जातीय जनगणना का निर्णय सबकी सहमति से ही हुआ था, सीएम ने कहा सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का अध्ययन के बाद ही इस पर आगे का निर्णय होगा - नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा की बिहार में जातीय जनगणना सभी दलों के निर्णय से ही शुरू किया गया था। वर्ष 2019 में जब भाजपा हमारे साथ थी तो इसका विरोध क्यों नहीं किया. पढ़े पूरी खबर....
दरभंगा - बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा की बिहार में जातीय जनगणना सभी दलों के निर्णय से ही शुरू किया गया था। वर्ष 2019 में जब भाजपा हमारे साथ थी तो इसका विरोध क्यों नहीं किया। सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का अध्ययन किया जा रहा है आगे जो भी निर्णय होगा वह बता दिया जाएगा। साथ ही कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर 2011 में जाति आधारित जनगणना किया गया।
हम लोगों ने केंद्र सरकार से मांग किया था कि राष्ट्रीय स्तर पर ही जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए।लेकिन जब वह लोग नहीं माने तो हमने सबकी सहमति से बिहार में जाति आधारित जनगणना का निर्णय लिया। हम यह जानना चाहते हैं कि किस जाति की स्थिति क्या है। उच्च वर्ग से लेकर दलित महादलित तक के आर्थिक एवं अन्य स्थिति का आकलन करने के लिए जाति आधारित जनगणना की जा रही थी।
वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जल्द ही इस पर जानकारों की राय ली जाएगी। इधर दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कर्नाटक के शपथ ले रहे मुख्यमंत्री के बुलावे पर 20 मई को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने जाएंगे।