दरभंगा:- नल जल योजना की समीक्षा में दरभंगा डीएम राजीव रौशन ने कहा किन कारणों से कितनी योजना अपूर्ण है उसकी रिपोर्ट चाहिए

समाहरणालय स्थित बाबा साहेब डॉ0 भीम राव अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी श्री राजीव रोशन की अध्यक्षता में नल-जल योजना की समीक्षा की गई। पढ़ें यह खबर

दरभंगा:- नल जल योजना की समीक्षा में दरभंगा डीएम राजीव रौशन ने कहा किन कारणों से कितनी योजना अपूर्ण है उसकी रिपोर्ट चाहिए

दरभंगा:- समाहरणालय स्थित बाबा साहेब डॉ0 भीम राव अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी श्री राजीव रोशन की अध्यक्षता में नल-जल योजना की समीक्षा की गई। सर्वप्रथम जिले के सभी वार्डों में  वार्ड क्रियान्वयन प्रबंधन समिति (WIMC) के गठन की स्थिती की समीक्षा की गई। बताया गया कि जिले के सभी वार्डों में वार्ड क्रियान्वयन प्रबंधन समिति (WIMC) का गठन किया जा चुका है। जिन वार्डों में पूर्व वार्ड सदस्य द्वारा वर्तमान वार्ड सदस्य को नल-जल योजना का प्रभार हस्तानांतरण नहीं किया गया है, उन वार्ड सदस्यों एवं सम्बन्धित पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दीये गए, जिनमे केवटी रनवे के छाछा पचाढ़ी पंचायत के वार्ड नम्बर -2,5,7 एवं 9 शामिल हैं।

नल जल योजना के अंकेक्षण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिन वार्डों की योजनाओं का अंकेक्षण नहीं कराया जा सका है, वैसे प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सम्बंधित अंकेक्षण एजेंसी आर•एन•सिंहा, ठाकुर भुवनेश एण्ड एसोसिएटस तथा ऐ•के•सलमपुरी को कारण बताओ पत्र जारी करने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने बचे हुए वार्डों का अंकेक्षण अतिशीघ्र करा लेने का निर्देश सम्बंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया। अनुरक्षण नीति के तहत पन्द्रहवीं वित्त आयोग के टाइड मद से प्रत्येक वार्ड को नल-जल योजना के अनुरक्षण हेतु चार- चार हजार रुपये हस्तांतरित करने की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान घनश्यामपुर के प्रखंड पंचायत पदाधिकारी को अपने प्रखंड में राशि हस्तानांतरण की कोई जानकारी नहीं रहने के लिए उनसे कारण पृक्षा किया गया है।

जिन प्रखण्डों में राशि का हस्तानांतरण किया जाना शेष है, उन्हें एक सप्ताह के अन्दर वार्डों को उक्त मद की राशि हस्तानांतरण कर देने का निर्देश दिया गया है। बैठक में आई0ओ0टी0(IOT) डिभाईस की भी समीक्षा की गई, जो वार्ड में नल-जल योजना का कार्यरत रहने या नहीं रहने का ऑनलाइन रिपोर्ट प्रस्तुत करता है। जिले में कार्यरत एजेंसी के प्रतिनिधि ने बताया कि 4135 योजनाओं में (IOT)आईओटी डिभाईस लगाना था, जिनमे से तीन हजार पांच सौ अड़तालीस में लग चुका है तथा जिनमें से एक हजार नौ सौ सात कार्यरत हैं। जिलाधिकारी ने शेष सभी योजनाओं में आईओटी (IOT) डिभाईस जल्द से जल्द लगाने का निर्देश दिया तथा अकार्यरत योजनाओं की सूची सम्बंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बुधवारी जाँच के दौरान दोषपूर्ण पाई गई नल जल  योजनाओं को दुरुस्त करवाने की स्थिती की समीक्षा की गई। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदित योजनाओं को दुरुस्त करवा देने की जानकारी दी गई।

जिलाधिकारी ने इसकी लिखित प्रतिवेदन उपलब्ध का निर्देश दिया। साथ ही पुनः वरीय पदाधिकारियों द्वारा उन योजनाओं का सत्यापन कराने का निर्देश दिया गया। बैठक में निदेशक, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण श्री गणेश कुमार, उप निदेशक जन-सम्पर्क श्री नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी एवं सम्बंधित कर्मिगण उपस्थित थे।