DMCH में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही: ऑपरेशन से बच्चा निकाल महिला के पेट में डॉक्टरों ने छोड़ा कपड़ा, 10 दिन बाद ऐसे हुआ खुलासा; महिला की हालत गंभीर

उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है। स्त्री रोग विभाग के चिकित्सक ने ऑपरेशन के दौरान मरीज के पेट में टेट्रा छोड़ दी। जिससे मरीज की तकलीफ घटने के बदले बढ़ता ही जा रहा था। इस बात का खुलासा कल देर रात हुआ। जब मरीज तकलीफ से बेचैन थी और उसे ड्रेसिंग के लिए एक निजी अस्पताल में ले जाया गया. पढ़े पुरी खबर.........

DMCH में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही: ऑपरेशन से बच्चा निकाल महिला के पेट में डॉक्टरों ने छोड़ा कपड़ा, 10 दिन बाद ऐसे हुआ खुलासा; महिला की हालत गंभीर
DMCH में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही: ऑपरेशन से बच्चा निकाल महिला के पेट में डॉक्टरों ने छोड़ा कपड़ा, 10 दिन बाद ऐसे हुआ खुलासा; महिला की हालत गंभीर; फोटो: मिथिला जन जन की आवाज समाचार

दरभंगा - उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है। स्त्री रोग विभाग के चिकित्सक ने ऑपरेशन के दौरान मरीज के पेट में टेट्रा छोड़ दी। जिससे मरीज की तकलीफ घटने के बदले बढ़ता ही जा रहा था। इस बात का खुलासा कल देर रात हुआ। जब मरीज तकलीफ से बेचैन थी और उसे ड्रेसिंग के लिए एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। इस मामले को लेकर अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि मरीज फिलहाल ठीक है। तथा पूरे मामले में होगी जांच होगी।

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घटना के संबंध में बताया जाता है कि जाले प्रखंड के ब्रह्मपुर पश्चिमी निवासी शिवम ठाकुर की 24 वर्षीय पत्नी अंजला कुमारी का आठ अक्टूबर को DMCH में आपरेशन कर प्रसव हुआ है। तथा 14 अक्टूबर को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। घर आने के बाद से ही उसकी तकलीफ घटने के बदले बढ़ता ही जा रहा था। आपरेशन वाले भाग में धीरे-धीरे घाव में बदल गया और पस हो गया। वही घाव के ड्रेसिंग के दौरान महिला के पेट से एक महीना बाद टेट्रा निकला गया। जिसका LIVE वीडियो सामने आया है।

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वहीं परिजन अंजला के पति शिवम ठाकुर ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि 8 अक्टूबर को डीएमसीएच में ऑपरेशन होकर लड़का हुआ। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने मरीज के पेट के अंदर टेट्रा छोड़ दिया। जिसके कारण लगातार मरीज को परेशानी हो रही थी और 40 दिन के बाद टेट्रा को बाहर निकाला है। वहीं उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी उन्हें बीती रात गांव में डॉक्टर द्वारा ड्रेसिंग के दौरान पता चला। घाव के सफाई के दौरान पेट के अंदर से उजले रंग का कुछ निकला हुआ दिख। इसके बाद रुई से सफाई करने के बाद पेट के अंदर से टेट्रा बाहर निकला। जिसका हमलोगों ने वीडियो भी बनाकर रखा है।

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वही डीएमसीएच अधीक्षक अल्का मिश्रा ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान साफ सफाई के लिए छोटा सा टुकड़ा टेट्रा का इस्तेमाल होता है। जिसे सर्जरी के दौरान डॉक्टर ब्लीडिंग को साफ करने के लिए उपयोग में लाते हैं। उन्होंने कहा कि मानवीय भूल हो सकती है। उसे हम इनकार नहीं कर सकते हैं। लेकिन क्या हुआ, नहीं हुआ, यह जांच का विषय है। जांच के उपरांत ही परिजन के आरोप की सत्यता का पता चल पाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि हम लोगों के प्राथमिकता है कि पहले मरीज की बेहतर इलाज हो। इस बात पर हम लोगों की नजर है। मरीज को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।