दरभंगा के आसमान में मंडरा रही है तीसरी आँख ड्रोन अब हर गलियों, हर सड़क और हर छत पर रखे हैं अपनी पैनी नजर! अगर आप भी शराब के फंदे में फँसे हैं, तो सावधान रहें… आपके सड़ के ऊपर उड़ रहा है प्रशासन का पहरेदार! मद्यनिषेध विभाग की सर्जिकल छापेमारी में 663 लीटर कोडीन कफ सिरप, विदेशी शराब, बीयर और हजारों किलो जावा महुआ जब्त शराब माफियाओं के साम्राज्य पर गिरी प्रशासनिक गाज, पढ़िए वो रिपोर्ट जो दरभंगा की धरती को हिला गई।

शहर की हवा में अब वह सन्नाटा नहीं है जो अपराधी ओढ़ा करते थे। अब वही हवा प्रशासन की सख़्ती की गूंज से कांप रही है। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन और आगामी पर्वों से पहले दरभंगा में मद्यनिषेध विभाग ने ऐसा ‘ऑपरेशन क्लीन’ चलाया कि शराब माफियाओं की नींद हराम हो गई। यह कोई साधारण छापेमारी नहीं थी, यह ‘दरभंगा की धरती पर शराब के खिलाफ़ युद्ध’ था एक ऐसा युद्ध, जिसमें प्रशासन की वर्दी के भीतर सिर्फ़ कानून नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प की आग भी जल रही थी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी कौशल कुमार के नेतृत्व में और सहायक आयुक्त प्रदीप कुमार की कमान में जब टीम ने जिले के कोने-कोने में धावा बोला, तो कई वर्षों से सक्रिय शराब गिरोहों की जड़ें हिल गईं. पढ़े पूरी खबर.......

दरभंगा के आसमान में मंडरा रही है तीसरी आँख ड्रोन अब हर गलियों, हर सड़क और हर छत पर रखे हैं अपनी पैनी नजर! अगर आप भी शराब के फंदे में फँसे हैं, तो सावधान रहें… आपके सड़ के ऊपर उड़ रहा है प्रशासन का पहरेदार! मद्यनिषेध विभाग की सर्जिकल छापेमारी में 663 लीटर कोडीन कफ सिरप, विदेशी शराब, बीयर और हजारों किलो जावा महुआ जब्त शराब माफियाओं के साम्राज्य पर गिरी प्रशासनिक गाज, पढ़िए वो रिपोर्ट जो दरभंगा की धरती को हिला गई।
दरभंगा के आसमान में उड़ रही है ‘तीसरी आँख’ ड्रोन की नजर अब हर गली, हर सड़क, हर साये तक पहुँच चुकी है... अगर आप भी शराब के फंदे में फँसे हैं, तो संभल जाइए, क्योंकि आपके सिर के ऊपर है प्रशासन की अटल निगाह! मद्यनिषेध विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने दो दिनों में 663 लीटर कोडीन कफ सिरप, 50 लीटर विदेशी शराब, बीयर और हजारों किलो जावा महुआ का साम्राज्य नेस्तनाबूद कर दिया चुनावी माहौल में शराब माफियाओं के लिए दरभंगा अब नहीं, डर-भंगा बन चुका है... पढ़िए वो पूरी रिपोर्ट, जो शराबबंदी की सच्चाई और सख़्ती दोनों

दरभंगा, 07 अक्टूबर 2025: शहर की हवा में अब वह सन्नाटा नहीं है जो अपराधी ओढ़ा करते थे। अब वही हवा प्रशासन की सख़्ती की गूंज से कांप रही है। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन और आगामी पर्वों से पहले दरभंगा में मद्यनिषेध विभाग ने ऐसा ‘ऑपरेशन क्लीन’ चलाया कि शराब माफियाओं की नींद हराम हो गई। यह कोई साधारण छापेमारी नहीं थी, यह ‘दरभंगा की धरती पर शराब के खिलाफ़ युद्ध’ था एक ऐसा युद्ध, जिसमें प्रशासन की वर्दी के भीतर सिर्फ़ कानून नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प की आग भी जल रही थी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी कौशल कुमार के नेतृत्व में और सहायक आयुक्त प्रदीप कुमार की कमान में जब टीम ने जिले के कोने-कोने में धावा बोला, तो कई वर्षों से सक्रिय शराब गिरोहों की जड़ें हिल गईं।

दो दिनों 05 और 06 अक्टूबर की यह कार्रवाई किसी सर्जिकल स्ट्राइक से कम नहीं रही। 121 स्थानों पर एक साथ छापेमारी, 21 अभियोग दर्ज, 25 अपराधी गिरफ्तार, 05 जेल भेजे गए, और 01 फरार घोषित यह आँकड़े नहीं, प्रशासन की दहाड़ हैं। सहायक आयुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि छापेमारी के दौरान एक चार पहिया पिकअप वाहन पकड़ा गया, जिसमें 663 लीटर कोडीन कफ सिरप यानी 6300 बोतलें बरामद हुईं। तीन मोटरसाइकिलें शराब ढोने के लिए इस्तेमाल की जा रही थीं, जिन्हें मौके पर जप्त कर लिया गया।

जप्त सामग्रियों की सूची किसी अपराध गाथा की तरह भयावह है: 50.610 लीटर विदेशी शराब, 20 बीयर, 06 लीटर चुलाई शराब, और सबसे चौंकाने वाला 17,655 किलो जावा महुआ (घुर का घोल), जिसे ड्रोन की निगरानी में मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। ड्रोन अब आसमान से देख रहे हैं वो सब कुछ, जो कभी अंधेरे में छिपाया जाता था। प्रशासन ने तकनीक को हथियार बना लिया है और अपराधियों के लिए अब ‘भागने की जगह नहीं, बचने की उम्मीद नहीं।’ शहर के कई इलाकों में प्रशासनिक वाहनों की सायरन बजती आवाज़ों ने बीते दो रातों में ऐसा माहौल बना दिया, मानो दरभंगा में कोई बड़ा ऑपरेशन चल रहा हो। गलियों में कानाफूसी “आज रात किसकी बारी?” शराब माफिया के बीच डर की लहर दौड़ गई।

सहायक आयुक्त प्रदीप कुमार ने सख़्त चेतावनी देते हुए कहा की बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। जो कोई भी शराब का क्रय-विक्रय या परिवहन करेगा, उसे बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम, 2016 (यथासंशोधित) के तहत जेल की अंधेरी कोठरी ही नसीब होगी। दरभंगा की धरती अब एक नई कहानी लिख रही है ‘शराबमुक्त चुनाव, भयमुक्त समाज।’ इस ऑपरेशन ने साफ़ कर दिया है कि सरकार और प्रशासन किसी भी सूरत में शराब के खिलाफ अपने मिशन से पीछे नहीं हटने वाले। एक ओर जहां शहर में दीपावली और चुनाव की तैयारी चल रही है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक चौकसी ने अपराधियों के दिलों में अंधेरा भर दिया है। मद्यनिषेध विभाग की यह कार्रवाई सिर्फ़ शराब माफियाओं के खिलाफ़ नहीं, बल्कि समाज में फैल रहे जहर के खिलाफ़ एक घोषणा-पत्र है “अब दरभंगा में कानून नहीं झुकेगा, झुकेंगे वो लोग जो कानून से खेलते हैं।”