अमित शाह की गरज से गूंज उठा मिथिला! दरभंगा के अलीनगर में ‘नो वैकेंसी’ की हुंकार बिहार चुनाव 2025 का बिगुल बजा, एनडीए में एकजुटता का संदेश, मिथिला की बेटी मैथिली ठाकुर बनीं नई उम्मीद की किरण....

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का शंखनाद अब औपचारिक रूप से हो चुका है और इसकी गूंज सबसे पहले मिथिला की धरती से उठी है। बुधवार को दरभंगा के अलीनगर में आयोजित विशाल जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने न केवल एनडीए की एकजुटता का संदेश दिया बल्कि विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम के बादल को भी एक ही वाक्य में साफ़ कर दिया कहीं कोई वैकेंसी नहीं है!इस एक वाक्य ने चुनावी राजनीति की दिशा और हवा दोनों को बदल दिया. पढ़े पूरी रिपोर्ट.....

अमित शाह की गरज से गूंज उठा मिथिला! दरभंगा के अलीनगर में ‘नो वैकेंसी’ की हुंकार बिहार चुनाव 2025 का बिगुल बजा, एनडीए में एकजुटता का संदेश, मिथिला की बेटी मैथिली ठाकुर बनीं नई उम्मीद की किरण....
अमित शाह की गरज से गूंज उठा मिथिला! दरभंगा के अलीनगर में ‘नो वैकेंसी’ की हुंकार बिहार चुनाव 2025 का बिगुल बजा, एनडीए में एकजुटता का संदेश, मिथिला की बेटी मैथिली ठाकुर बनीं नई उम्मीद की किरण....

दरभंगा। अलीनगर से मनीष कुमार की रिपोर्ट: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का शंखनाद अब औपचारिक रूप से हो चुका है और इसकी गूंज सबसे पहले मिथिला की धरती से उठी है। बुधवार को दरभंगा के अलीनगर में आयोजित विशाल जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने न केवल एनडीए की एकजुटता का संदेश दिया बल्कि विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम के बादल को भी एक ही वाक्य में साफ़ कर दिया कहीं कोई वैकेंसी नहीं है!इस एक वाक्य ने चुनावी राजनीति की दिशा और हवा दोनों को बदल दिया। मंच पर मिथिला की पारंपरिक पाग, मखमल के अंगवस्त्र और उत्साह से झूमती जनता सब मिलकर यह बता रहे थे कि मिथिला में अब चुनावी लहर उठ चुकी है।

मिथिला की मिट्टी पर शाह की ‘शक्ति सभा’: दरभंगा का अलीनगर मैदान बुधवार की दोपहर भाजपा के भगवा रंग में रंगा हुआ था। हवा में लहराते झंडे, मंच पर सजाए गए स्थानीय प्रतीक, और चारों ओर ‘जय मोदी जय नीतीश’ के नारे… दृश्य ऐसा था मानो पूरा क्षेत्र लोकतंत्र के महापर्व का उद्घोष कर रहा हो। अमित शाह ने मंच से कहा मैडम सोनिया राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, और लालू प्रसाद अपने बेटे तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। लेकिन बिहार में अब कहीं कोई वैकेंसी नहीं है! यह बयान चुनावी रणनीति का संकेत था एनडीए का नेतृत्व तय है, भ्रम की कोई गुंजाइश नहीं।

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विपक्ष पर सीधा प्रहार: सभा के दौरान अमित शाह ने राजद और कांग्रेस दोनों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजद परिवार के विकास में व्यस्त है, जनता के विकास में नहीं। कांग्रेस का अस्तित्व बस खानदान के इर्द-गिर्द सिमट चुका है। जबकि भाजपा युवाओं, किसानों, महिलाओं और मजदूरों के लिए काम करती है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे केंद्र की मोदी सरकार ने दरभंगा एयरपोर्ट, मखाना बोर्ड, जीविका समूहों और महिलाओं के स्वरोज़गार के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। 1.25 करोड़ जीविका दीदियों के खातों में ₹10-10 हज़ार पहुंच चुके हैं। अब इन महिलाओं को दो-दो लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी ताकि पलायन रुके और बिहार की बेटियां अपने गांव में ही रोजगार पा सकें।

मिथिला की बेटी बनी चुनावी प्रतीक मैथिली ठाकुर का नाम गूंजा: सभा का सबसे भावनात्मक क्षण वह था जब मंच पर मैथिली ठाकुर का नाम लिया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि एक लाख युवाओं को राजनीति में मौका मिलेगा। मैथिली ठाकुर उसी संकल्प का प्रतीक हैं एक सांस्कृतिक पहचान से राजनीतिक नेतृत्व की ओर बढ़ती युवाओं की नई राह।सभा में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। मिथिला की जनता ने अपनी बेटी को राजनीति के मैदान में देखकर गर्व का अनुभव किया। यह दृश्य न केवल राजनीतिक, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी ऐतिहासिक था।

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बिहार चुनाव 2025 एनडीए बनाम परिवारवाद: अमित शाह का यह दौरा केवल सभा नहीं, बल्कि चुनावी रणनीति की भूमि तैयार करने जैसा था। उनके बयान ने साफ कर दिया कि भाजपा और जदयू का गठबंधन चुनावी रणभूमि में पूरी मजबूती से उतरने को तैयार है। दूसरी ओर महागठबंधन अब भी चेहरे की राजनीति और वंशवाद के बोझ से दबा दिखाई दे रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, शाह का “नो वैकेंसी” वाला बयान नीतीश कुमार को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाए गए भ्रम का सीधा जवाब है। यह संकेत है कि नीतीश अब भी एनडीए का चेहरा हैं और भाजपा का पूरा समर्थन उनके साथ है।

भीड़ से मिला जनादेश का संकेत: अलीनगर मैदान में उमड़ी भीड़ ने यह साबित कर दिया कि मिथिला की जनता अभी भी विकास, रोजगार और स्थिरता के मुद्दों पर वोट देने को तैयार है। युवा वर्ग उत्साहित दिखा, महिलाएं हाथों में भाजपा के झंडे लहरा रही थीं, और मंच से उठते हर नारे में आत्मविश्वास झलक रहा था। सभा समाप्त होने के बाद भी लोग कहते सुने गए “अबकी बार, फिर एनडीए सरकार!”

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मिथिला से उठा चुनावी शंखनाद: दरभंगा की इस सभा ने साफ़ कर दिया कि चुनाव 2025 की दिशा अब तय हो चुकी है। विपक्ष भले ही सीएम चेहरे को लेकर सवाल उठाए, मगर अमित शाह ने अपने अंदाज़ में स्पष्ट कर दिया कि बिहार की जनता का नेतृत्व स्थिर है और एनडीए का चेहरा भी तय है। इस सभा ने बिहार की राजनीति में ऊर्जा भर दी है मिथिला की पवित्र धरती से एक बार फिर लोकतंत्र के महायुद्ध का शंख बज चुका है।