दरभंगा से बड़ी खबर सोशल मीडिया पर ‘व्यूज़’ की लालच में अगर फैला रहे हैं फेक न्यूज, तो हो जाएं सावधान! सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय में आयोजित विशेष कार्यशाला में तय हुआ अफवाह फैलाने वालों पर होगी कठोर कार्रवाई, 24 घंटे निगरानी में रहेगा पूरा जिला! पढ़िए ‘मिथिला जन जन की आवाज’ की यह विशेष रिपोर्ट...
अब वक्त आ गया है कि सोशल मीडिया के झूठे सागर में सच्चाई की नाव टिकाई जाए। दरभंगा जिला प्रशासन ने बिहार विधानसभा आम निर्वाचन–2025 के मद्देनज़र यह साफ़ संदेश दे दिया है की फेक न्यूज फैलाने वालों पर अब कोई रियायत नहीं होगी। शुक्रवार को सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय, दरभंगा में मीडिया कोषांग के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण सोशल मीडिया निगरानी एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य था चुनाव के दौरान अफवाहों, झूठी खबरों और भ्रामक पोस्टों पर अंकुश लगाना तथा एक निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान माहौल तैयार करना। कार्यशाला में उपनिदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद और आईटी मैनेजर दरभंगा ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया। उपस्थित अधिकारियों और कर्मियों को यह सिखाया गया कि कैसे फेक न्यूज की पहचान, वायरल कंटेंट का स्रोत पता लगाना, और अफवाह फैलाने वालों की तकनीकी ट्रैकिंग की जाए. पढ़े पूरी खबर........

दरभंगा। अब वक्त आ गया है कि सोशल मीडिया के झूठे सागर में सच्चाई की नाव टिकाई जाए। दरभंगा जिला प्रशासन ने बिहार विधानसभा आम निर्वाचन–2025 के मद्देनज़र यह साफ़ संदेश दे दिया है की फेक न्यूज फैलाने वालों पर अब कोई रियायत नहीं होगी। शुक्रवार को सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय, दरभंगा में मीडिया कोषांग के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण सोशल मीडिया निगरानी एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य था चुनाव के दौरान अफवाहों, झूठी खबरों और भ्रामक पोस्टों पर अंकुश लगाना तथा एक निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान माहौल तैयार करना। कार्यशाला में उपनिदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद और आईटी मैनेजर दरभंगा ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया। उपस्थित अधिकारियों और कर्मियों को यह सिखाया गया कि कैसे फेक न्यूज की पहचान, वायरल कंटेंट का स्रोत पता लगाना, और अफवाह फैलाने वालों की तकनीकी ट्रैकिंग की जाए।
व्यूज़ के लिए झूठ फैलाना अब अपराध: कार्यशाला में यह बात विशेष रूप से रेखांकित की गई कि आज सोशल मीडिया पर कई लोग “व्यूज़”, “फॉलोअर्स” और “शेयर” के लालच में झूठी खबरें फैलाते हैं कभी किसी उम्मीदवार की छवि बिगाड़ने के लिए, कभी किसी पार्टी की तारीफ या बदनाम करने के लिए। लेकिन अब सावधान रहें! चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत ऐसी किसी भी फेक न्यूज या अफवाह को फैलाना अपराध माना जाएगा। उपनिदेशक सत्येंद्र प्रसाद ने साफ़ शब्दों में कहा अब सोशल मीडिया कोई मज़ाक का प्लेटफ़ॉर्म नहीं रहा। अगर कोई व्यक्ति व्यूज़ या प्रसिद्धि पाने की लालच में गलत सूचना फैलाता है, तो उसके खिलाफ निर्वाचन आयोग की सुसंगत धाराओं में कठोर कार्रवाई की जाएगी। फेक न्यूज फैलाने वाले चाहे किसी भी रूप में हों, अब कानून की पकड़ से बच नहीं पाएंगे।
सोशल मीडिया पर 24 घंटे नजर: दरभंगा जिला प्रशासन ने फेक न्यूज की मॉनिटरिंग के लिए विशेष सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल का गठन किया है। इस सेल में कई कंप्यूटर, टीवी स्क्रीन और लैपटॉप लगाए गए हैं, जहाँ विशेषज्ञों की टीम 24 घंटे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, ट्विटर (एक्स) आदि प्लेटफॉर्म पर चल रही पोस्टों की निगरानी करेगी। जैसे ही किसी संदिग्ध या भ्रामक खबर का पता चलेगा, तुरंत उसकी जांच कर रिपोर्ट जिला प्रशासन एवं निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी। साथ ही, संबंधित व्यक्ति के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
अफवाहों की फैक्ट-चेकिंग अब होगी डिजिटल: आईटी मैनेजर ने बताया कि अब डिजिटल फॉरेंसिक टूल्स की मदद से किसी भी फेक न्यूज के “सोर्स” तक पहुँचना आसान हो गया है। कोई भी भ्रामक फोटो, एडिटेड वीडियो या गलत कैप्शन अब अधिक समय तक नहीं टिक पाएगा। प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि किसी वायरल पोस्ट की “टाइमलाइन ट्रेसिंग” और “डिजिटल फुटप्रिंट” कैसे पकड़ा जाता है। प्रशासन का स्पष्ट संदेश “सत्य बोले, शांति रखे” प्रशासन का मकसद केवल कार्रवाई नहीं, बल्कि जनजागरूकता भी है। जनसंपर्क विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी खबर को बिना सत्यापन के न फैलाएँ, और यदि किसी संदिग्ध पोस्ट पर संदेह हो तो तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें। दरभंगा में यह पहली बार है जब फेक न्यूज मॉनिटरिंग को लेकर इस स्तर की तकनीकी कार्यशाला आयोजित की गई है। यह पहल लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को भी यह याद दिलाती है कि खबरों की ताकत तब तक पवित्र है जब तक वह सच के साथ खड़ी हो।
“हो जाइए सावधान…” हमारा विशेष संदेश: अगर आप भी सोशल मीडिया पर कुछ व्यूज़ पाने, फॉलोअर्स बढ़ाने या राजनीतिक एजेंडा चलाने के लिए झूठी खबरें पोस्ट कर रहे हैं… तो यह रिपोर्ट आपके लिए चेतावनी है! अब हर शब्द, हर तस्वीर और हर वीडियो पर प्रशासन की पैनी नजर है। अफवाह फैलाने की कोशिश अब वायरल नहीं, दंडनीय होगी। पढ़िए, समझिए और साझा कीजिए सच को, न कि सनसनी को। क्योंकि दरभंगा में अब “सत्य की निगरानी” शुरू हो चुकी है।