मतगणना की उलटी गिनती शुरू: दरभंगा में प्रशासनिक सख्ती और लोकतंत्र का उत्सव डीएम कौशल कुमार और एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने मतगणना केंद्र का किया निरीक्षण, दी सख्त चेतावनी और भरोसे की मुस्कान
नवंबर की सुबह थी हवा में चुनावी नमी घुली हुई थी, मानो शहर की गलियों में जनता की उम्मीदें फिर से गूंज रही हों। बाजार समिति, शिवधारा के विशाल मैदान में उस लोकतांत्रिक उत्सव की तैयारी चल रही थी, जहां जनता के विश्वास की गिनती होनी है यानी मतगणना. पढ़े पूरी खबर......
दरभंगा। नवंबर की सुबह थी हवा में चुनावी नमी घुली हुई थी, मानो शहर की गलियों में जनता की उम्मीदें फिर से गूंज रही हों। बाजार समिति, शिवधारा के विशाल मैदान में उस लोकतांत्रिक उत्सव की तैयारी चल रही थी, जहां जनता के विश्वास की गिनती होनी है यानी मतगणना।

इसी तैयारी का जायज़ा लेने पहुंचे जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी कौशल कुमार और वरीय पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी। दोपहर की धूप में दोनों अधिकारी जिस दृढ़ता और संयम के साथ कदम-दर-कदम व्यवस्था परख रहे थे, वह दरभंगा प्रशासन की चौकसी का जीवंत प्रतीक बन गया। डीएम कौशल कुमार, सफेद शर्ट में शांत किंतु दृढ़ भाव से खड़े, मानो लोकतंत्र की शुचिता के प्रहरी हों। वहीं एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, काली शर्ट और नीली जीन्स में फुर्तीले अंदाज़ में जवानों से बातें करते हुए, सुरक्षा व्यवस्था की हर कड़ी को अपनी पैनी नज़र से परख रहे थे। उनकी यह जोड़ी प्रशासन और पुलिस की, व्यवस्था और विश्वास की उस दिन लोकतंत्र की रक्षा के दो सशक्त प्रतीक लग रही थी।

Advertisement
14 नवंबर को दरभंगा बोलेगा अपने दिल की बात: दरभंगा के शिवधारा स्थित कृषि उत्पाद बाजार समिति परिसर में 10 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना होगी।प्रशासन ने इसे किसी साधारण दिन की तरह नहीं, बल्कि एक पवित्र पर्व की तरह तैयार किया है। चारों ओर लोहे की बैरिकेडिंग, चेकप्वाइंट्स पर तैनात अर्धसैनिक बल, और अंदर-बाहर चहलकदमी करती पुलिस की चौकस निगाहें... सब इस ओर संकेत दे रही थीं कि लोकतंत्र की रक्षा केवल भाषण से नहीं, व्यवस्था से होती है। जिला प्रशासन ने पूरे परिसर को तीन सुरक्षा घेरों में बाँटा है पहला घेरे में अर्धसैनिक बल, दूसरे में जिला पुलिस, और तीसरे में मजिस्ट्रेट तथा निर्वाचन कर्मियों की निगरानी। साथ ही हर प्रवेश द्वार पर ड्रॉप गेट स्थापित किया गया है, जहां सुरक्षा जांच में किसी को भी ढिलाई की अनुमति नहीं होगी।

स्वच्छता, निष्पक्षता और पारदर्शिता तीनों होगी दरभंगा की पहचान: निरीक्षण के दौरान डीएम कौशल कुमार ने साफ शब्दों में कहा मतगणना की प्रक्रिया में पारदर्शिता हमारी पहली शर्त है। जनता ने जो निर्णय दिया है, उसे सम्मानपूर्वक और शांतिपूर्ण ढंग से घोषित करना ही हमारा दायित्व है। वहीं एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने सुरक्षा बलों को संबोधित करते हुए कहा यह सिर्फ ड्यूटी नहीं, एक मिशन है। इस मिशन का नाम है ‘लोकतंत्र की सुरक्षा’। हर जवान अपनी तैनाती को राष्ट्र सेवा माने।

Advertisement
शहर के हर नुक्कड़ पर चर्चा कौन लौटेगा, कौन जाएगा: मतगणना से पहले ही शहर की गलियों में चुनावी रंग चढ़ चुका है। चाय की दुकानों पर बहस जारी है इस बार मुकाबला कांटे का है, फलां बूथ पर पलटवार हुआ है, युवा वोट निर्णायक साबित होंगे। लोगों की निगाहें अब प्रशासन पर नहीं, नतीजे पर टिकी हैं कौन हारेगा, कौन जीतेगा, और किसके सिर पर जनता का ताज सजेगा।लेकिन प्रशासन के लिए सबसे बड़ा सवाल केवल जीत-हार का नहीं, बल्कि शांति और निष्पक्षता का है। और यही वजह है कि डीएम और एसएसपी की यह संयुक्त मौजूदगी जनता के बीच भरोसे की लकीर खींच गई है।

लोकतंत्र की डोर जनता के हाथ में, लेकिन उसकी सुरक्षा प्रशासन के जिम्मे: दरभंगा प्रशासन ने इस बार सुरक्षा के ऐसे इंतज़ाम किए हैं जिन्हें देखकर कहा जा सकता है यह केवल चुनाव नहीं, एक सुरक्षा मिशन है। मतगणना केंद्र के चारों ओर सीसीटीवी की निगरानी, दंडाधिकारियों की ड्यूटी सूची, और जवानों की 24×7 तैनाती… सब कुछ इस बात का प्रमाण हैं कि प्रशासन किसी भी स्थिति में कोताही नहीं बरतेगा। डीएम कौशल कुमार ने स्पष्ट कहा कि मतगणना स्थल पर केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। मीडिया, अभ्यर्थी और एजेंटों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार निर्धारित हैं, ताकि व्यवस्था में कोई बाधा न आए।

Advertisement
लोकतंत्र का पर्व है, किसी उत्सव से कम नहीं: दरभंगा की जनता इस पूरे माहौल को एक पर्व की तरह देख रही है। सड़क किनारे लगे पोस्टर अब थक चुके हैं, लेकिन उम्मीदें अभी भी जाग रही हैं। सत्ता की गलियारों में हलचल है, प्रत्याशियों के घरों में पूजा और प्रार्थना जारी है, और प्रशासनिक गलियारों में फाइलें अब रफ्तार पकड़ चुकी हैं। इन सबके बीच काली शर्ट में एसएसपी जलारेड्डी और सफेद शर्ट में डीएम कौशल कुमार की जोड़ी यह याद दिला रही है कि लोकतंत्र का असली चेहरा केवल वोट देने या जीतने में नहीं, बल्कि उसकी रक्षा करने वालों के समर्पण में छिपा है।

14 नवम्बर को जनता का फैसला खुलेगा, लेकिन आज दरभंगा प्रशासन का इरादा साफ है शांति, निष्पक्षता और पारदर्शिता: निरीक्षण के अंत में दोनों अधिकारियों ने संबंधित सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि 14 नवम्बर को किसी भी स्थिति में मतगणना कार्य में व्यवधान न हो। सुरक्षा, कानून-व्यवस्था, बिजली, संचार, भोजन और परिवहन की सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर ली गई हैं। दरभंगा प्रशासन के लिए यह केवल एक चुनावी प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र में जनता के विश्वास की परीक्षा है और यह परीक्षा, दरभंगा पास करने को तैयार दिख रहा है।
