिनके को पकड़ती है। किसी को लगता है कि वह दूसरे राज्य में जाकर बच जाएगा?या आईडी पर ‘ऑफिशियल’ लिखकर बड़ा बन जाएगा? या वीपीएन लगाकर कानूनी आँखों को धोखा दे देगा?

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तो यह खबर उनके लिए कंपनकारी चेतावनी है: अब डिजिटल अपराध करना, सिंह के मुख में हाथ डालने जैसा है। देहाती भाषा में कहें ‘जिस दिन पकड़ाए, उसी दिन बिखराए’। और शहर की भाषा में Cyber Crime का युग अब Zero Mercy Mode पर है।

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जो भी सोच रहा है कि बनेगा ‘रील-योद्धा’ जरा ठहर जाए! आगे अंधकार है, गर्त है, और कानून का भीषण प्रचंड रूप है: यदि आपके मन में भी किसी जनप्रतिनिधि को बदनाम करने की, कोई छेड़छाड़ कर अभद्र चित्र डालने की, किसी रील से अपमान फैलाने की, किसी फेक अकाउंट से जहर घोलने की रेत—भर भी इच्छा है, तो आप यह समाचार पढ़ते ही अपनी उंगलियों को रोक लीजिए। क्योंकि कानून अब कोमल नहीं अत्याचारी अपराधियों के लिए उग्र भैरवी बन चुका है। उसका प्रकोप न जाने कहाँ से आकर आपकी नींद, आपकी नौकरी, आपका भविष्य सब छीन ले। डिजिटल दुष्कर्म की ओर उठाया गया एक कदम आपका सम्पूर्ण जीवन कानूनी चक्रवात में झोंक सकता है। जिस युवक के पिता तीन महीने पहले गुजर गए… जो आर्थिक तंगी में गुजरात मजदूरी करने गया… उसी की एक मूर्खतापूर्ण हरकत ने आज उसे पुलिस की गिरफ्त में पहुँचा दिया। सोचिए एक क्लिक, और बरबादी का वृहद्विस्फोट! एक रील, और जीवन की समस्त संभावनाएँ ध्वस्त! अब भी यदि किसी के भीतर अपराध की चिंगारी बची है तो यह खबर उसके लिए भय की ज्वाला बने।
