दरभंगा:- सखी बहिनपा मैथिलानी समूह का भव्य एवं ऐतिहासिक द्विदिवसीय महा सम्मेलन समारोह आयोजित

सखी बहिनपा मैथिलानी समूह का स्थापना दिवस आज दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में ऐतिहासिक धूमधाम के साथ मनाया गया। पढ़ें पूरी खबर

दरभंगा:- सखी बहिनपा मैथिलानी समूह का भव्य एवं ऐतिहासिक द्विदिवसीय महा सम्मेलन समारोह आयोजित

दरभंगा:- सखी बहिनपा मैथिलानी समूह का स्थापना दिवस आज दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में ऐतिहासिक धूमधाम के साथ मनाया गया। विदित हो कि सखी बहिनपा का स्थापना दिवस इस बार दो दिनों का तीन-तीन सत्र में आयोजित हो रहा है। पहले दिन उद्घाटन के साथ मैथिली के विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 15 मैथिली अभियानी को मैथिली सेवी सम्मान दिया गया। प्रथम सत्र में मैथिली लेखन प्रतियोगिता, मिथिलाक्षर लेखन प्रतियोगिता, बच्चों के लिए मिथिला चित्रकला प्रतियोगिता करवाया गया। पहले दिन के द्वितीय सत्र में संस्था के तरफ पिछले कुछ वर्षों में जो विभिन्न तरह के कार्य किए गए उनमें विशेष भागीदारी निभाने वाली सखियों को विशिष्टता सम्मान एवं मिथिलाक्षर प्रशिक्षितों को प्रबोध प्रमाणपत्र दिया गया।द्वितीय सत्र में मैथिली के जाने-माने बुद्धिजीवियों को लेकर मैथिली विमर्श का कार्यक्रम रखा गया था। समारोह के तृतीय सत्र के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य, संगीत एवं ज्वलंत विषयों पर नाटक की शानदार प्रस्तुति थी।

महासम्मेलन के दूसरे दिन अर्थात 25 अगस्त को मिथिला की सभ्यता, संस्कृति को दर्शाती झांकी के साथ मैथिली भाषा के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से रैली शहर में निकाली जाएगी। द्वितीय दिन के द्वितीय सत्र में दरभंगा समहरणालय पर मैथिली को शिक्षा-राजकाज एवं मीडिया में उचित स्थान दिलाने को लेकर सांकेतिक धरना प्रदर्शन भी किया जाना है।साथ ही दूसरे दिन संस्था के सभी सदस्यों की बैठक में पिछले दिनों किए गए कामकाज की समीक्षा एवं आगामी कार्ययोजनाओं की रूपरेखा तय की जाएगी। इस समारोह में सखी बहिनपा के देश विदेश में फैले बड़ी संख्या में सदस्यों /कार्यकर्ताओं के अलावे संस्था के सभी पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। ज्ञातव्य हो कि सखी बहिनपा के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं द्वारा ही उठाई जाती है।

सखी बहिनपा का यह आयोजन ऐतिहासिक माना जा रहा है। इसमें दरभंगा इकाई की सखियों द्वारा की गई व्यवस्था की जितनी तारीफ की जाए वो कम है। आयोजन में दरभंगा एवं आसपास के क्षेत्र से लोगों का विशाल जनसैलाब का भी समारोह में उमड़ा था।