लोन नहीं चुकाने पर दरभंगा के प्रसिद्ध होटल पर कार्रवाई, जिला दंडाधिकारी के आदेश पर नये मालिक को सौंपा गया होटल

बैंक का लोन जमा नहीं कर पाने के चलते दरभंगा राज परिसर स्थित शहर में प्रसिद्ध होटल गंगा रेजिडेंसी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। जानकारी के मुताबिक होटल के स्वामी ने 2005 में सेंट्रल बैंक आफ इंडिया से तकरीबन एक करोड़ 35 लाख रुपया का कंस्ट्रक्शन लोन लिया गया था। लेकिन होटल स्वामी के द्वारा कुछ साल के बाद लोन की राशि भुगतान नहीं किया गया। फिर बैंक के द्वारा नोटिस प्रक्रिया के बाद सांकेतिक कब्जा कर लिया गया. पढ़ें पूरी खबर......

लोन नहीं चुकाने पर दरभंगा के प्रसिद्ध होटल पर कार्रवाई, जिला दंडाधिकारी के आदेश पर नये मालिक को सौंपा गया होटल

दरभंगा: बैंक का लोन जमा नहीं कर पाने के चलते दरभंगा राज परिसर स्थित शहर में प्रसिद्ध होटल गंगा रेजिडेंसी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। जानकारी के मुताबिक होटल के स्वामी ने 2005 में सेंट्रल बैंक आफ इंडिया से तकरीबन एक करोड़ 35 लाख रुपया का कंस्ट्रक्शन लोन लिया गया था। लेकिन होटल स्वामी के द्वारा कुछ साल के बाद लोन की राशि भुगतान नहीं किया गया। फिर बैंक के द्वारा नोटिस प्रक्रिया के बाद सांकेतिक कब्जा कर लिया गया। फिर कुछ साल के बाद होटल की नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई।

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वहीं होटल की नीलामी की प्रक्रिया में 2013 में रामानुज कुमार सिंह लगभग 4 करोड़ 58 लाख रुपया में इस होटल को परचेस किया। लेकिन होटल के पुराने स्वामी के द्वारा होटल को खाली नहीं किया गया। जिसके बाद यह मामला न्यायालय में चला गया। इसी क्रम में दरभंगा के जिला दंडाधिकारी के आदेश पर जिला प्रशासन सहित बैंक के कर्मी के द्वारा शुक्रवार को होटल को खाली कराकर रामानुज कुमार सिंह को कब्जा कराया गया।

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वही मौके पर उपस्थित इस होटल के खरीदार रामानुज कुमार सिंह ने बताया कि 2013 के सितंबर महीना में उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से जारी नीलामी प्रक्रिया में शामिल हुआ था। जिसमें मैंने चार करोड़ 58 लाख रुपए में यह प्रॉपर्टी खरीदी थी। जिसका मुझे बैंक ने सेल सर्टिफिकेट भी दिया है। अभी तक मामला न्यायालय में चल रहा था। इसके बाद जिला पदाधिकारी ने आदेश दिया कि मुझे पोजीशन दिलवाया जाए।

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वही इस प्रॉपर्टी के पूर्व के मालिक बालकृष्ण झा ने कहा कि इसकी प्रक्रिया न्यायालय में चल ही रही है।उन्होंने कहा कि यहां आए पदाधिकारी आदेश का पालन कर रहे हैं। उसे आदेश में अगर मकान लिखा हो तो हम अभी छोड़ कर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह हमारी 30 करोड़ की संपत्ति है। अगर सब मिलकर मुझे तंग करने आएंगे तब तो यहां से चल ही जाएंगे। मरने के लिए यहां खड़ा नहीं रहेंगे। वही उन्होंने कहा कि अगर आदेश में कहीं भी मकान लिखा हो तो मैं खुद खड़ा होकर दे दूंगा।

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वही इस मामले की जानकारी देते हुए दरभंगा सदर के सीईओ इंद्रजीत शाह ने बताया कि इस गंगा रेजिडेंसी को बैंक को दखल कब्जा दिलवाना है। उनके खरीदार को इसी मामले में जिला पदाधिकारी द्वारा न्यायालय से यह आदेश हुआ है। इस आदेश में मुझे इस काम के लिए दंडाधिकारी बनाया गया है। मैं इसी हैसियत से यहां उपस्थित होकर दखल कब्जा करवाने की कार्रवाई कर रहा हूं।