दरभंगा दानवीर महाराजा के धरोहरों से खेलना अनैतिक: कुमार कपिलेश्वर सिंह
विगत कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर स्थित नरगोना महल में जिसमें महाराजा कामेश्वर सिंह के निजी प्रयोग में आने वाले सामान रखे हुए हैं एवं विगत 40 वर्षों से उसे कामेश्वर सिंह संग्रहालय का रूप दिया गया है उसे विश्वविद्यालय द्वारा बिना किसी नियम परिनियम के छात्रों उत्पाती छात्रों के लिए खोलकर कतिपय लोगों द्वारा क्षति पहुंचाने और अवांछित हरकत करते हुए दिखाया गया है जो गलत है। पढ़ें पूरी खबर...
दरभंगा:- विगत कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर स्थित नरगोना महल में जिसमें महाराजा कामेश्वर सिंह के निजी प्रयोग में आने वाले सामान रखे हुए हैं एवं विगत 40 वर्षों से उसे कामेश्वर सिंह संग्रहालय का रूप दिया गया है उसे विश्वविद्यालय द्वारा बिना किसी नियम परिनियम के छात्रों उत्पाती छात्रों के लिए खोलकर कतिपय लोगों द्वारा क्षति पहुंचाने और अवांछित हरकत करते हुए दिखाया गया है जो गलत है। दरभंगा महाराज एवं राज्यसभा के सदस्य महाराज कामेश्वर सिंह के पोत्र कुमार राजेश्वर सिंह एवं कपिलेश्वर सिंह ने कहां की महाराज के निजी वस्तुओं को जिसे धरोहरों और संग्रहालय का रूप दिया गया था उसे बिना किसी नियम परिनियम के इन चीजों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जो कि विश्वविद्यालय के लिए ही नहीं बिहार के लिए शर्मनाक है।
श्री कुमार ने कहा कि दरभंगा महाराज का भारत के लिए किया गया कार्य मिथिलांचल कभी भूल नहीं सकता है। जिस कमरा में छात्र उत्पात मचा रहे थे वह कमरा उनका निजी कमरा था जहां उनकी मृत्यु हुई जिसे एक संग्रहालय का रूप दिया गया है, आज जब सोशल मीडिया पर उनके वस्त्रों , बिस्तर, तस्वीरों एवं रखे हुए कई भूमि कीमती चीजों को जब अवैध रूप से छात्र इधर-उधर फेंक रहे हैं यह सही रूप में दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से महाराजा कामेश्वर सिंह के निजी सामानों को बर्बाद करने की कोशिश की गई है वह अशोभनीय व्यवहार को दर्शाता है एवं सर्वथा अनुचित और आपत्तिजनक है। जहां एक और विश्वविद्यालय महाराजा कामेश्वर सिंह की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया है। वहीं दूसरी ओर महाराजा को अपमानित करने की नियत से उनके निजी सामानों को साथ जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है जिससे राज परिवार को यह आशंका भी हो गई है कि विश्वविद्यालय प्रशासन महाराजा के बहुमूल्य सामानों को गायब और चोरी करने की भी मंशा रखती है।
कुमार राजेश्वर एवं कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि राज परिवार महाराजा कामेश्वर सिंह के मान सम्मान में होने वाले किसी भी गुस्ताखी को नजरअंदाज नहीं करेगा बहुत आहत है इस तरह के वयव्हार से और इस संदर्भ में मीडिया एवं आम नागरिकों से यह अपेक्षा करता है कि उपरोक्त घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषी पदाधिकारियों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाए अन्यथा राज परिवार को विवश होकर इस संदर्भ में उचित कानूनी कार्रवाई करने को बाद होना होगा। राज परिवार हमेशा से सदियों से मिथिलांचल के चहुमुखी विकास शिक्षा उद्योग एवं परिवहन में उनका श्रेय रहा है अतः यह हम सबों की जिम्मेदारी होती है कि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित उक्त भवन में महाराजा की जितनी भी सामग्री है वह पुरातत्व माहौल महत्त्व की ओर बहुमूल्य सामग्री है उसे सहेज आ जाए और एक संग्रहालय का व्रत रूप दिया जाए उसे ऐसा रूप दिया जाए जिससे आम लोग इस बहुमूल्य चीजों से ज्ञात हो और उसे बचाया जा सके वही दरभंगा राज के मनेजर आशुतोष दत्त ने कहा मिथिला यूनिवर्सिटी का विवादो से पुराना नाता है हमेशा वो इस तरह का कार्य करते है जो दुखद है वही एस्टेट ऑफिसर प्रियांशु झा ने कहा की राज परिवार का योगदान को भुलाया नही जा सकता मिथिला यूनिवर्सिटी राज दरभंगा की संपत्ति पर अवेध रूप से हमेशा कार्य करती है वो निंदनीय है कही ना कही इसके पीछे बहुत बड़ी साजिस की मंशा साफ झलक रही है ।