वार्षिकोत्सव पर दरभंगा जूनियर पब्लिक स्कूल परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
रामबाग स्थित दरभंगा जूनियर पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में विधायक विनय कुमार चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि स्कूलों के लिए अभिभावकों का भरोसा सबसे बड़ी उपलब्धि है, और यह विद्यालय निश्चित रूप से इस कसौटी पर खतर खरा उतरता है. पढ़े पूरी खबर....
दरभंगा:- रामबाग स्थित दरभंगा जूनियर पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में विधायक विनय कुमार चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि स्कूलों के लिए अभिभावकों का भरोसा सबसे बड़ी उपलब्धि है और यह विद्यालय निश्चित रूप से इस कसौटी पर खतर खरा उतरता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को एक शिक्षित और अनुशासित नागरिक बनाने में एक माँ की भूमिका सर्वोपरि होती है। समारोह में मुख्य अतिथि के साथ स्कूल के चेयरमैन डॉक्टर लाल मोहन झा, निदेशक विशाल गौरव और प्राचार्या शालीनी कुमारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
प्राचार्या शालीनी कुमारी ने विद्यालय के उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए उम्मीद जताई कि इसी सत्र में स्कूल आईसीएसई बोर्ड से संबंधन की ओर अग्रसर है। लगभग 4 घंटे चले सांस्कृतिक कार्यक्रम में 500 से भी अधिक प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने समा बांध दिया । कार्यक्रमों को मूलतः चार विधाओं, संगीत, नृत्य , नाटक एवं नवाचार में विभाजित कर प्रस्तुत किया गया। संगीत की श्रेणी में सोनाक्षी द्वारा होली गीत, दिव्यांशु का गाया मैथिली गीत मिथिला हमर शान, स्वागत गान एवं कव्वाली ने पूरे वातावरण को सुरीला बना दिया। नाटक के विधा में किंग लियर नामक अंग्रेजी नाटक का मंचन किया गया जिसमें सुशांत, प्रियांशी एवं आस्था ने मुख्य भूमिका निभाई।
मैथिली नाटक बेटा में प्रक्षित, करुणा और सोहन ने समाज में बेटा और बेटी को लेकर हो रहे भेदभाव पर कड़ा प्रहार किया। नारी सशक्तिकरण पर माइम के माध्यम से अनन्या, शिवम, राघव , आद्या, प्रिथा और सोनाली ने दर्शकों को इस विषय पर गंभीरता से सोचने को विवश किया, तो हिंदी ड्रामा "बेटी पढ़ाओ समाज बताओ" में वसुधा, अनुराग और जया ने स्त्री शिक्षा के मुद्दे को मंच पर जीवंत कर दिया। नृत्य में भरतनाट्यम की प्रस्तुति अमिति, मानसी, अंशुमन और तनिष्का ने की। इसके अलावा ओडीसी, राधा कृष्ण नृत्य ,कोरोना योद्धाओं को समर्पित डांस एवं प्लास्टिक के उपयोग पर रोक जैसे अलग-अलग रंगों को बच्चों ने पूरी तन्मयता के साथ दर्शकों के सामने रखा। कार्यक्रम में उदघोषिका आठवीं कक्षा की आकृति और आस्था थीं, जबकि संयोजन नीरज कुमार झा और धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका अलका प्रसाद ने किया।