दरभंगा से बड़ी खबर:- लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, पुत्र का शव लेकर घर आ रहे पिता की हादसे में हुई मौत, परिजनों में मचा कोहराम
अपने जवान बेटे की लाश लेकर घर आ रहे चनौर पंचायत के अमई गांव निवासी पचकौड़ी सदाय की मौत बीती रात सड़क दुघर्टना में हो गई। पढ़ें पूरी खबर
दरभंगा:- अपने जवान बेटे की लाश लेकर घर आ रहे चनौर पंचायत के अमई गांव निवासी पचकौड़ी सदाय की मौत बीती रात सड़क दुघर्टना में हो गई। एक साथ पिता-पुत्र की मौत से परिवार सहित गांव में मातम छा गया है। पचकौड़ी की पुत्री माला कुमारी के अनुसार विगत करीब 10 वर्षों से पचकौड़ी सदाय अपने बेटे के साथ यूपी के गाजियाबाद में मजदूरी करता था। एक साथ अपने तीनों बेटों के साथ मजदूरी कर अपना जीवन-यापन कर रहे थे।
6 वर्ष पूर्व उनके छोटे लड़के गोपाल सदाय की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई थी। गत 24 सितम्बर को काम पर जाने के दौरान उनके दूसरे बेटे कृष्णा सदाय की मौत भी सड़क दुर्घटना में हो गई। मृतक कृष्णा की उम्र महज 20 वर्ष बताई जाती है, जो अविवाहित था। 25 सितम्बर को अपने मृत बेटे कृष्णा की लाश लेकर अपने अन्य परिजनों के साथ पचकौड़ी सदाय एम्बुलेंस से गांव के लिए निकले। रास्ते में लखनऊ एक्सप्रेस हाइवे पर एम्बुलेंस में तकनिकी गड़बड़ी के कारण रुकना पड़ा। इसी दौरान पचकौड़ी नीचे उतरे।
दुर्भाग्यवश तेज गति से गाड़ी चला रहे एक चालक ने पचकौड़ी को ठोकर मार दी, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। घर में अपनी एक मात्र पुत्री के साथ अकेली रह रही उसकी पत्नी सोमनी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। उसके घर पहुंच कर लोग ढ़ांढ़स बंधाने में लगे हैं।