दरभंगा की जनता को नीतीश का तोहफ़ा : 3463.2 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन और 125 यूनिट फ्री बिजली, लाभुक बोले–अब सपने होंगे पूरे
मिथिला की धरती आज ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी। दरभंगा के मिथिला संस्कृत स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध संस्थान के प्रांगण से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुल 3463.2 करोड़ रुपये लागत की 97 महत्वाकांक्षी योजनाओं का शिलापट्ट अनावरण किया और उद्घाटन/शिलान्यास कर एक नये युग की नींव रखी। यह आयोजन केवल योजनाओं का उद्घाटन नहीं था, बल्कि यह दरभंगा की भावी पहचान और मिथिला के गौरव का उद्घोष जैसा था. पढ़े पुरी खबर......

दरभंगा। मिथिला की धरती आज ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी। दरभंगा के मिथिला संस्कृत स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध संस्थान के प्रांगण से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुल 3463.2 करोड़ रुपये लागत की 97 महत्वाकांक्षी योजनाओं का शिलापट्ट अनावरण किया और उद्घाटन/शिलान्यास कर एक नये युग की नींव रखी। यह आयोजन केवल योजनाओं का उद्घाटन नहीं था, बल्कि यह दरभंगा की भावी पहचान और मिथिला के गौरव का उद्घोष जैसा था।
97 योजनाएँ, 3463.2 करोड़ का निवेश दरभंगा में विकास का महापर्व: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रिमोट के माध्यम से एक साथ जिन योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया, उनमें 96.47 करोड़ रुपये की लागत से 36 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन तथा 3366.73 करोड़ रुपये की लागत से 61 योजनाओं का शिलान्यास शामिल रहा। इन योजनाओं में वही घोषणाएँ भी सम्मिलित थीं जो उन्होंने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान जिले के विकास हेतु की थीं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि यह योजनाएँ दरभंगा को नई गति और दिशा देंगी और लोगों के जीवन स्तर में प्रत्यक्ष सुधार लाएँगी।
लाभुकों का संवाद: पेंशन और मानदेय में वृद्धि से गूँजा आभार: कार्यक्रम का सबसे भावुक और जीवंत पहलू तब सामने आया जब मुख्यमंत्री ने सीधा संवाद किया। बड़ी संख्या में पेंशनधारी लाभुक, जीविका दीदियाँ, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएँ, गृह रक्षक, किसान सलाहकार और अन्य लाभुक मौजूद रहे। सभी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि मानदेय और पेंशन में की गई वृद्धि ने उनके जीवन में उम्मीद का दीप जला दिया है।
वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि ₹400 से बढ़ाकर ₹1100 कर दी गई। गृह रक्षकों का दैनिक भत्ता ₹774 से बढ़ाकर ₹1121 कर दिया गया। आंगनबाड़ी सेविकाओं का मानदेय ₹7000 से बढ़ाकर ₹9000 तथा सहायिकाओं का मानदेय ₹4000 से बढ़ाकर ₹4500 कर दिया गया। विद्यालय रात्रि प्रहरियों का मानदेय ₹5000 से बढ़ाकर ₹10000 कर दिया गया। किसान सलाहकारों को अब ₹21000 मिलेगा, जो पहले ₹13000 था। आशा कार्यकर्ताओं को भी अतिरिक्त बढ़ोतरी का लाभ मिला। घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट फ्री बिजली ने राहत पहुँचाई है। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री की योजनाओं को "सशक्तिकरण की गारंटी" बताते हुए कहा कि यह कदम गाँव-गाँव में आर्थिक आत्मनिर्भरता ला रहा है।
मुख्यमंत्री का प्रेरक संदेश: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों की ओर देखते हुए कहा: “आप लोग बहुत अच्छा काम कर रही हैं। इसी बुलंदी के साथ काम करते रहिए और आगे बढ़ते रहिए। सरकार हर संभव मदद करेगी। आपसी भाईचारे के साथ रहना है और बिहार को आगे ले जाना है।” उनका यह संदेश उपस्थित जनसमूह के बीच गहरी ऊर्जा का संचार करता रहा।
मिथिला संस्कृत संस्थान का भूमि-पूजन और धरोहर का अवलोकन: इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने मिथिला संस्कृत स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध संस्थान के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन भी किया। इसके साथ ही उन्होंने संस्थान के प्रशासनिक भवन में जाकर मिथिला की प्राचीन पांडुलिपियों का बारीकी से अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने इन धरोहरों को देखकर अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन्हें संरक्षित और सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि संस्थान को राष्ट्रीय राजमार्ग-77 (NH-77) से जोड़ा जाए। इसके लिए उन्होंने प्रस्तावित प्रशासनिक पथ का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
दरभंगा की राजनीति और प्रशासन का संगम: आज दरभंगा की धरती ने सियासत और प्रशासन का अद्भुत संगम देखा। मंच पर बिहार की राजनीति के कई दिग्गज उपस्थित थे: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी, नगर विकास एवं आवास मंत्री जिबेश कुमार इसके अलावा राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर प्रभावशाली हस्तियाँ भी कार्यक्रम में शामिल रहीं। राज्यसभा सांसद एवं जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा, दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर, सांसद धर्मशीला गुप्ता।
प्रशासनिक स्तर पर भी बड़े अधिकारी इस अवसर पर मौजूद रहे- मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त कौशल किशोर, दरभंगा प्रक्षेत्र की पुलिस उप महानिरीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम, दरभंगा के जिलाधिकारी कौशल कुमार, दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक जग्गूनाथ रेड्डी.... इसके साथ ही गणमान्य व्यक्ति, लाभुकगण, सामाजिक कार्यकर्ता और आमलोगों की भारी भीड़ ने इस कार्यक्रम को एक जनउत्सव का रूप दे दिया।
मिथिला की धरती पर विकास का नया अध्याय: यह आयोजन केवल योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास नहीं था, बल्कि यह मिथिला और दरभंगा के विकास का नया अध्याय है। दरभंगा की जनता ने इसे “आशा का पर्व” बताया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा उपस्थित सभी मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों के प्रयास को सराहा। आज दरभंगा की धरती पर यह संदेश गूँजता रहा “विकास की राह पर मिथिला आगे बढ़ रहा है, और हर हाथ को अवसर, हर घर को रोशनी और हर गाँव को नई पहचान मिलने जा रही है।”