राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में हिस्सा ले रहे दरभंगा विवि के ये स्वयंसेवक, कुलपति ने हरी झंडी दिखाकर किया राजस्थान रवाना
राष्ट्रीय एकीकरण शिविर जो दिनांक (27.02.2023 से 05.03-2023 तक) शिविर आयोजित होगी जिसमें विश्वविद्यालय की 5 सदस्य टीम यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट जयपुर राजस्थान में आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में शामिल होने के लिए दल रवाना हुआ. पढ़े पूरी खबर...
दरभंगा :- राष्ट्रीय एकीकरण शिविर जो दिनांक (27.02.2023 से 05.03-2023 तक) शिविर आयोजित होगी जिसमें विश्वविद्यालय की 5 सदस्य टीम यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट जयपुर राजस्थान में आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में शामिल होने के लिए दल रवाना हुआ। इस शिविर में शामिल होने वाले दल को माननीय कुलपति महोदय प्रोफ़ेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
अपने संबोधन में कुलपति महोदय ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को शुभकामना देते हुए कहा कि आप शिविर में मिथिला विश्वविद्यालय के नाम को रोशन करेंगे एवं सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक के रूप में पुरस्कार हासिल करने न सिर्फ विश्वविद्यालय बल्कि पूरे प्रांत का नाम रोशन करेंगे। कुलपति महोदय ने शिविर में शामिल होने वाले सभी स्वयंसेवकों का परिचय लिया और शिविर में शामिल होने वाले स्वयंसेवकों के दोनों महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को भी शुभकामना दी। शिविर के दरम्यान स्वयंसेवकों को अनुशासित रहकर शिविर के उद्देश्य को सीखने की सलाह दी। उन्होंने स्वयंसेवकों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि एक सच्चा स्वयंसेवक अनुशासन प्रिय, कर्मठ, ऊर्जावान और अपने लक्ष्य के प्रति सतत प्रयत्नशील रहते हैं। मौके पर उपस्थित कुल सचिव महोदय प्रोफेसर मुस्ताक अहमद ने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में बेहतर प्रदर्शन के साथ-साथ शिविर के नियमों को अच्छी तरह से पालन करने की सलाह दी।
उन्होंने अच्छे आचरण का प्रदर्शन करने का भी सुझाव दिया। समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ विनोद बैठा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को बहुत परिश्रम के बाद इस तरह के कैंप में जाने का अवसर प्राप्त होता है। वह अपने कर्तव्य, चरित्र एवं इमानदारी से राष्ट्रीय एकीकरण शिविर के नियमों का पालन करेंगे एवं विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाएंगे। विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय सेवा योजना कोषांग स्वयंसेवकों के साथ सदैव बेहतरी के लिए प्रयत्नशील रहता है। प्रधानाचार्य ए.पी.एस.एम. कॉलेज बरौनी डॉ मुकेश कुमार ने कहा कि स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व का निर्धारण एवं विकास महाविद्यालयों में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रम एवं विशेष शिविर से होता है। आप सब ने अपने महाविद्यालयों में बेहतर प्रदर्शन कर इस मुकाम को हासिल किया है। हम उम्मीद करते हैं कि आप जयपुर में भी पूरे लगन एवं उत्तरदायित्व बोध के साथ शिविर का लाभ उठाएंगे एवं अपने भविष्य को उज्जवल बनाएंगे। ए.पी.एस.एम. कॉलेज बरौनी के कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व का निर्माण महाविद्यालयों में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी देने से होता है। उन्होंने स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे शिविर में ना सिर्फ विश्वविद्यालय बल्कि बिहार का भी आंशिक रूप से प्रतिनिधित्व करेंगे।
विदित हो कि जयपुर में आयोजित होने वाले शिविर में बिहार के कुल 10 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। हमारे विश्वविद्यालय के लिए सौभाग्य की बात है कि हमारे विश्वविद्यालय से कुल 5 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर माननीय कुलपति महोदय के निजी सचिव अशरफ जमाल, ए.पी.एस.एम कॉलेज बरौनी के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ लव कुमार सिंह भी उपस्थित थे। शिविर में शामिल होने वाले स्वयंसेवकों में तीन जी. डी कॉलेज बेगूसराय से शांति शर्मा, रजनी सुमन एवं सुमित कुमार है, जबकि ए.पी.एस.एम कॉलेज बरौनी से विकास कुमार एवं अमन कुमार है।