ग्राउंड रिपोर्ट: डेढ़ साल से बंद स्कूल परिसर बना नशा का अड्डा, कभी विद्यालय हुआ करता था प्रतिभावान छात्रों से गुलजार, आज बना है नशेड़ियों और बदमाशों का ठिकाना, पुलिस को है सब जानकारी लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ सायरन बजा वापस लोट जाती पुलिस
दरभंगा में इन दिनों पुलिस ने जरूर नशे के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है पर दरभंगा शहर में विश्वविद्यालय थाने से चंद फासले पर राज किला परिसर स्थित वर्षो से बंद पड़े स्कूल विद्या विहार विद्यालय का मैदान नशेड़ियों और बदमाशों का अड्डा बना गया है. पढ़े पूरी खबर....
मिथिला जन जन की आवाज, ग्राउंड रिपोर्ट, दरभंगा: दरभंगा में इन दिनों पुलिस ने जरूर नशे के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है पर दरभंगा शहर में विश्वविद्यालय थाने से चंद फासले पर राज किला परिसर स्थित वर्षो से बंद पड़े स्कूल विद्या विहार विद्यालय का मैदान नशेड़ियों और बदमाशों का अड्डा बना गया है। इस सुनसान मैदान में हरे भरे विशालकाय पेड़ के निचे हर अनैतिक कार्य हो रहा है। नशे का सामान लेकर युवा, नाबालिग यहां शाम होते ही धुंआ उड़ाते हैं, जाम झलकाते हैं। नागरिक लगातार इस मैदान में चल रहे अनैतिक कार्यों की जानकारी पुलिस को दे रहे हैं पर कार्रवाई नहीं हो रही।
विद्या विहार विद्यालय परिसर में बिखरे है नशीली दवा की बोतले
गौरतलब है कि दरभंगा शहर के राज किला चौक से रामबाग हरि मंदिर जाने वाले मार्ग पर विद्या विहार विद्यालय स्कूल अवस्थित है। जो की डेढ़ साल से बंद है, स्कूल के बाहर लगे मैदान में अन्य बड़े बड़े पेड़ भी हैं। स्कूल की निजी संपत्ति पर रखरखाव न होने से अब यह अनैतिक कार्यों का गढ़ बन गया है। यहां लगातार गलत कार्यो की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंचती है और अपने वाहन का सायरन बजा वापस लौट जाती है, कभी भी जंगल के भीतर प्रवेश कर धरपकड़ की कोशिश नहीं करती। छोटे-छोटे बच्चे भी यहां नशा करने प्रवेश करते हैं।
इसी मंदिर के सामने है विद्या विहार विद्यालय
आजू- बाजू में रहने वाले मोहल्ले वासी इस बगीचे से खासे परेशान हैं। कई बार स्कूल के प्रबंधक के द्वारा जंगल का साफ- सफाई भी किया गया था, अब ना जाने स्कूल परिषर को किस की नजर लग गई. जिसके कारण पूरा मोहल्ला अशांत हो गया है। यही नहीं जंगल का पिछला हिस्सा के दीवार धराशायी हो गया है। कई पेड़ धराशाई होकर दीवारों पर गिर गए हैं। चारों ओर गंदगी का अंबार है। इसके बावजूद बदमाश युवक यहां प्रवेश करते हैं। पूरे जंगल में नशे के सामान के रैपर, शराब के बोतल बिखरे पड़े हैं। पूरे दरभंगा में इन दिनों नशे के खिलाफ कार्रवाई चल रही है किंतु विश्वविद्यालय थाने से लगे इस क्षेत्र में पुलिस की नजर न होने से पूरा माहौल अशांत हो गया है।
एक साल पहले इस जंगल में प्रेमी जोड़ों से मारपीट और अनैतिक कृत्य का लोगों ने विरोध किया था. मामला गंभीर होता देख पुलिस ने एक दो दिन यहां दबिश दी पर अब कोई कार्रवाई नहीं करने से यह स्थल खतरनाक हो चुका है।
"विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष मदन प्रसाद ने कहा कि इस परिसर में हो रही गतिविधियों की शिकायतें लगातार आ रही हैं। पुलिस टीम समय-समय पर सूचना मिलते ही पहुंचती है पर आगे का बड़ा हिसा खुला होने के कारण नशेड़ी और बदमाश भाग खड़े होते हैं। अब घेराबंदी कर यहां अड्डा जमाए बदमाशों, नशेड़ियों व असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई होगी।"