दरिंदगी की हदें पार। आर्केस्ट्रा खत्म कर जा रहे कलाकाराें काे नशे में धुत बदमाशाें ने पीटा, नर्तकी काे जंगल में ले जाकर 3 घंटे तक किया सामूहिक दुष्कर्म

सहसराम गांव के रामपुर टोल के मटीहारा महादेव मंदिर के समीप महाशिवरात्रि के अवसर पर बीती रात आर्केस्ट्रा में मारपीट और हंगामा के बीच बदमाशों ने एक नर्तकी को उठाकर जंगल में ले जाकर उसके साथ 3 घंटे तक सामूहिक दुष्कर्म किया. पढ़े पूरी खबर....

दरिंदगी की हदें पार। आर्केस्ट्रा खत्म कर जा रहे कलाकाराें काे नशे में धुत बदमाशाें ने पीटा, नर्तकी काे जंगल में ले जाकर 3 घंटे तक किया सामूहिक दुष्कर्म

थाना क्षेत्र के सहसराम गांव के रामपुर टोल के मटीहारा महादेव मंदिर के समीप महाशिवरात्रि के अवसर पर बीती रात आर्केस्ट्रा में मारपीट और हंगामा के बीच बदमाशों ने एक नर्तकी को उठाकर जंगल में ले जाकर उसके साथ 3 घंटे तक सामूहिक दुष्कर्म किया। बाकि नर्तकी किसी तरह जान बचाकर भागी । इससे पहले बदमाशाें ने अन्य कलाकारों के साथ मारपीट भी की। इस दौरान जख्मी हुए कलाकार को पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से सभी को बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच भेजा गया है।

इधर, इस मामले को लेकर बखरी सलोना की पीड़ित नर्तकी की ओर से बिरौल थाने में आवेदन दिया गया है। इस मामले में बिरौल थाना प्रभारी एसएन सारंग कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं। बताया गया कि बीते रविवार की रात 12 बजे कार्यक्रम की शुरुआत के दौरान ऑर्केस्ट्रा नर्तकी के साथ कुछ शरारती तत्वों ने शराब के नशे में अश्लील हरकत शुरू कर दी। इससे गुस्साए नर्तकी ने कार्यक्रम करने से मना कर दिया। लोगों और कलाकारों के बीच तू-तू मैं-मैं होते-होते अफरातफरी मच गई। विवाद के बाद कलाकार वहां से जाने लगे।

आयाेजक डीलर संजीव और कमेटी ने उन्हें भराेसा दिलाया की कार्यक्रम चालू करिए, कुछ नहीं हाेगा। जिसके बाद आर्केस्ट्रा हुआ, जिसका समापन अहले सुबह करीब 3 बजे हाेने के बाद जब कलाकार वहां से जाने लगे ताे कुछ बदमाशाें ने उनकी गाड़ी काे घेर लिया और मारपीट करने लगे, उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की । इस दाैरान कलाकार राेहित सहित 6 युवक और कुछ नर्तकी जख्मी हालत में जान बचाकर भागे। मटियारा घाट के समीप हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी ग्रामीणों के सहयोग से शिवरात्रि की पूजा-अर्चना की गई। प्रथम दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम में मैथिली लोक गायक ने हिस्सा लिया और दूसरे दिन आर्केस्ट्रा कार्यक्रम का आयोजन हआ। इस दौरान एक भी पुलिस कर्मी की तैनाती नहीं की गई। जबकि स्थानीय ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम में पुलिस की तैनाती की के लिए आवेदन भी दिया था।