दरभंगा बिग ब्रेकिंग: कांकली मंदिर के पुजारी राजीव झा 'अंटू' हत्याकांड के मुख्य गवाह सम्भु चौधरी को जान का खतरा, दरभंगा प्रशासन से लगाई सुरक्षा की गुहार
दरभंगा में अपराधियों ने चर्चित हत्याकांड के मुख्य गवाह चिरंजीव कुमार चौधरी उर्फ शम्भू चौधरी को जान से मारने की धमकी दी है. मोबाइल फोन पर दी गई इस धमकी के बाद से ही चिरंजीव के परिजनों में खौफ है.पढ़े पूरी खबर......
दरभंगा. यूपी में उमेश पाल हत्याकांड और उसके बाद के घटनाक्रम से पूरा देश परिचित है, लेकिन बिहार के दरभंगा में भी ठीक उमेश पाल जैसा हत्याकांड दुहरा सकता है. दरअसल, यहां भी अपराधियों ने चर्चित हत्याकांड के मुख्य गवाह चिरंजीव कुमार चौधरी उर्फ शम्भू चौधरी को जान से मारने की धमकी दी है. मोबाइल फोन पर दी गई इस धमकी के बाद से ही चिरंजीव के परिजनों में खौफ है.
बता दें कि वर्ष 2021 में दुर्गा पूजा के बीच पुजारी हत्याकांड के समय चिरंजीव को भी गोली लगी थी, लेकिन तब चिरंजीव को डाक्टरों ने इलाज़ कर बचा लिया था. तब पुलिस ने पूरे मामले में चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो जमानत पर जेल से बाहर है, जबकि एक अपराधी अभी भी जेल में बंद हैं. अब पूरे हत्याकांड में केस पर फैसला आना है तो अपराधी एक मात्र गवाह को केस उठाने के लिए कह रहा है, ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है.
धमकी मिलने के बाद पीड़ित शम्भू चौधरी ने कॉल रिकार्डिंग के साथ इसकी लिखित शिकायत स्थानीय विश्वविद्यालय थाने को दी, लेकिन पुलिस गवाह को सुरक्षा देने के बदले आवेदन पर कुंडली मार बैठ गयी है. ऐसे में गवाह को अब अपने जान बचने के लिए इधर उधर रात गुजरने को मजबूर है. पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए पीड़ित ने बताया कि वर्तमान में पुलिस की भूमिका ठीक नहीं है. शिकायत करने के वावजूद पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में उन्हें लगता है कभी भी अपराधी उनकी हत्या कर सकते हैं.
सदर SDPO अमित कुमार ने भी इसकी पुष्टि की है. साथ ही उन्होंने कहा कि गवाह को सभी तरह की सुरक्षा दी जाएगी ताकि बिना डरे वे गवाही दे सके. इलाके के थाने को भी निर्देश दिए गए हैं, उनके घर के आसपास गश्ती बढ़ाने के भी आदेश दिए गए हैं. साथ ही धमकी देने वाले नंबर की भी पहचान की जा रही है.
बता दें कि 14 अक्टूबर 2021 को रामबाग स्थित कंकाली मंदिर के पुजारी राजीव कुमार झा को अहले सुबह पांच की संख्या में पहुंचे अपराधियों ने दनादन फायरिंग करते हुए गोलियों से भून डाला था. मंदिर के बरामदे पर सोए हुए पुजारी की मौके पर मौत हो गयी थी. वहीं, चिरंजीव कुमार चौधरी उर्प शंभू चौधरी को भी अपराधियों ने गोली मारी थी. लेकिन, दुर्गा पूजा होने को लेकर कुछ स्थानीय मंदिर में जमा थे इसलिए एक अपराधी पकड़ में आ गया था. उसको वहीं पर पीट- पीट कर मार डाला गया था. वहीं चार भाग निकले थे.
इस हत्याकांड के पीछे मृतक पंडित जी के भतीजे का विवाद मोबाइल फोन को लेकर कुछ नशेड़ी युवकों सें हुआ था. साथ ही मंदिर परिसर के इर्द-गिर्द अड्डा जमाने वाले नशेड़ियों ने इसे अंजाम दिया था. ऐसा दरभंगा पुलिस और पुजारी के जांच में भी सामने आया था.