दरभंगा में निगरानी विभाग ने किया रिश्वतखोरों का भांडाफोड, 40 हजार के साथ 2 सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार
दरभंगा में निगरानी विभाग की 13 सदस्यीय टीम ने नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्युशन कंपनी के ग्रामीण विद्युत कार्यपालक अभियंता और एक सहायक को घूस के 40 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया. पढ़े पूरी खबर........
दरभंगा:- बिहार निगरानी विभाग की 13 सदस्यीय टीम ने आज नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्युशन कंपनी के ग्रामीण विद्युत कार्यपालक अभियंता और एक सहायक को घूस के 40 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया। टीम बुधवार को गुप-चुप तरीके से नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्युशन कंपनी के ग्रामीण विद्युत कार्यपालक अभियंता अजीत कुमार व दफ्तर में कार्यरत महिला लाइनमैन रिंकु कुमारी को 40 हजार रुपए के साथ रंगेहाथ दबोच लिया।
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शिकायतकर्ता समस्तीपुर जिला के खानपुर के रहने वाले अनिल कुमार ने जैसे ही घूस की राशि दी, निगरानी की टीम ने रुपया को जप्त करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की सूचना पर पूरे कार्यालय में हड़कंप मच गया। निगरानी की टीम में चार डीएसपी सहित कुल 13 सदस्यीय टीम थी। टीम में दो महिला डीएसपी अभिजीत कौर और गीता सिन्हा सहित कई महिला पुलिसकर्मी शामिल थी। दोनों को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम कार्यालय से तुरंत निकल गई। वहां से सभी सर्किट हाउस पहुंचे। कार्यालय से कुछ दूरी पर पुलिस की ड्रेस में कुछ कर्मी तैनात थे।
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निगरानी के डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि 1 मार्च 2024 को अनिल कुमार निगरानी विभाग पटना को लिखित शिकायत की थी कि उन्हें बिशनपुर थाना क्षेत्र के डिलाही गांव में आटा और मसाला पीसने के लिए आटा चक्की मशीन बैठाना है। जिसके लिए बिजली कनेक्शन की आवश्यकता है। बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन ग्रामीण कार्यपालक अभियंता को दिया गया था, लेकिन उनके द्वारा मोटी रकम की मांग की जा रही है।
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कई बार दौड़ लगाने के बाद ग्रामीण कार्यपालक अभियंता 40 हजार रुपए में बिजली कनेक्शन देने को तैयार हुए। उसके बाद अनिल कुमार ने ग्रामीण विद्युत कार्यपालक अभियंता के खिलाफ निगरानी विभाग, पटना में शिकायत दर्ज कराई। मामला दर्ज होने के बाद दो दिनों तक तहकीकात की गई। मामला में सच्चाई को लेकर बुधवार को टीम के सभी सदस्य ग्रामीण विद्युत कार्यपालक अभियंता के कार्यालय पहुंचे, जहां रुपया देने के दौरान रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। हलांकि निगरानी की टीम अन्य अभियंताओं सहित कर्मियों की भी जांच करेगी कि इस मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं।