दरभंगा पुलिस की बड़ी कार्रवाई! बहेड़ा थाना क्षेत्र में भरत चौक–बेनीपुर मार्ग पर एक ही रात में चूक की कहानी उजागर, दो ASI निलंबित जिम्मेदारी, गश्ती और सतर्कता पर उठे सवाल… विभागीय कार्रवाई की परतें खोलती विस्तृत रिपोर्ट अभी पढ़ें, जिसमें सामने आएगा कैसे एक चोरी ने हिला दिया पूरा पुलिस तंत्र!
दरभंगा पुलिस ने मंगलवार को बहेड़ा थाना क्षेत्र में हुए चोरी कांड के बाद जो सख़्त कदम उठाया है, उसने पूरे जिले के पुलिस तंत्र को झकझोर दिया है। भरत चौक से बेनीपुर चौक तक की रात्री गश्ती में हुई लापरवाही के आरोप में दो अवर अवर निरीक्षकों विजय कुमार यादव एवं बुजवारी सिंह को निलंबित कर दिया गया है. पढ़े पूरी रिपोर्ट.....
दरभंगा। दरभंगा पुलिस ने मंगलवार को बहेड़ा थाना क्षेत्र में हुए चोरी कांड के बाद जो सख़्त कदम उठाया है, उसने पूरे जिले के पुलिस तंत्र को झकझोर दिया है। भरत चौक से बेनीपुर चौक तक की रात्री गश्ती में हुई लापरवाही के आरोप में दो अवर अवर निरीक्षकों विजय कुमार यादव एवं बुजवारी सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

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यह कार्रवाई अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेनीपुर द्वारा भेजे गए विस्तृत प्रतिवेदन के आधार पर की गई, जिसमें 18 नवंबर 2025 की रात को हुई घटना का पूरा ब्यौरा दर्ज था। प्रतिवेदन में बताया गया कि इसी रात भरत चौक पर तैनात पुलिस गश्ती के बावजूद अमरनाथ गुप्ता का वर्तन एवं ज्वेलरी के दुकान का शटर काटकर चोरी कर लिया गया, और अपराधियों ने मौके से सामान समेत एक बड़ी चुनौती छोड़ दी पुलिस गश्ती की गंभीर चूक का प्रश्न।

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कैसे हुई लापरवाही उजागर: बेनीपुर डीएसपी द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ कि जिस इलाके में रात्री गश्ती ड्यूटी पर एसआई विजय कुमार यादव और बुजवारी सिंह प्रतिनियुक्त थे, उसी क्षेत्र में चोरी हो गई। प्रतिवेदन में यह भी उल्लेखित है कि गश्ती की उपस्थिति, सक्रियता और मूवमेंट में गंभीर कमी थी। यह भी सामने आया कि अपराधियों ने बड़ी सहजता से दुकान का ताला काटा, दुकान में दाखिल हुए और बिना किसी टकराव या भनक के चोरी को अंजाम देकर फरार हो गए। यह पुलिस की गश्ती व्यवस्था पर सीधा सवाल था।

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पुलिस कप्तान ने लिया कड़ा निर्णय: अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेनीपुर से जब मामला जिला मुख्यालय पहुंचा, तब वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया। रिपोर्ट में दर्शाई गई गफलत और लापरवाही के आधार पर दोनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबन आदेश में यह भी दर्ज है कि दोनों पुलिसकर्मियों की चूक ने अपराधियों को खुली छूट दी, गश्ती का सही संचालन नहीं हुआ, विभागीय अनुशासन का पालन नहीं किया गया। निलंबन के साथ ही आदेश में यह भी कहा गया कि जांच समाप्त होने तक दोनों अधिकारियों की पदस्थापना मुख्यालय, पुलिस केंद्र दरभंगा में रहेगी।

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स्थानीय व्यापारियों में नाराज़गी, पुलिस महकमे में बेचैनी: चोरी की इस घटना ने पूरे इलाके के व्यापारियों में नाराज़गी पैदा कर दी है। स्थानीय लोग मानते हैं कि यदि पुलिस गश्ती सक्रिय रहती, तो शायद अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ नहीं होता कि वे मुख्य चौक पर दुकान का शटर काटकर चोरी कर जाते। दूसरी ओर, पुलिस महकमे में यह कार्रवाई चर्चा का विषय बन गई है। देर रात तक थानों में यह मसला चर्चा में रहा कि आखिर एक साधारण चोरी कैसे इतनी बड़ी कार्रवाई का आधार बन गई। लेकिन वरिष्ठ अधिकारी मानते हैं कि रात्री गश्ती की ढिलाई पुलिस व्यवस्था की रीढ़ को कमजोर करती है, इसलिए कठोर निर्णय अनिवार्य था।

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जांच जारी, कई बिंदुओं पर उठ रहे सवाल: मामले की जांच अभी जारी है। पुलिस यह जानने में जुटी है कि अपराधियों ने दुकान को कितनी देर तक लक्ष्य बनाया, गश्ती टीम किस मार्ग से चली और किस समय कहाँ पहुँची, क्या सीसीटीवी फुटेज में कुछ सुराग मिले हैं, और क्या चोरी किसी संगठित गिरोह द्वारा की गई।

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दरभंगा पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ दो अधिकारियों के निलंबन का मामला है, बल्कि यह संदेश भी कि अब गश्ती की लापरवाही को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह घटना और उसके बाद की कार्रवाई बताती है कि जिले की पुलिस व्यवस्था में अब जवाबदेही की नई हवा चल रही है।
