बिग ब्रेकिंग : दरभंगा मंडल कारा के 1 कक्षपाल सस्पेंड, 3 उप कक्षपाल भी निलंबित, जानिए क्यों हुई कार्रवाई

दरभंगा के डीएम राजीव रौशन एवं एसएसपी अवकाश कुमार ने शनिवार को मंडल कारा में छापामारी की थी। छापामारी के दौरान कई अनियमितता पाई गई थी। जांच में पाया गया कि कैदियों के साथ मारपीट करने, अवैध वसूली वार्ड छटनी में पैसा उगाही, धमकी देना एवं परिजनों द्वारा दिए गए रुपए में से 10 प्रतिशत राशि काटकर बंदियों को किए जाने सहित कई मामलों को लेकर 4 कक्षपाल एवं 3 मोबाइल धारकों पर लहेरियासराय थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। पढ़ें पूरी खबर

बिग ब्रेकिंग : दरभंगा मंडल कारा के 1 कक्षपाल सस्पेंड, 3 उप कक्षपाल भी निलंबित, जानिए क्यों हुई कार्रवाई

दरभंगा। जिलाधिकारी राजीव रौशन एवं एसएसपी अवकाश कुमार ने शनिवार को मंडल कारा में छापामारी की थी। छापामारी के दौरान कई अनियमितता पाई गई थी। जांच में पाया गया कि कैदियों के साथ मारपीट करने, अवैध वसूली वार्ड छटनी में पैसा उगाही, धमकी देना एवं परिजनों द्वारा दिए गए रुपए में से 10 प्रतिशत राशि काटकर बंदियों को किए जाने सहित कई मामलों को लेकर 4 कक्षपाल एवं 3 मोबाइल धारकों पर लहेरियासराय थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। प्रभारी जेल उपाधीक्षक सुमित कुमार के द्वारा कराया गया प्राथमिकी में कहा गया है कि उच्च कक्षपाल नंदकिशोर सिंह, कक्षपाल करुणा कुमार दास, वासुकी यादव एवं जयप्रकाश यादव के द्वारा पद का दुरुपयोग कर बंदियों के साथ अनावश्यक मारपीट किया जाता है एवं वार्ड छटनी में पैसा उगाही किया जाता है।

जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक के छापामारी के दौरान यह भी जांच में पाया गया। इन कक्षपालो के द्वारा बंदियों को डरा-धमका कर कई मोबाइल नंबर का उपयोग कर बंदियों के परिजनों से मोबाइल पर आॅनलाइन रुपया मंगवाया गया है। जेल मोबाइल नंबरों पर बंदियों के परिजनों से रुपया मंगवाया गया है उन सभी मोबाइल नम्बर धारकों पर भी मामला दर्ज करवाया गया है। जेल में इस तरह के धंधे की शिकायत किन्हीं के द्वारा जेल आईजी को किया गया था। जिसकी जांच के लिए मुजफ्फरपुर के जेल अधीक्षक दिया गया था। जेल अधीक्षक ने औचक निरीक्षण कर शिकायत किए गए सभी मामले को सत्य पाया था।

जिसके आधार पर दरभंगा के जेल उपाधीक्षक शिवमंगल प्रसाद को तत्काल प्रभाव से जेल आईजी ने निलंबित कर दिया। जेल उपाधीक्षक पर आरोप लगा था कि उनके द्वारा जेल के अंदर कैंटीन चलाया जा रहा है। सरकार के द्वारा उपलब्ध कराए गए खाना अच्छी क्वालिटी का नहीं होने के कारण दबंग कैदियों एवं कर्मचारियों के मिली-भगत से कैंटीन चलाया जा रहा है। जिसमें बेहतरीन खाना महंगे दामों पर खाने के लिए भी दबाव डाला जा रहा था। उक्त चारों कक्षपाल को भी निलंबित कर दिया गया है।